इंदौर. सिद्धी विनायक इन्फ्रा क्रिएशन के निदेशक जयेन्द्र पाटीदार और उनकी पत्नी लीना पाटीदार ने हमें अपने बिल्डिंग प्रोजेक्ट में पैसा लगाने का प्रलोभन दिया। बेहतर भविष्य के सपने दिखाए। हमनें उनकी बातों में आकर पांच फ्लैट बुक किए और उसके एवज में अस्सी लाख रुपए की राशि चुकाई। आज नौ साल बाद भी न ही फ्लैटों का निर्माण कार्य शुरू हुआ और न ही कॉलोनाइजर पैसा लौटा रहा है। मंगलवार को पुलिस जनसुनवाई में ये शिकायत डॉ. अभय जैन ने की।
उन्होंने बताया कि ग्राम कबीटखेड़ी में जयेन्द्र पाटीदार द्वारा एक आवासीय कॉलोनी विकसित की जा रही थी, जिस पर बहुमंजिला भवनों का निर्माण प्रस्तावित था। साल 2011 में हमने उनकी बातों में आकर पांच फ्लैट बुक किए और किश्तों में पैसा दिया। अलग-अलग किश्त में कुल 80 लाख की राशि का भुगतान हमारे द्वारा किया गया। भवन अनुबंध की काॅपी पर जयेन्द्र पाटीदार ने हस्ताक्षर भी किए। जब बहुत समय तक भवनों का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ तो हमने पाटीदार दंपति से फोन कर स्थिति जानने की की कोशिश की। पहले तो उन्होंने बहाने बनाए, फिर हमारा फोन काटना शुरू किया। इस पर हमने मौके पर जाकर पता किया तो मालूम हुआ कि जिस जमीन पर भवनों का निर्माण होने वाला था वो जमीन भी उनके द्वारा बेची जा चुकी है। हमारे अलावा इक्कीस अन्य लोगों ने पाटीदार से भवनों का सौदा किया था। ऐसे ये लोग करोड़ों रुपयों का गबन कर चुके हैं।
हाल ही में जीतू सोनी के यहां जो कागजात रजिस्ट्रियां जब्त हुई हैं, उनमें सिद्धि विनायक इंफ्रा क्रिएशन की रजिस्ट्रियां भी मिली हैं। संदीप तेल, जीतू सोनी और पाटीदार मिलकर जमीनों की हेरा-फेरी करते थे। इसकी शिकायत पहले भी मेरे द्वारा कई बार की जा चुकी है, लेकिन कार्यवाही अब तक नहीं हुई। मामले को सुनने के बाद एडिशनल एसपी प्रशांत चौबे ने हीरा नगर थाने को जांच के आदेश दिए।
इंदौर
नौ साल बाद भी न ही फ्लैटों का निर्माण कार्य शुरू हुआ, न ही कॉलोनाइजर पैसा लौटा रहा
- 11 Feb 2020