भिंड। मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाला चंबल नदी का एक मात्र पुल इन दिनों कड़ी सुरक्षा में है। मध्य प्रदेश की ओर से पीएनसी कंपनी ने निजी सुरक्षा गार्ड चंबल पुल के दोनों सिरों पर तैनात किए हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश की इटावा जिले की पुलिस ने दो शस्त्र धारक जवानों को तैनात किया है। इस पुल की सुरक्षा एमपी और यूपी की स्टेट द्वारा कराई जा रही है।
जी हां, यह मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश का एकमात्र ऐसा पुल है जिसकी सुरक्षा में निजी कंपनी व सरकारी गार्ड तैनात किए गए हैं। दोनों स्टेटस इस पुल की सुरक्षा कर रही है।
दरअसल, मामला यह है कि चंबल पुल करीब 70 साल पुराना है। इस पुल पर ट्रैफिक का लगातार दबाव बना हुआ है। सबसे ज्यादा इस पुल को असुरक्षित करने वाले ओवर लोडेड वाहन है। मध्य प्रदेश की सीमा से यूपी की ओर हर रोज सैकड़ों की तादाद में काली गिट्टी और रेत से भरे ओवरलोड ट्रक निकलते थे। इस कारण से बार-बार इस पुल के बैरिंग टूट रहे थे।
पुल स्लैब मूव होना बंद हो जाते थे। और उनमें दरार आ रही थी। इस पुल के क्रेक बार बार ठीक कराए जाते थे। फिर भी बार बार क्रेक आ रहा था यह सिलसिला पीछे तीन साल से चल रहा था। इस वजह से 8 जून 2023 से 28 जून 2024 तक पुल पर से हैवी वाहनों को निकालना प्रतिबंधित किया गया था।
ओवरलोडिंग वाहनों से पुल असुरक्षित
ओवरलोडिंग वाहनों से पुल की सुरक्षा पर हमेशा सवाल खड़े होते आ रहे थे। इस कारण से उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के इटावा और भिंड जिला के प्रशासनिक अफसर पुल को चालू कराए जाने को लेकर सहमत नहीं हो पा रहे थे। पुल लगातार बंद रहने के कारण एमपी और यूपी के भिंड व इटावा जिले का राजस्व लगातार गिर रहा था। पिछले दिनों भिंड और इटावा जिला के प्रशासनिक अफसर ने चंबल पुल को चालू कराए जाने को लेकर आपसी सहमति बनाई और पुल पर से ओवरलोडेड वाहन निकला जाना प्रतिबंधित किया।
55 टन से अधिक भार वाला वाहन प्रतिबंधित
एमपी के भिंड और यूपी के इटावा जिले के प्रशासनिक अफसर ने पुल पर से अधिकतम भाग 55 टन निकाले जाने की शर्त के साथ पुल चालू कराए जाने का निर्णय लिया। अतः गिट्टी और रेत से भरे हुए वाहन उत्तर प्रदेश जाने के लिए भिंड जिला की सीमा से होकर जाते है। इसलिए बरही टोल प्लाजा को यह दायित्व सौंपा गया की कोई भी वाहन 55 टन से अधिक वजनी पुल से निकलने नहीं चाहिए। टोल प्लाजा प्रबंधन को यह दायित्व दिया गया कि टोल पर लगी तकनीकी मशीनों से हर माइनिंग वाहन की क्षमता नापी जाए। इसके बाद ही वाहन को निकाला जाए। प्रशासनिक आदेश का पालन करते हुए पीएसी इंफ्राटेक कंपनी लगातार एमपी से यूपी की ओर जाने वाले वाहनों की वज पर निगरानी कर रही है। वहीं, कंपनी ने चंबल के बरही और यूपी के उदी यानी पुल के दोनों सिरों पर सुरक्षा कर्मी तैनात भी किए हैं। इसी तरह चंबल पुल के उत्तर प्रदेश सीमा पर इटावा पुल के पुलिस जवान 24 घंटे तैनात हैं।
कोई भी वाहन ओवरलोड नहीं निकल पाए
दैनिक भास्कर टीम ने मौके पर जाकर जायजा लिया और पुल पर से निकलने वाले वाहनों की जानकारी ली। यहां तैनात सुरक्षाकर्मियों से बातचीत की तो उन्होंने बताया है कि पुल पर विशेष कर जाम ना लगे दिया जाए इसको पूरा ख्याल रखा जा रहा है। वहीं, यद्यपि कोई वाहन ओवरलोड एमपी से यूपी की ओर जजाता है तो उसको रोक कर उसकी जांच कराई जाती है। इसके बाद ही 55 टन निर्धारित क्षमता का ही वाहन निकलने की स्वीकृति दी गई है।
प्रत्येक वाहन के वजन को सेंसर से नापा जाता है
पीएनसी इंफ्राटेक टोल प्लाजा के प्रबंधक यशपाल सिंह भदौरिया का कहना है कि पुल पुराना है। पुल पर 55 टन निर्धारित क्षमता है। इससे अधिक वजनी वाहन होने पर उसका ओवर लोडेड खाली कराए जाने के निर्देश प्राप्त है। प्रत्येक वाहन का वजन टोल प्लाजा के सेंसर से नापा जाता है। जरूरत के मुताबिक टोल प्लाजा पर स्थित धर्म कांटे पर वाहन का वजन तौला जाता है। इस तरह के कंपनी को जिला प्रशासन की ओर से निर्देश प्राप्त हुए है। कंपनी ने अपने दो जवानों को पुल के दोनों सिरों पर तैनात किए है। यह जवान 24 घंटे पुल की सुरक्षा में तैनात रह रहे हैं।
भिण्ड
MP-UP की सिक्योरिटी में चंबल पुल, भिंड की ओर से लगे निजी सुरक्षा गार्ड, इटावा ने तैनात किए पुलिस जवान
- 04 Jul 2024