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DGR विशेष

पुलिस के लिए चुनौती बने हैकर

  • 03 Oct 2020

रसूखदारों के साथ अब पुलिस व अन्य शासकीय अधिकारियों के भी सोशल मीडिया अकांउट हैक करने लगे
ठगी का निकाला नया तरीका, जिनके अकाउंट हैक किए, उनके परिचितों से करते हैं रुपयों की मांग
इंदौर। बदलते समय के साथ जहां इंटरनेट का तेजी से उपयोग हो रहा है और हर कोई सोशल मीडिया पर सक्रियता होता नजर आ रहे हैं, उसी तेजी से सायबर क्राइम भी बढऩे लगे हैं। सायबर अपराधियों ने ठगी के नए-नए तरीक निकाल लिए हैं। इन्हीं तरीकों में एक तरीका इन दिनों सभी के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है।
दरअसल सायबर क्राइम करने वालों के हौंसले इतने बुलंद हो गए कि पहले जहां वे रसूखदारों के सोशल मीडिया अकाउंट (खासकर फेसबुक) हैक कर उनके परिचितों से रुपयों की मांग करते थे, वहीं अब शासकीय  अधिकारियों यहां तक पुलिस अधिकारियों के भी अकाउंट फर्जी बनाकर या हैक कर उनकी जान-पहचान वालों से रुपयों की मांग की जा रही है। हाल ही में शहर के पश्चिम क्षेत्र के एसपी महेशचंद जैन का फेसबुक अकाउंट फर्जी बनाकर उनके परिचितों से रुपए मांग लिए। एसको बदमाशों की जब यह हरकत पता लगी तो खुद उन्होंने सोशल मीडिया पर परिचितों को सावधान रहने की सलाह दी।
शहर के पश्चिम इलाके में पदस्थ एसपी महेश चंद्र जैन ने गत दिनों फेसबुक पर मैसेज वायरल किया कि उनका फेसबुक अकाउंट फर्जी बनाकर पैसे मांगे जा रहे हैं ,कृपया सावधान रहें । दरअसल जैन के पास भी उनके परिचितों के फोन पहुंचे और बताया कि उनके नाम से फेसबुक मैसेंजर के माध्यम से रुपए मांगे जा रहे हैं। जैन सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं शायद इसी वजह से उन्हें हैकर ने निशाना बनाया था । जैन अब पूरे मामले की पड़ताल करवा रहे हैं।
परेशानी का हवाला देकर मांगते हैं रुपए
साइबर हैकर के लिए पैसा कमाने का यह सबसे आसान तरीका है। किसी भी बड़े व्यक्ति के नाम से फर्जी अकाउंट तैयार करते हैं और उनके फेसबुक अकाउंट के दोस्तों को फेक आईडी से मैसेज कर परेशानी का हवाला देते हैं और रुपयों की मांग करते हैं । यह बदमाश इतने शातिर होते हैं कि मोबाइल पर कोई बात नहीं करते सिर्फ फेसबुक मैसेंजर पर ही चैटिंग कर ऑनलाइन पैसे की मांग करते हैं ।
रुपए मिलते ही डिलीट करते हैं अकाउंट
जिन लोगों को ठगना होता है उन्हें अपने झांसे में इस तरह से ले लेते हैं कि वह व्यक्ति बिना कुछ सोचे समझे ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर कर देता है। रुपए मिलने के बाद फेक अकाउंट तुरंत डिलीट भी कर दिया जाता है इसकी वजह से साइबर एक्सपर्ट भी इन ठगोरों तक नहीं पहुंच पाते हैं । ठगाए व्यक्ति को ठगी का अहसास तब होता है जब सामने वाले व्यक्ति से वह बात कर पाते हैं ।