- यह एक अच्छा दौर है और कमिश्नर प्रणाली के लागू होने के बाद से निश्चित रूप से शासन और प्रशासन के बीच एक अच्छा बेहतर समन्वय है..
- वीआईपी कल्चर का अब कोई चलन नहीं है , कहीं कोई बत्तियां नहीं है, कहीं कोई हूटर नहीं है, तो
- वीआईपी कल्चर तो कहीं रहा ही नहीं .. परिवारों को एक करने का हमारा प्रयास है , था और कई परिवारों को हमने एक किया भी है ...
DGR @ एल.एन.उग्र (PRO )
कमिश्नर प्रणाली जो इंदौर में लागू हुई है इसके पीछे कई राजनीतिक दृष्टिकोण तो नहीं है ?
नहीं ऐसा नहीं कह सकते हैं हम । काफी समय से इंदौर को कमिश्नर प्रणाली से जोड़ने का प्रयास लगातार जारी था । और अब यह कमिश्नर प्रणाली यहां पर लागू की गई है,इसे हम राजनीतिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए नहीं कह सकते हैं, पूर्व से चर्चा जो चल रही थी उसको मूर्त रूप दिया गया है । यह बहुत अच्छी पहल है और इसमें काफी अच्छे सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं ।
क्या हम ऐसा मान सकते हैं कि इसके कारण पुलिस विभाग की चुस्ती-दुरुस्ती और आमजन को भी राहत बढ़ेगी ?
यह तो बिल्कुल सही है इसके कारण इस प्रणाली के कारण बहुत चुस्ती और दुरुस्ती आएगी । और इसी के कारण गुंडों और बदमाशों में भय का वातावरण बना हुआ है, काफी सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं इसके भी । आमजन के लाभ के लिए ही तो इस प्रणाली को लागू किया गया है । अपराधी वर्ग पर इसका प्रभाव पड़ेगा, अपराधी इसके कारण भागेंगे , अपराधी वर्ग अपराध करने से रुकेंगे और अपराधी अपराध को छोड़कर एक नई दिशा की ओर आएंगे । तो निश्चित रूप से इससे आम जनता को ही भला या आम जनता को इस में निश्चित रूप से लाभ है ।
इंदौर जैसे शहर में ड्रग्स का व्यापार क्या बढ़ रहा है इस पर पुलिस का क्या नजरिया है?
नहीं हम ऐसा नहीं कह सकते कि इंदौर में ड्रग्स का व्यापार बढ़ रहा है, हां यह जरूर है कि कुछ जगहों पर ड्रग्स का व्यापार हुआ है,हो रहा है और ऐसा भी नहीं है कि उन पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती । पुलिस को जैसे ही सूचना मिलती है उन पर सख्त कार्यवाही की जाती है । और पिछले दिनों पुलिस के द्वारा ड्रग्स पर काफी अच्छा काम किया गया है और उसके कारण जो इस तरह के लोग हैं जो इस व्यापार में लिप्त हैं उन पर काफी हड़कंप है
वी आई पी कल्चर को पुलिस के द्वारा कैसे देखा जाता है?
वीआईपी का जो कल्चर है वह वीआईपी के लिए है और जो साधारण लोग हैं उनके लिए साधारण कल्चर है । तो वीआईपी का कल्चर अपनी जगह है साधारण कल्चर अपनी जगह । और अभी तो ऐसा कोई वीआईपी कल्चर आपने देखा नहीं होगा । वीआईपी कल्चर का अब कोई चलन नहीं है । देखा भी होगा आपने कि कहीं कोई बत्तियां नहीं है, कहीं कोई हूटर नहीं है, तो वीआईपी कल्चर तो कहीं रहा ही नहीं ना ।
अपराधियों को छुड़ाने के लिए पुलिस प्रशासन में राजनीतिक दखल कहीं दिखाई देता है क्या?
नहीं ऐसा मैं नहीं मानता हूं कि अपराधियों को छुड़ाने के लिए या गलत तरीके से किसी को छुड़वाने के लिए राजनीतिक हस्तक्षेप पुलिस में शासन में कई होता है । अभी डेमोक्रेसी है, तो यह गलत है कि कहीं राजनीति का दखल पुलिस प्रशासन में है ।
ऑपरेशन प्रहार के बारे में कुछ बताइए?
ऑपरेशन प्रहार के तहत अभी काफी काम किया जा रहा है अभी हाल ही में सवा सौ के करीब 107 16 की कार्यवाही की गई है, 110 की कार्यवाही की गई है,गुंडों के खिलाफ आम चेक की कार्रवाई की गई है, जिला बदर और एनएसए की कार्यवाही की गई है, गुंडे बदमाश और जो कुख्यात अपराधी हैं उनको जेल भेजा गया है । और लगातार यह कार्यवाही की जा रही है गिरफ्तारी वारंट जारी है उनको भी जेल के पीछे भेजा जा रहा है ।
जो आदतन अपराधी हैं उन पर पुलिस और आपका क्या व्यवहार है ?
जो आदतन अपराधी हैं उन पर कानून की मंशा के अनुसार उन पर कड़ी कार्रवाई की जाती है, उनको बाउंड ओवर कराया जा रहा है, और जो इसका पालन नहीं कर रहे हैं उनके खिलाफ कार्यवाही करके उनको जेल भेजा जा रहा है ।
वरिष्ठ जनों की सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन क्या प्रयास करता है?
क्षेत्र में जो भी वरिष्ठ जन है उनके लिए सुरक्षात्मक प्रयास पुलिस के द्वारा किए जाते हैं । हम लोग उनके लिए हमेशा उनकी सुरक्षा के लिए काम करते हैं । और कहीं ना कहीं जो वरिष्ठ जन है,उनको पुलिस की सुरक्षा की जरूरत पड़ती है, तो और उनके द्वारा यदि हमसे संपर्क किया जाता है तो हमारे द्वारा तत्काल सुरक्षा मुहैया कराई जाती है ।
घरेलू हिंसा में आप किसे दोषी मानते हैं ?
घरेलू हिंसा में कुछ ऐसी चीजें हैं जो डिपेंड करती है, पति-पत्नी के बीच में आपस में समन्वय ना होना या कोई विवाद होना । कोई तालमेल ना होना, अपने अपने इशू होते हैं, उसके कारण घर में झगड़े होते हैं । लेकिन हम लोग उसको महिला परामर्श केंद्र के माध्यम से समझाने का काम करते हैं । थाने पर भी जो महिला डेस्क बनी है, उस के माध्यम से दोनों में समन्वय स्थापित करने का कोशिश करते हैं ।
शहर के लगभग हर थाने के बाहर सैकड़ों कंडम वाहन पड़े हुए हैं इनका निकाल क्या होगा ?
स्थानों पर जो वाहन पड़े हुए हैं उसके निकाल के लिए नीति बनी है और उसका निकाल करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है ।
जनता के लिए कुछ संदेश ?
बस हमारा संदेश यही है जनता से कि अपराध से सावधान रहें,उसे अवॉइड ना करें,अपराधी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी ।और आम जनता से भी यही उम्मीद है कि कहीं जब कोई अपराध दिखे तो तुरंत पुलिस को इसके बारे में सूचना दें!तो अपराधियों के खिलाफ पुलिस द्वारा तत्काल कार्रवाई की जाएगी।