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पीपीई किट डिस्पोजल घोटाला - जिस बायो वेस्ट प्लांट को किट को नष्ट करने का जिम्मा, वह इन्हें गर्म पानी में धोकर सतना-भोपाल के खुले बाजार में बेच रहा

  • 27 May 2021

सतना। मध्यप्रदेश के सतना जिले में आपदा को अवसर में बदलने का डरावना और शर्मनाक वीडियो वायरल हुआ है। यहां बडख़ेरा बायो वेस्ट डिस्पोजल प्लांट में सिंगल यूज पीपीई किट को गर्म पानी में धोकर बंडल बनाए जा रहे हैं। इसके बाद कबाडिय़ों के माध्यम से सतना और भोपाल के खुले बाजार में दोबारा पीपीई किट के तौर पर बेचा जा रहा है। इस मामले में कमिश्नर ने जांच के आदेश दिए हैं।
शासन की गाइडलाइन के मुताबिक पीपीई किट, ग्लव्स और मास्क को वैज्ञानिक तरीके से नष्ट करने के लिए बडख़ेरा में इंडो वाटर बायो वेस्ट डिस्पोजल प्लांट में भेजा जाता है, लेकिन प्लांट में ऐसा नहीं किया जा रहा है। यहां कर्मचारी प्लांट प्रबंधन के इशारे पर पीपीई किट को गर्म पानी से धोकर बाकायदा अलग बंडल बनाकर रख देते हैं। इसके बाद गोपनीय तरीके से इसे बेच दिया जाता है।
दो दिन पूर्व देर रात 11 से 12 बजे के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ। पड़ताल में पता चला कि बडख़ेरा गांव के एक स्थानीय युवक ने चोरी-छिपे बायो वेस्ट डिस्पोजल प्लांट के अंदर चल रही करतूत का वीडियो मोबाइल फोन में कैद कर वायरल किया था। वीडियो में स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि पीपीई किट और ग्लव्स को एक टब में गर्म पानी में डालने के बाद धोकर सुखाया जाता है। इसके बाद प्लांट के अंदर काम कर रहे मजदूर बंडल तैयार करते हैं। इसके बाद यह हूबहू नए बंडल की तरह ही दिखने लगता है। वीडियो वायरल होने के बाद अब जिला प्रशासन कार्रवाई करने का आश्वासन दे रहा है।
तीन विभागों की होती है जिम्मेदारी
बताया गया कि बायो वेस्ट डिस्पोजल प्लांट के रखरखाव और देखरेख की जिम्मेदारी प्रदूषण विभाग, जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की होती है, लेकिन सूत्रों की मानें तो किसी भी विभाग के जिम्मेदार अधिकारी कभी भी मौके पर नहीं जाते। ऐसे में बायो वेस्ट एजेंसी मनमाने तरीके से काम कर रही है।
अधिकारियों का कहना है कि बायो वेस्ट के मामले में जो वीडियो वायरल हुआ है। उसके बारे में बायो वेस्ट एजेंसी वाले ही बता सकते हैं। हम तो बायो वेस्ट उठाने के पैसे देते हैं।
मामले में संभागायुक्त अनिल सुचारी का कहना है कि बडख़ेरा बायो बेस्ट डिस्पोजल प्लांट का मामला मेरे जानकारी में नहीं था। वीडियो में जो दिख रहा है, गलत है। जल्द ही मामले की जांच होगी। दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी के मुताबिक पीपीई किट का निपटान लैंड फिल और भस्मीकरण के तहत किया जा सकता है। कोविड गाइडलाइन के अनुसार इसके लिए भस्मीकरण के निर्देश हैं। इसे रिसाइकिल नहीं किया जा सकता। अगर ऐसा हो रहा है, तो गलत है।
क्या है गाइडलाइन?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक पीपीई किट, ग्लव्स और मास्क को एक बार ही इस्तेमाल करना है। साथ ही, इनको सार्वजनिक जगह पर नहीं फेंकना है, बल्कि वैज्ञानिक तरीके से बायो वेस्ट डिस्पोजल प्लांट में नष्ट कराना है।