चालान का उद्देश्य भी कहीं ना कहीं लोगों को समझाने के लिए ही है....सिर आपका है और चिंता पुलिस को हो रही है, गाड़ी आपकी है और चिंता पुलिस को हो रही है, आपने फाइनेंस नहीं कराया आपने इंश्योरेंस नहीं कराया तो चिंता पुलिस को हो रही है ,चोरी चली गई चिंता पुलिस को हो रही है । तो यह आश्चर्यजनक बात है ना । तो चालान के माध्यम से समझाइश देने का प्रयास रहता है
DGR @ एल.एन.उग्र (PRO )
इंदौर में कमिश्नर प्रणाली लागू होने से प्रशासन में क्या कसावट आएगी और आम आदमी को इससे क्या लाभ मिलेगा ?
जैसा कि आपको मालूम है कमिश्नर प्रणाली का मुख्य उद्देश्य यह है कि लोगों की समस्याओं का यथासंभव, शीघ्र, गंभीरता पूर्वक और संवेदनशीलता के साथ निराकरण किया जाए । कहीं ना कहीं स्टाफ को समस्याओं के प्रति संवेदनशील बनाने का जो अधिकारियों का मुख्य उद्देश्य है,इसी उद्देश्य के साथ में कहीं ना कहीं निश्चित रूप से अधिकारियों की जो मंशा है, वह लोगों की समस्या के लिए त्वरित निराकरण किया जाए। इससे आम लोगों को काफी मदद सहुलियत और सहयोग मिलेगा ।
पुलिस की छवि नकारात्मक रूप से देखी जाती थी ,सिर्फ चालान बनाने तक की थी आज की स्थिति क्या है?
चालान का उद्देश्य भी कहीं ना कहीं लोगों को समझाने के लिए ही है, अक्सर क्या होता है कि हम किसी व्यक्ति को समझाते हैं, तो कुछ समझ में नहीं आता है, उसका चालन 200 ₹500 का बन जाता है ,तो चालन की स्लिप जो वह साथ में रखे घूमता है ,तो उसे कहीं ना कहीं इसका एहसास रहता है, कि हमारा यह चालन किस बात के लिए बनाया गया है । सिर आपका है और चिंता पुलिस को हो रही है ,गाड़ी आपकी है और चिंता पुलिस को हो रही है, आपने फाइनेंस नहीं कराया आपने इंश्योरेंस नहीं कराया तो चिंता पुलिस को हो रही है, चोरी चली गई चिंता पुलिस को हो रही है । तो यह आश्चर्यजनक बात है ना । तो चालान के माध्यम से समझाइश देने का प्रयास रहता है । तो मेरा तो यह मानना है कि वर्तमान जो परिस्थितियां है ,चालान के माध्यम से उनको समझाया जाए और सुधार हो जाए तो इसमें कोई बुराई नहीं है इसीलिए चलानी प्रक्रिया की जाती है।
आपका क्षेत्र वीआईपी जोन में है, इसमें राजनीतिक हस्तक्षेप को किस तरह से देखते हैं?
देखिए राजनेता जो होते हैं वह अपना काम करते हैं, वह भी जनसेवा से जुड़ा काम होता है । पुलिस और प्रशासन यह भी जनसेवा का एक माध्यम है । तो इसमें हस्तक्षेप वाला कोई इशू नहीं है, जहां कहीं पर कोई राजनेता फोन करता है, जायज काम है तो करने में कोई दिक्कत नहीं है और नाजायज काम होता है हम स्पष्ट मना कर देते हैं ।
महिलाए अपराध में शामिल हो रही है इस पर आप क्या नजरिया रखते हैं ?
इस संदर्भ में मेरा मानना है कि जो माता-पिता है ,बच्चियों के भाई बहन है, उनको इस बात पर ध्यान देना चाहिए ,कि हमारी जो बच्ची है वह कहां जा रही है, उनके दोस्त कैसे हैं उनका जो उठना बैठना है वह किस तरह के लोगों में है । यदि उसको सुधार लिया जाए तो इसको सुधार लिया जाए तो मेरा ऐसा मानना है कि महिलाओं का अपराध की ओर बढ़ने का कोई प्रश्न ही नहीं उठेगा।
घरेलू हिंसा में महिलाएं पीड़ित होती है इस पर आप क्या विचार रखते हैं ?
मेरा ऐसा मानना है कि यदि महिलाएं थाने पर आ रही है तो तो कहीं ना कहीं वह अपने से अपने परिवार से पीड़ित होकर अंतिम विकल्प के रूप में पुलिस के पास आ रही है । ऐसी स्थिति में उन्हें हर संभव मदद करने का प्रयास रहता है ,जो उनकी समस्या है उसका निराकरण करने के लिए और कानूनी दृष्टि अगर बेहतर है तो उसकी मदद करना चाहिए ऐसा मेरा मानना है ।
समाज के बदलाव के लिए पुलिस की क्या महत्वपूर्ण भूमिका होती है ?
