तुम्हारे मन में... अंतरात्मा में... भजन करते करते.. अंदर से... सब छूटने लगे तो भी... संसार को... परिवार को खबर मत होने देना... वरना दुखी हो जायेंगे...
तुम्हारा परिवर्तन उसको दिखायी ना दे...
उसके बीच में बैठो तो उसको लगे ये पूरा संसार है... और कोई भीतर देखे तो लगे पूरा संन्यास है...
।। रामकथा ।।मानस पितृ देवो भव ।।
चिंतन और संवाद
मोरारी बापू : तुम्हारे मन में...
- 11 May 2020