कंवलजीत सिंह सैनी
इंदौर। पुलिसिया तंत्र की नाकामी का साक्षात उदाहरण अगर देखना है तो आप शहर के खजराना थाना इलाके को देख सकते है। जहां खाकी का ख़ौफ़ पूरी तरह खत्म होते दिख रहा है। क्योंकि खजराना क्षेत्र मैं लगातार हत्याओं का सिलसिला जारी है वही पुलिस हाथ पर हाथ धरे, और आंखों में पट्टी बांधकर सबकुछ देख रही है। ऐसे हालातो में ऐसा लगता है की मानो पुलिस को खजराना के यह अपराधी मुंह चिढ़ा रहे हो।यही नही खजराना को देखकर अब यह महसूस होता है कि खजराना में खाकी नाकाम तो है वही दूसरी तरफ़ उक्त इलाका अपराधियों की शरण स्थली बन गयी।
लगातार हत्याओं के सिलसिला है जारी
खजराना थाना क्षेत्र में लगातार हत्याओं का सिलसिला जारी है। क्योंकि अनलॉक के बाद पहले वकील खान,फिर खजराना तालाब में अज्ञात लाश जिसकी गुत्थी पुलिस अभी सुलझा नही पाई है वही शुक्रवार शाम को दरगाह मैदान में एक युवक की हत्या,दरअसल उक्त हत्याकांड को लेकर अपराधियो में पुलिसिया ख़ौफ़ का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पुलिस थाना खजराना से महज 50 फ़ीट की दूरी पर नशाखोरों ने एक युवक को मौत के घाट उतार दिया।
हत्यारे है नाबालिक पुलिसिया संरक्षण था प्राप्त
खजराना के विश्वनीय सूत्र बताते है कि उक्त हत्याकांड में दो नाबालिकों का हाथ है दोनो ही पाउडर और वाइटनर का नशा करते है। शुक्रवार को दोनो नाबालिकों और मृतक के बीच मामूली हंसी मजाक क्या हुई इन दोनों नाबालिकों ने दरगाह मैदान को खून से रंग दिया। और दिलचस्प बात यह है कि जिनमेसे एक नाबालिक हत्यारे को खजराना थाने में पिछले एक वर्ष से पदस्थ पुलिस जवान विनोद यादव ही पालपोश रहा है। आखिर उक्त बौना नाबालिक भिखारी की इतनी ख़ातिर आखिर क्यों यह समझने की हर कोई कोशिशें कर रहे है। क्योंकि खजराना थाने में ही सोना,खाना आखिर क्यों यह सवाल सभी के मन मे आ रहा है और अब इसी बौने ने अन्य के साथ मिलकर हत्या को अंजाम दे डाला।
थाना प्रभारी भी हैरान परेशान
खजराना थाना क्षेत्र के थाना प्रभारी दिनेश वर्मा का कहना है कि उक्त हत्याकांड को 30 से 40 मिनिट में सुलझा लिया गया। लेकिन थाना प्रभारी की उक्त बात यक़ीनन हजम होने लायक नही लग रही है। क्योंकि पिछले 10 दिनों के अंतराल की बात की जाए तो यहां दो हत्याएं हो चुकी है। एक अज्ञात लाश की गुत्थी अभी तक सुलझ नही रही है। वही दूसरी तरफ इस तरह से बाते बनाकर खुद अपनी पीठ थपथपाने के पीछे वजह यह है कि पिछले 3 से 4 दिनों पूर्व एसपी पूर्व की सख्त हिदायत। क्योंकि हुआ कुछ यूँ था कि एक महिला की हत्या को अंजाम देकर आरोपी पति ने आत्महत्या की साजिश रच डाली थी। अगर इस पूरे मामले को लेकर एसपी पूर्व आशुतोष बागरी संज्ञान नही लेते तो मामला आया गया हो सकता था। लिहाजा एसपी पूर्व पिछले दिनों खजराना थाने पर गरज के साथ बरसे भी है। इसलिए थाना प्रभारी काफी ज्यादा हैरान परेशान है।