Highlights

चिंतन और संवाद

OSHOकहिन : अगर तुम बहुत...

  • 15 Aug 2020

अगर तुम बहुत गहरे प्रेम में हो!
तो तुम मौन हो जाओगे; तब तुम अपनी प्रेमिका से बोल न सकोगे। और यदि बोलोगे भी तो नाम मात्र के लिए ही। बातचीत संभव नहीं है। प्रेम जब गहराता है तब शब्द व्यर्थ हो जाते हैं, तुम चुप हो जाते हो। अगर तुम अपनी प्रेमिका के साथ मौन नहीं रह सकते हो तो भलीभांति समझ लो कि प्रेम नहीं है। क्योंकि जिससे तुम्हें प्रेम नहीं है उसके पास चुप रहना बहुत कठिन होता है। 
किन्तु प्रेमी मौन हो जाते हैं। और जब दो प्रेमी फिर बातचीत करने लग जाएं तो समझ लेना कि प्रेम विदा हो चुका है, कि वे फिर अजनबी हो गए हैं। जाओ और पति पत्नियों को देखो, जब वे अकेले होते हैं तो वे किसी भी चीज के बारे में बातचीत करते रहते हैं। और वे दोनों जानते हैं कि बातचीत गैर जरूरी है। लेकिन चुप रहना कठिन है! इसलिए किसी क्षुद्र सी बात पर भी बात किए जाते है, ताकि संवाद चलता रहे।
लेकिन दो प्रेमी मौन हो जाएंगे। भाषा खो जाएगी; क्योंकि भाषा बुद्धि की चीज है। शुरुआत तो बच्चों जैसी बातचीत से होगी, लेकिन फिर वह नहीं रहेगी। तब वे मौन में संवाद करेंगे।