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MP में खाद की किल्लत, सड़क पर उतरेंगे किसान:पूरे प्रदेश में आज ज्ञापन सौंपेगा भाकिसं; गेहूं-चने की बोवनी में जरूरी डीएपी

  • 18 Nov 2024

भोपाल । मध्यप्रदेश में खाद की किल्लत है। दूसरी ओर, डीएपी-यूरिया की कालाबाजारी भी हो रही है। भोपाल में एक दुकानदार पर एफआईआर दर्ज हो चुकी है। वहीं, भोपाल, टीकमगढ़, सागर समेत कई जिलों में किसान खाद के लिए हंगामा कर चुके हैं। इसी बीच सोमवार को भारतीय किसान संघ प्रदेश के सभी जिलों में कलेक्टरों को ज्ञापन सौंपेगा।
भारतीय किसान संघ के अध्यक्ष सर्वज्ञ जी. दीवान ने बताया, अभी पूरे प्रदेश में गेहूं-चना समेत रबी फसलों की बोवनी चल रही है, लेकिन किसानों को यूरिया और डीएपी नहीं मिल रही है। खाद की कालाबाजारी हो रही है। जिससे किसानों को अधिक कीमत पर खाद खरीदना पड़ रही है। दो दिन पहले सरकार को व्यवस्था सुधारने को कहा था, पर ऐसा नहीं हुआ। इसलिए सोमवार को संघ प्रदेश के सभी जिलों में मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टरों को ज्ञापन सौंपेगा।
अभी डीएपी की सबसे ज्यादा जरूरत
अच्छी बारिश होने के बाद प्रदेश में किसान गेहूं, चने समेत अन्य रबी फसलों की बुआई कर रहे हैं। इस दौरान DAP (डाई अमोनियम फॉस्फेट) की जरूरत रहती है। इसलिए किसान सोसायटियों के अलावा प्राइवेट दुकानों से भी खाद खरीद रहे हैं, लेकिन उन्हें इसके बदले ज्यादा कीमत चुकाना पड़ रही है। भोपाल में ऐसा ही मामला सामने आ चुका है। भोपाल के बैरसिया थाने में नरसिंहगढ़ रोड स्थित गौर कृषि सेवा केंद्र के संचालक कमल सिंह गौर के विरुद्ध उर्वरक नियंत्रक आदेश 1985 के प्रावधानों के तहत धारा 3, 4, 5 एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धार 3, 7 के तहत एफआरआई दर्ज की गई है। यह सीजन में भोपाल में खाद विक्रेता पर पहली बड़ी कार्रवाई है।
500 रुपए ज्यादा में बिक रही डीएपी
भोपाल के बैरसिया में जो मामला सामने आया, उसमें 1350 रुपए प्रति बोरी के हिसाब से मिलने वाली डीएपी खाद को 500 रुपए ज्यादा लेकर 1850 रुपए में बेचना सामने आया। वहीं, 267 रुपए कीमत की यूरिया की एक बोरी के 340 रुपए लिए गए। एसडीएम आशुतोष शर्मा की जांच में यह सामने आया था। इसके बाद गोदाम और दुकान सील कर दी गई थी।
किसानों को बांटे जा रहे टोकन
भोपाल की बैरसिया कृषि उपज मंडी में पुलिस की मौजूदगी में किसानों को डीएपी खाद वितरित किया जा रहा है। यहां किसानों को टोकन देकर 5 बोरी डीएपी खाद दिया जा रहा है।
एमपी में खाद की किल्लत के 3 बड़े मामले
भोपाल की बैरसिया मंडी में खाद नहीं मिलने से 3 दिन पहले किसानों ने हंगामा कर दिया था। एसडीएम आशुतोष शर्मा और पुलिस को मामला संभालना पड़ा था।
टीकमगढ़ जिले के एक खाद वितरण केंद्र में भी 3 दिन पहले खाद को लेकर जमकर हंगामा हुआ था। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के गांव डूंडा से खाद लेने आई नेहा लोधी के साथ महिला कांस्टेबल चंद्रमुखी ने मारपीट की थी। इसके बाद लड़की के साथ आए परिजनों और अन्य किसानों ने वितरण केंद्र पर हंगामा शुरू कर दिया था।
सागर के बंडा में 18 दिन पहले खाद की किल्लत के विरोध में बंडा विधानसभा के पूर्व कांग्रेस विधायक तरवर सिंह लोधी किसानों के साथ मंडी परिसर में धरने पर बैठ गए थे। उन्होंने किसानों को खाद दिलाए जाने की मांग की थी।