दो साल से अड़चनें बरकरार, अब फरमान-15 दिन में करें जमीनों का अधिग्रहण
भोपाल। एम्स से करोंद तक पहले रूट (पर्पल लाइन) काम दिसंबर 2024 तक पूरा करने की डेडलाइन सरकार द्वारा तय की गई है। एम्स से सुभाष नगर के बीच 6.22 किलोमीटर में ट्रैक बनाने की डेडलाइन अगस्त 2023 तय है। लेकिन इस रूट में 15 अड़चनें हैं। जिनका सर्वे दो साल पहले हो चुका है। बावजूद इसके जमीनों के अधिग्रहण की प्रक्रिया अटकी हुई है। इसके चलते काम तेजी से पूरा नहीं हो पा रहा है। ये बात मेट्रो रेल से जुड़े अफसरों ने संभागायुक्त कवींद्र कियावत द्वारा बुलाई गई बैठक में कही।
बैठक में कियावत ने सभी सरकारी एजेंसियों के अफसरों से कहा कि सरकार ने जो जमीन आप लोगों को काम के लिए दी थी। उसमें कोई काम नहीं हुआ है। ऊपर से जब शासन की इतनी बड़ी योजना के तहत मेट्रो को चलाना जाना है तो आप लोग शासन की जमीनें देने में आनाकानी कर रहे हैं। ये गलत है।
संभागायुक्त अफसरों पर नाराज हुए और बोले कि पर्पल लाइन के निर्माण के उन 15 स्थानों की सूची के आधार पर जमीनों का अधिग्रहण करें। उन्होंने निगम, एम्स, रेलवे, बरकतउल्ला विश्वविद्यालय और महिला बाल विकास के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वो 7 से 15 दिन की समय सीमा में व्यवस्था बनाकर मेट्रो कंपनी को अधिग्रहित जमीन सौंपे। कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बताया कि सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वो चिह्नित जमीन का सीमांकन कर कंपनी को सौंपे। जहां आवश्यकता होगी, वहां मैं खुद विवाद सुलझाने के लिए मौके पर आऊंगा। समस्याओं का समाधान कर मेट्रो रूट को तैयार किया जाएगा।
इंदौर में भी यही हाल
मेट्रो रेल प्रोजेक्ट को लेकर भोपाल में फिर भी स्थिति अच्छी हे, लेकिन इंदौर में इस प्रोजेक्ट के हाल बेहाल है। शहरवासियों को इंतजार मेट्रों ट्रेन का तो है ही अभी तो काम शुरू होने का इंतजार है। कहीं-कहीं पर काम शुरू हुआ, लेकिन बाधाएं आने के चलते रोक दिया गया। हालांकि यह सीएम के सपनों कश शहर है और इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके चलते शीघ्र ही यहां पर इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
DGR विशेष
मेट्रोट्रैक में बाधाएं
- 06 Jul 2021