DGR विशेष @ पुष्पेन्द्र पुष्प
इंदौर। तेजी से महानगर का रूप लेता इंदौर शहर धीरे-धीरे स्मार्ट सिटी का भी रूप लेता जा रहा है और शहर का तेजी से विकास भी हो रहा है, जिस तेजी से शहर उन्नति की ओर अग्रसर हो रहा है और यहां पर पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू की गई है, उसी तेजी से शहर में अपराध भी बढ़ रहे हैं। हालांकि यह राहत वाली बात है कि इंदौर पुलिस की सख्त कार्यप्रणाली और सक्रियता के चलते अधिकांश अपराधों में अपराधी गिरफ्त में होकर अब जेल की सलाखों के पीछे हैं, लेकिन बावजूद इसके अपराधों में कमी नहीं आ रही है। सबसे अधिक चोरी, लूट की वारदातें पुलिस के लिए चुनौती बनती जा रही है। शहरी इलाकों की कालोनियों के साथ-साथ आउटर में बनी कालोनियों को भी बदमाश निशाना बना रहे हैं। वहीं हाल ही में दो मंदिरों में हुई एक जैसी वारदातों से यह शक है कि बरमूडा गैंग अब मंदिरों और आश्रमों को निशाना बना रही है।
देखने में आया है कि शहर के आउटर में बनी कॉलोनियां बदमाशों के निशाने पर हैं। यहां लगातार डकैती और चोरी की कई बड़ी वारदातें सामने आई हैं। आउटर भी बनी कॉलोनियों में वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश यहीं से दूसरे शहर में भाग निकलते हैं। बदमाश अधिकतर बाहरी सीमा पर बनी टाउनशिप को आसानी से निशाना बनाते हैं।
कुछ वारदातों पर एक नजर
शहर के लंदन विलाज में हुई डकैती में बाग-टांडा के बदमाश (सोमला गैंग) शामिल थे।
28 मई को तेजाजीनगर क्षेत्र के ओएस्टर टाउनशिप में हथियार लेकर बदमाश घुसे थे।
इंदौर के कनाडिय़ा थाना क्षेत्र में न्यू तिलकनगर में भी टांडा गैंग वारदात कर चुका है।
एक वारदात का खुलासा नहीं, दूसरी हो गई
अलवासा के श्री मां वैष्णोदेवी धाम शक्तिपीठ संत सेवा आश्रम में हुई डकैती की वारदात अभी सुलझी भी नहीं थी कि बदमाश 20 किमी दूर स्थित एक और आश्रम में वारदात कर फरार हो गए। ग्रामीण क्षेत्र के आश्रमों में तीन दिन के अंदर डकैती की दूसरी वारदात सामने आई। दोनों वारदातों में एक ही गिरोह का हाथ सामने आया है। ये आश्रम में वारदात के दौरान नशीला पदार्थ चरस और गांजा भी ढूंढते हैं। सांवेर और बाणगंगा पुलिस की संयुक्त टीम जांच में जुटी है। बाणगंगा टीआई लोकेशसिंह भदौरिया के मुताबिक, घटना सांवेर थाना अंतर्गत ग्राम नागपुर की है।
गैंग के पांच बदमाश हथियार लेकर घुसे थे
गांव में हरिओम कुटी हनुमान चौकी के नाम से महंत अमृत गिरी बापू का आश्रम बना है। शुक्रवार रात करीब दो बजे बरमूडा गैंग के पांच बदमाश हथियार लेकर आश्रम में घुस गए। सबसे पहले सेवादार जितेंद्र जैन को डंडे मारे और कब्जे में कर लिया। हत्या की धमकी दी और जितेंद्र से कहा कि बापू को उठाओ। पूछे तो बता देना कि पेट दुख रहा है। डरे-सहमे जितेंद्र ने बापू को उठाया और बदमाश कुटिया में घुस गए। बापू पर टामी से हमला बोला और सेवादार के साथ हाथ-पैर बांधकर एक तरफ पटक दिया।
