सतर्क रहें सजग रहें अभियान पर आपकी टिप्पणी करना चाहेंगे?
यह एक बहुत ही प्रशंसनीय अभियान है और सतर्क रहें सजग रहें यह अभियान जो है यह सराहनीय है यह सब के हित के लिए उपयोगी है।
कमिश्नर प्रणाली पर आप क्या कहना चाहेंगे, कमिश्नरी प्रणाली सफल होगी?
कमिश्नरी कार्यप्रणाली में कई कार्यवाही ऐसी होती हैं जैसे 110 की कार्यवाही हुई, जिला बदर की कार्यवाही हुई, इसमें यह पता है होता है कि यह कि किस तरह के बदमाश है और उन पर क्या कार्रवाई की जाना है ऐसे बदमाश जो कि समाज के लिए खतरनाक है उन पर निर्णय लेने में ज्यादा समय नहीं लगेगा, मेरे मतानुसार तो यह प्रणाली सफल होगी, यदि अपराधी पर तत्काल कार्यवाही की जाती है, तो जनता को निश्चित रूप से उसका लाभ मिलेगा। अपराधी खौफ में रहेगा तो आम जनता निश्चित रूप से इससे शांति महसूस करेगी। जबसे कमिश्नर प्रणाली लागू की गई है इसके उपरांत से अपराधों के ग्राफ में काफी गिरावट आई है। जबसे कमिश्नर प्रणाली लागू ही है इसमें पुलिस का एक तो संदेश यह है कि जो बदमाश है उन पर तत्काल कार्रवाई की जाए और दूसरी तरफ जो आम जनता है उसको राहत पहुंचाई जाए। इस उद्देश्य पूर्ति के लिए एक हमने ऐसा रास्ता बनाया गया है जिसमें जो शिकायत करता है उसको फीडबैक दिया जाता है।
अपराध पर शिकंजा कैसे कसा जा सकता है?
निश्चित रूप से अपराध पर शिकंजा कसेगा, अभी जैसे-जैसे स्टाफ की पूर्ति होती जाएगी और सुधार होता जाएगा। एक तरफ आपने देखा होगा ट्राफिक व्यवस्था पहले से काफी बेहतर सुधार हो चुकी है पुलिस का अपराधी पर खौफ आता है, पुलिस बदमाशों पर फोकस होकर कार्यवाही करेगी जब बदमाशों के विरुद्ध कार्यवाही की जाती है तो निश्चित रूप से अपराधियों पर और अपराध पर शिकंजा कसेगा।
खाकी का खौफ होना चाहिए ?
निश्चित रूप से खाकी का खौफ होना ही चाहिए,लेकिन यह खौफ है ना जो बदमाशों के बीच होना चाहिए ना की आम जनता के लिए, बदमाशों को अगर पुलिस का भय नहीं होगा तो बड़ा मुश्किल होगा, बदमाशों पर भय होना ही चाहिए।
ड्रग्स के गिरफ्त में जो युवा वर्ग आ रहा है इस पर आप उनको क्या संदेश देना चाहिए ?
युवा जब कभी क्राइम में जाता है तो इसके पीछे कहीं ना कहीं ड्रग्स की लत का होना पाया जाता है, नशे की लत में ही अपराध करता है, जब वह अपराध करता है तो उसकी मन स्थिति ऐसी नहीं रहती है, कि उसके परिणाम के बारे में समझ पाए। शराब के नशे में ड्रग्स के नशे में मदहोश होता है, ड्रग्स जो है वह निश्चित रूप से बहुत ही हानिकारक है युवा वर्ग के लिए। अभी एक नया दौर चला है कि डीजल सुघ कर नशा कर लेते हैं, नशे की हालत में जब वह गाड़ी चला रहे होते हैं तो बहुत ही खतरनाक एक्सीडेंट हो जाते हैं, कई गरीब होते हैं जिनके पास पैसा नहीं होता है, वह नशे की गिरफ्त में फंस जाते हैं, चोरी करते हैं लूटपाट करते हैं ऐसी स्थिति में ड्रग्स युवाओं के लिए काफी हानिकारक है। ऐसे में पुलिस की ओर से तो काफी अभियान चल रहा है युवाओं को ड्रग्स से दूर करने का प्रयास किया जाना चाहिए।
न्यायालयीन प्रक्रिया में पुलिस का कितना सहयोग होता है?
न्यायालय प्रक्रिया जो होती है उसमें पुलिस के जो कार्यवाही पुट अप की जाती है उस पर कार्यवाही होती है, न्यायालय द्वारा समन पर तामील प्रक्रिया के लिए दिए जाते है, पुलिस की विवेचना पर न्यायालय निर्णय लेती है इस प्रकार से न्यायालयीन प्रक्रिया में पुलिस का पूरा सहयोग होता है।
आपके यहां रहते कुछ खास उपलब्धि?
मुझे यहां लगभग डेढ़ वर्ष हुआ है और मेरे कार्यकाल में काफी उपलब्धियां हैं, चोरी के वाहनों के मामले में,चोरी हो, नकब जनी, हो या की लूट के संबंध में हो, यह जो भी क्राइम होते हैं उन को चिन्हित किए गए हैं और सख्त से सख्त कार्यवाही की गई है। इसके अलावा अन्य अपराधों में भी काफी कमी आई है। इसके अलावा मानवीय कार्य करते हैं जैसे विगत समय में एक महिला जो घर में मरणासन्न पड़ी थी,घर के दरवाजे बंद थे पुलिस को जैसे ही पता लगा,पुलिस गई घर के दरवाजे तोड़े और उसे लाया गया, उसका प्राथमिक उपचार कराया गया, उसके बच्चे जो विदेश में रहते थे, इस तरह से किसी की जान बचा कर मानवीय कार्य भी किए जाते हैं पुलिस द्वारा।
पुलिस की छवि सिर्फ चालान बनाने की ही क्यों बन कर रह गई?
मैं जहां तक अपनी बात करूं मैं मोटर व्हीकल एक्ट में चालान बनाने की प्रक्रिया में बहुत ज्यादा इंटरेस्ट नहीं रहता हूं, केवल वही चालन बनाया जाना चाहिए जो बहुत जरूरी है,जिसे अपराध में किसी को बल मिलता है और ऐसे चालान बनाना अनिवार्य है। थाने की ऐसी प्रक्रिया नहीं है कि सिर्फ चालन बनाया जाए।
आम जनता को आप क्या संदेश देना चाहेंगे?
आम जनता को भी यही संदेश देना चाहेंगे कि पुलिस आम जनता के लिए है, पुलिस से डरना नहीं है और पुलिस के समक्ष अपनी शिकायत को अवश्य करना चाहिए, पुलिस कमिश्नर प्रणाली में तो जनता को राहत मिलेगी,बदमाशों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जा रही है, इसलिए मैं आम जनता से अपील करता हूं कि पुलिस को सहयोग करें और जो अपराध करते हैं, अपराधी के बारे में अगर उनके पास कोई जानकारी है तो पुलिस को सूचना जरूर दें।