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संवाद और परिचर्चा

श्री संजय शर्मा, थाना प्रभारी - बेटमा

  • 19 Jul 2022

DGR @ एल.एन.उग्र (PRO )


अपराधी होने के पीछे क्या कारण मानते हैं ?
अपराधी होने के पीछे जहां तक मेरा ख्याल है कि कुछ लोग स्वभाव से अपराधी प्रवत्ति के होते हैं l इसके कारण कोई स्पष्ट नहीं है, कि इस वजह से ही वह आदमी अपराधी बना हे। कुछ विद्रोह की भावना से भी अपराधी बन जाता है। कुछ लोग नशे के गिरफ्त में आ जाते हैं तो भी वह अपराध में शामिल हो जाते हैं। फिर दूसरा कारण यह भी है कि आपकी संगत कैसी है, खराब संगत के कारण भी कई बार अपराधी होने वाली जानकारी मिलती है। और वह छोटे छोटे अपराध में शामिल हो जाते हैं l और फिर वही बड़े अपराध करने लग जाते हैं।

ग्रामीण क्षेत्र और शहरी थाना क्षेत्र में मूल भूत क्या अंतर होता है ?
ग्रामीण क्षेत्रों और शहरी क्षेत्रों में एक बडा अंतर होता है कि शहरी थाना क्षेत्र सीमित होता है और वहीं ग्रामीण क्षेत्र बड़ा और फैला हुआ होता है। यहां दूर दूर तक गांव होते हैं, जैसे मेरे थाना क्षेत्र बेटमा में 70 गांव हैं, अब कोई घटना हुई है तो सूचना मिलने में देरी हो सकती है फिर घटना सथल पर पहुचने में काफी समय लग जाता है। शहरी थाना क्षेत्र और ग्रामीण थाना क्षेत्र में अपेक्षाकृत संसाधन की कमी भी होती है। 

दोनो थाना क्षेत्र में कार्य करने की स्थिति में क्या फर्क है ?
नहीं मूल रूप से दोनों ही थाना क्षेत्रों में कोई फर्क नहीं है। वर्तमान में इन्दौर ओर भोपाल में कमिश्नरी प्रणाली को लागू किया गया है, तब से थोड़ा  बदलाव किया गया है। इसके अलावा अन्य कोई फर्क नहीं है।  दोनों थाना क्षेत्रों की कार्य प्रणाली में समय समय पर वरिष्ठ अधिकारियों से प्राप्त निर्देशों के अनुसार कार्य किया जाता है।

आपके थाना क्षेत्र में किस तरह के अपराध  होते हैं  ?
हाइवे से हमारा थाना क्षेत्र लगा होने से एक तो एक्सीडेंट की स्थिति अधिक होती है और गांव में जमीन के विवाद ज्यादा होते हैं। कुछ मामलों में पारिवारिक तनाव ओर प्रतिद्वंदता होती है, तो उसमें भी विवाद ज्यादा होते हैं। इसी तरह के अपराध की संख्या बढ़ी हुई रहती है। 

अपराधी प्रवृति के लोगो को समाज की मुख्यधारा में लाने - सुधार हेतु पुलिस को क्या करना चाहिए ?
बिल्कुल सही कहा आपने ,पुलिस विभाग द्वारा लगातार प्रयास किया जाता है कि, ऐसे मामलों में जो कि मु्ख्य धारा से भटक गए हैं ,अपराधी होने लगे हैं। नशा करने के कारण वे अपराध करने लग गए हैं,तो हम समझाते हैं और समाज की मुख्य धारा में शामिल करने का प्रयास करते हैं। और कई मामलों में पारिवारिक तनाव में रहते हैं, उनको भी पुलिस द्वारा समझाया जाता है कि यह गलत है तो वह व्यक्ति मान भी जाता है।