सोने की बाली और मोबाइल लूटा
कुटिया में रखे बैग, बिस्तर और बर्तन की तलाशी ली और करीब 20 हजार रुपये, सोनी की बाली व मोबाइल लूट लिए। बदमाश धमकाते हुए फरार हो गए। सुबह पुलिस पहुंची और आसपास के क्षेत्र की तलाशी ली। मोबाइल तो खेत में पड़ा हुआ मिल गया। सांवेर पुलिस ने घायलों का मेडिकल परीक्षण करवाकर केस दर्ज किया।
चरस का पूछा और गांजा लूट ले गए
घायल महंत अमृत गिरी बापू ने पुलिस को अपने बयानों में बताया कि बदमाश चड्डी-बनियान और बरमूंडा पहनकर आए थे। उन्होंने चेहरों को नकाब और कपड़ों से ढंक रखा था। आरोपियों ने उनसे चरस के बारे में भी पूछा था। बापू ने कहा कि चरस तो नहीं है, गांजा रखा है। इसके बाद गांजे की पुडिय़ा ले गए।
बाग-टांडा गिरोह पर शक
अलवासा में भी बदमाशों ने महंत कमल दास से स्मैक के बारे में पूछा था। पुलिस पहले ग्रामीण क्षेत्र के बदमाशों का हाथ मानकर चल रही थी, लेकिन अब जांच बाग-टांडा के गिरोह पर जाकर टिक गई है। दोनों आश्रमों में महज 20 किलोमीटर की दूरी है। पुलिस ने अपनी जांच आगे बढ़ाते हुए बदमाशों की खोजबीन शुरू की है।
चोरी करने वाले बदमाशों का नहीं मिला सुराग
शहर के बायपास स्थित ऑस्कर टाउनशिप और पांचाल परिसर में शुक्रवार रात को चोरी करने वाले बदमाशों का सुराग नहीं मिला। पुलिस की जांच बाग-टांडा के गिरोह के आसपास चल रही है। धार, पीथमपुर और सिमरोल मार्ग के सीसीटीवी फुटेज निकाले जा रहे हैं। कनाडिय़ा थाना अंतर्गत बिचौली हप्सी में प्रापर्टी कारोबारी सोनू पांचाल के घर चोरी करने के पहले गैंग ने बायपास की ऑस्कर टाउनशिप में बर्तन कारोबारी शैलेष के घर चोरी का प्रयास किया था। वहां ज्यादा सामान नहीं मिला, लेकिन ईयरबड्स चुरा ले गए। इसके बाद चोर विश्वकर्मा मंदिर के पास बने सोनू पांचाल के बंगले में घुस गए। ग्रिल काटकर घुसे बदमाशों ने तीन बंगलों की तलाशी ली और सोनू के बंगले से एक लाख 90 हजार नकद, सोना-चांदी के आभूषण और कार चुरा ली।
बायपास पर करीब तीन घंटे तक रुके थे बदमाश
छानबीन में पता चला कि बदमाश बायपास पर करीब तीन घंटे रुके थे। ऑस्कर टाउनशिप में एंट्री गेट पर गार्ड होने के कारण खेतों के रास्ते घुसे और खेतों के रास्ते ही भाग गए। इस कारण चोरों के जूते कीचड़ में हो गए। उधर फोरेंसिक एक्सपर्ट ने तीन बदमाशों के फिंगर प्रिंट जुटाए हैं।
पीएसटीएन डेटा की जांच कर रही क्राइम ब्रांच
साइबर एक्सपर्ट की टीम भी जांच में लगाई गई है। तीन घंटे रुकने से फोन चलाने की संभावना बढ़ गई है। तकनीकी के जानकर पीएसटीएन डेटा निकालकर जांच कर रहे हैं। उधर पुलिस ने धार, झाबुआ व आलीराजपुर पुलिस से भी फुटेज साझा कर मदद मांगी है। जानकारी मिली है कि बाग-टांडा में इस तरह की कई गैंग हैं, जो सदस्य बदल-बदलकर वारदात करते हैं।