इंदौर। आपराधिक अनुसन्धान केंद्र मूसा खेड़ी चौराहा पर पदस्थ सहायक पुलिसमहानिरीक्षक अनुसंधान केंद्र (अ. अ. वि.) पारुल बेलापुरकर जी से सौजन्य भेंट हुई
चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि हम हम लोग सीधे काम नहीं करते हैं और पुलिस का जो काम है वह काम पुलिस विभाग के द्वारा किया जाता है, जब उनसे अपराध आदि विषयों पर चर्चा हुई तो उन्होंने अवगत कराया कि हमारा काम अनुसंधान की तरह होता है, हम सीधे जनता के संपर्क में कम होते हैं और इसलिए सीधे अपराधीक गतिविधियों पर पुलिस विभाग का काम होता है, हम भी पुलिस वाले हैं, हमारा मुख्यालय भोपाल में है वह हर जगह काम नहीं कर सकते, उनकी पूर्ति हैतु हम लोग काम करते हैं l हमारी टीम होती है वह गाइडलाइन के अनुसार काम करती है, टीम वर्क होता है यह सभी सहयोगी के साथ तालमेल बिठाकर पूर्ण किया जाता है l
सामान्य पुलिस विभाग और हमारी कार्यप्रणाली में थोड़ा सा अंतर होता है, हमारे सामान्य रूप से सीधे आमजन से संपर्क नहीं होता है और पुलिस विभाग जनता के संपर्क में होती है l दोनों ही पुलिस विभाग में कार्य प्रणाली में अंतर होता है l
वे मूलतः भोपाल - इंदौर से ही है, शिक्षा दीक्षा भी यही कि है l
हमारे समाचार पत्र "डिटेक्टिव ग्रुप रिपोर्ट "के संकल्पसूत्र "सतर्क रहें- सजग रहें अभियान " पर विचार जानना चाहा, तो उन्होंने कहा कि यह स्लोगन अच्छा है वह वर्तमान दौर में न केवल हमें बल्कि हमारे आसपास सभी को सभी के लिए सतर्क रहना चाहिए सजग रहना चाहिए... इसी से सुरक्षित रह सकते हैं! सुरक्षा के लिए पुलिस विभाग मुस्तैदी से काम करता है इसमें कहीं कोई दो राय नहीं है... पुलिस विभाग जनता के सहयोग से काम करता है जनता के सहयोग मिलने से ही पुलिस विभाग को सफलता मिलती है अपराधियों पर पुलिस की पकड़ मजबूत होती है... l
-एल एन उग्र ( PRO)
संवाद और परिचर्चा
"आपराधिक अनुसंधान केंद्र गाइडलाइन के अनुसार काम करता है " - पारुल बेलापुरकर
- 18 Jan 2022