क्या आपके थाना क्षेत्रों में कोई आदतन अपराधी भी है,?
हां ज़रूर है हमारे थाना क्षेत्र में आदतन अपराधी है। हमारे थाना क्षेत्र में 8 आदतन अपराधी है। जो कि सूची में शामिल हैं। ऐसे मामलों से बड़ी सावधानी बरती जाती है। उनके विरुद्ध लगातार प्रतिबंधात्मक कारवाही की जाती है। निगरानी रखी जाति है। और पुलिस विभाग के द्वारा दिए गए निर्देशों को ध्यान में रखकर हमेशा कार्यवाही की जाती है।

महिला द्वारा कई बार उनके पक्ष बने कानून की धारा का लाभ लेते हुए झूठे अपराध दर्ज कराएं जाते हैं, क्या आपके थाना क्षेत्र में कोई घटना है ‌‌?
अच्छा प्रश्न है पर सवाल यह है कि हम अंतिम निर्णय करने वाले नहीं हैं। अंतिम निर्णय करने के लिए अदालत है। हमारा जो काम होता है वह होता दोनों पक्षों की जानकारी कोर्ट तक पहुंचा दे।  उसको निर्णय करने का अधिकार हमारा नहीं वह कार्य कोर्ट का अधिकार है।

सामाजिक परिवेश को सुधारने के लिए पुलिस के द्वारा क्या कार्य वाही की जाती है ?
कई ऐसी सामाजिक योजनाएं है, जिनके माध्यम से पुलिस के द्वारा समाज सुधार के लिए लगातार कार्य किया जाता है।  जैसे यातायात सुधार करने के लिए स्कूल में जाकर बच्चों को समझाए दी जाती, उनको बताया जाता है, वाहन  के चलाने के लिए क्या सावधानी उनको रखना चाहिए । अपराध के मामले में उनको समझाया जाता है।महिला अपराध के बारे में समझाना और उनको अभी हम जाना की महिला पुलिस की मदद किस तरह से ली जा सकती है।  जहां तक बच्चों के अपराध के मामले में सावधानी रखना चाहिए वह भी बच्चों को समझाया जाता है।  और उन्हें बेड टच और गुड टच के बारे में भी पुलिस द्वारा समय समय पर समझाए जाता है ।तो  इस तरह के कार्यक्रम के माध्यम से समझाइए समाज सुधार के लिए।  इस तरीके से काम पुलिस के द्वारा किए जाते हैं । 

भ्रष्टाचार पर आपकी टिप्पणी क्या होगी?
भ्रष्टाचार एक ऐसा विषय है जिसके बारे में हम यह कह सकते हैं कि, यह एक सामाजिक बुराई है, भ्रष्टाचार करने वाला दोषी, जो भ्रष्टाचार करता है वो भी दोषी है ।भ्रष्टाचार करने वाला लेने वाला और देने वाला दोनों दोषी । यह सामाजिक बुराई के साथ-साथ एक गलत व्यवस्था भी है । इसके लिए अलग से एक विभाग बना हुआ है।  भ्रष्टाचार के  अपराधियों को  सजा मिलती है । तो कुल मिलाकर भ्रष्टाचार एक बुराई है जिसका किसी को भी समर्थन नहीं करना चाहिए । समाज के लिए यह ठीक नहीं है।

सर्वधर्म सदभाव परआप क्या कहेंगे ?
हमारे यहां सभी धर्म के लोग रहते हैं, और सभी जन के लोगों को हम बराबरी से देखते हैं।  किसी भी धार्मिक त्योहार पर हिंदुओं का त्यौहार चाहे वह मुस्लिम त्योहार या किसी अन्य समाज का त्योहार क्यों न हो, सर्व धर्म समान रूप से सम्मानीय है और हम इसी थीम पर काम भी करते हैं । सभी धर्मों के लिए बराबर  सुरक्षा का काम करते हैं।  त्यौहार आते हैं उसके पहले उनमें बैठक होती है । शांति समिति की बैठक आयोजित की जाती है।  शांतिपूर्ण ढंग से मनाई जाने की अपील की जाती है।