सामाजिक बदलाव के लिए मैं आपको बताता हूं कि हम गांधीनगर क्षेत्र के लोगों के बीच लगातार संपर्क में रहते हैं । बातचीत करते हैं और पुलिस के द्वारा लोगों के बेहतर के लिए क्या-क्या काम किए जा रहे हैं, इसके बारे में लोगों को बताना बहुत जरूरी है । ताकि लोगों को जानकारी रहे । जैसे आपको मालूम है कि महिला हेल्पलाइन है चाइल्ड हेल्पलाइन है लेकिन लोगों को इस बात का नॉलेज नहीं है । कि उनका उपयोग कैसे किया जाए, इनका लोगों को भ्रमण के द्वारा जानकारी दी जाती है । सम्मान के द्वारा उनको बताना कि पुलिस आपको इस तरह से मदद कर सकती है तो यह कहीं ना कहीं सामाजिक बदलाव में पुलिस की भूमिका को दर्शाता है।
आपकी नजरों में आदतन अपराधी के लिए क्या व्यवहार किया जाना चाहिए?
मेरा स्पष्ट मानना है कि क्रिमिनल के साथ पुलिस को सख्त रवैया रखना चाहिए, कोई रहम कोई दया की अपेक्षा नहीं है, सहानुभूति की अपेक्षा नहीं है, जो आम शहरी है ,जो शांति से जीवन जीना चाहते हैं ,अमन चैन से जीवन जीना चाहते हैं, उनके हर समस्या को गंभीरता से लेकर अपराधी पर ज्यादा ज्यादा सख्त कार्रवाई करना चाहिए यह मेरा मानना है ।
सीएम साहब द्वारा दुष्कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए हैं आपका क्या मानना है ?
सीएम साहब का जो कहना है उसका मूल मुख्य उद्देश्य यही है कि, क्रिमिनल्स में खौफ पैदा किया जाए । माताओं -बहनों पर इस तरह के अत्याचार करना बंद करें अन्यथा आप को नेस्तनाबूद कर दिया जाएगा।
आपके क्षेत्र में चोरी चैन स्नैचिंग आदि के अपराध की स्थिति में बढ़ोतरी है या कमी हुई है ?
मेरा ऐसा मानना है कि अभी अगर 2019, 2020 और 2021 की तुलना की जाए तो हमारे यहां जो इस तरह के अपराध कम हो गए, क्योंकि हमारा लगातार इलाके में भ्रमण होता है । इससे अपराधियों में 110 -151 की कार्यवाही सख्ती से की है, उसी का परिणाम है । तो कहीं ना कहीं और इस तरह के अपराधों पर हमारे यहां कंट्रोल है ।
धारा 110 क्या होती है यह आम लोगों को इसकी जानकारी नहीं है यह क्या होती है। ?
धारा 110 में यह होता है कि जो आदतन अपराधी है, जिनके ऊपर चार पांच केस रजिस्टर्ड है, उन पर विशेष नजर रखने के लिए हम उनको बांड ओवर करवाते हैं, ताकि इस तरह की अपराधिक गतिविधियों पर नियंत्रण किया जा सके । उसके बाद भी अपराध करते हैं तो उनको जेल भेजा जाए यह होता हैं ।
आपके थाने पर जो बल है क्या वह पर्याप्त है ?
हां बल की तो थोड़ी कमी है, ऐसा मेरा मानना है और यह बात हमारे बड़े अधिकारियों को सब को पता है और क्योंकि बीच में लॉकडाउन कोरोना का समय भी रहा है, लेकिन वह एक अपनी समस्या है वह समय रहते पूरी होगी । लेकिन जो बल हमारे पास उपलब्ध है उसी से हमें अधिक से अधिक काम लेना है और उसी के आधार पर हम रिजल्ट देने की कोशिश करते हैं ।
आपके क्षेत्र में आपका कंट्रोल कैसा है ? और आम जनता की आप तक पहुंच कैसी है। ?
मेरा प्रयास यही रहता है कि लोगों की समस्याओं का निराकरण किया जाए और पुलिस जो जनता के लिए वेलफेयर के लिए काम करने वाली संस्था है, उसके बारे में सभी को जानकारी हो और इसी प्रयास में हम लगे हुए और आम जनता की पहुंच मेरे तक सीधी है । कोई समस्या है तो हम से सीधा संपर्क कर सकता है और अधिकारियों से सीधे उनका संपर्क बना रहता है, स्टाफ को यह दिशा निर्देश है ,कि वे उनसे कभी भी कोई भी व्यक्ति संपर्क कर सकता है । जो अधिकारी से मिलना चाहता है उसको नंबर उपलब्ध करा दें । जगह-जगह हमने पोस्टर लगा रखे हैं, संपर्क नंबर है 24 घंटे मोबाइल ऑन रहते हैं थाने में उपलब्ध है।
साइबर अपराध के मामले में आपके थाने में किस तरह का दक्ष स्टाफ है ?
हां, इस विषय में मुझे लगता है कि अभी कुछ स्टाफ की आवश्यकता है । इस के लिए समय-समय पर क्रैश कोर्स चलते रहते हैं तो कमी भी समय पर पूरी हो जाएगी । बाकी तो जो भी शिकायत आती है हम लोग उसका उच्च स्तर पर जाकर उसका निराकरण करते हैं।
ड्रग्स के कारोबार पर आपकी क्या टिप्पणी है ?
ड्रग्स के कारोबार में जो भी लिप्त हैं, चाहे वह कारोबारी हो, या पीने वाला हो या बेचने वाला हो ,सभी के बारे में हमारे सीएम साहब और कमिश्नर साहब के स्पष्ट निर्देश है, कि इनको किसी तरह से पनपने नहीं दिया जाएगा इनको नेस्तनाबूद कर दिया जाएगा और बड़ी कार्यवाही हुई है इंदौर में भी हुई है ।