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चिंतन और संवाद

OSHOकहिन : क्रोध ही करुणा...

  • 13 Jul 2020

क्रोध ही करुणा बन जाता है। जिस व्यक्ति में क्रोध नहीं, वह करुणावान भी नहीं हो सकता
तुम्हारे लिए क्रोध जरूरी है। जैसे तुम अभी हो तुम्हें क्रोध की जरूरत है, क्योंकि यह एक सुरक्षा कवच है; और रूपांतरण के बाद भी तुम्हें इसकी आवश्यकता होगी, क्योंकि तब यह ईंधन बन जाता है—ऊर्जा बन जाता है। यह एक शुद्ध ऊर्जा है।