48 घंटे में दूसरी बार ली अफसरों की मीटिंग; अभियान चलाकर मरम्मत करने के निर्देश
भोपाल । बेहतर सड़कों पर आवागमन का लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) का दावा सावन के महीने में हुई बारिश की तरह धुल गया है। विभाग के मंत्री ने लोकपथ ऐप से सात दिन में सड़कों की मरम्मत और क्वालिटी मेंटेन रखने का दावा किया था। अब सड़कों के कारण हो रही किरकिरी को देखते हुए मंत्री और प्रमुख अभियंता ने विभाग के इंजीनियरों को एक हफ्ते में सड़कों को दुरुस्त करने का समय दिया है।
एक सप्ताह में कराएं मरम्मत
लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने बुधवार को मंत्रालय में बारिश में क्षतिग्रस्त सड़कों की समीक्षा की। यहां विभाग के अपर मुख्य सचिव केसी गुप्ता, प्रबंध संचालक सड़क विकास निगम, प्रमुख अभियंता समेत अन्य अफसरों से मंत्री सिंह ने कहा कि एक सप्ताह का अभियान चलाकर सड़कों, शोल्डरों एवं पुल-पुलियाओं की मरम्मत करने का काम पूरा कराएं। मंत्री सिंह ने बैठक में यह भी निर्देश दिए हैं कि मरम्मत के बाद इंजीनियरों से यह प्रमाण पत्र भी लिया जाए कि उनके क्षेत्र में अब कोई क्षतिग्रस्त सड़क मरम्मत के लिए शेष नहीं है।
मंत्री ने दो दिन पहले दिया था 24 घंटे का अल्टीमेटम
मंत्री राकेश सिंह ने पांच अगस्त को लोकपथ ऐप में दर्ज शिकायतों और उनके निराकरण का रिव्यू किया था। तब यह बात सामने आई थी कि लोकपथ ऐप में 1846 शिकायतें प्राप्त हुई हैं जिसमें से 1609 शिकायतों का निराकरण किया गया है। मंत्री सिंह ने बैठक में लोकपथ ऐप में अधिक समय से पेंडिंग शिकायतों पर नाराजगी जताते हुए 24 घंटे में समय सीमा के बाहर वाली कम्प्लेन का निराकरण करने के लिए कहा था। साथ ही ऐसा न होने पर कार्रवाई की भी चेतावनी दी थी।
भोपाल के अफसरों का दावा, 14 में से 6 सड़कों के गड्ढे भरे
अधीक्षण यंत्री भोपाल के अनुसार लोक निर्माण विभाग के अधीन भोपाल शहर में सड़कों पर वर्षा ऋतु में लगभग 3 प्रतिशत सड़कों में गड्ढे पाए गए। अधिकांश की मरम्मत कर दी है। भोपाल शहर में लोक निर्माण विभाग के पास में 573 किमी सड़कें हैं। 400 किमी सड़कें परफॉर्मेंस गारंटी और 173 किमी सड़कें साधारण मरम्मत वाली हैं। भोपाल शहर के 14 मार्गों के 22 किमी की लंबाई में 523 वर्गमीटर में गड्ढे हुए थे। जिसमें से 6 सड़कों में मरम्मत कार्य कर दिया गया। शेष सड़कों में मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। अधीक्षण यंत्री मंडल भोपाल ने शहर के 14 मार्गों का निरीक्षण किया है।
ऐसा है एमपी में सड़कों का नेटवर्क
लोक निर्माण विभाग के पास 81000 किमी सड़क का नेटवर्क है। जिसमें से 9315 किमी राष्ट्रीय राजमार्ग, 12568 किमी स्टेट हाईवे, 25420 किमी मुख्य जिला मार्ग तथा 33697 किमी की ग्रामीण सड़कें हैं।
लोक निर्माण विभाग ने हर मार्ग पर सब इंजीनियर, एसडीओ, कार्यपालन यंत्री स्तर के अधिकारियों को मार्ग वार जिम्मेदारी सौंपी है।
वर्षा ऋतु में बिटुमन इमल्शन की लेयर डालकर पेच रिपेयर का कार्य किया जा रहा है। अधिक क्षतिग्रस्त स्थानों पर 100 एमएम पेवर ब्लॉक जो M-40 काॅन्क्रीट से निर्मित होते है, उससे भी मरम्मत का कार्य किया जा रहा है।
लोकपथ ऐप पर 206 सड़कों की कम्प्लेन पेंडिंग
6 अगस्त की स्थिति में लोकपथ ऐप पर विभाग को 1868 शिकायतें प्राप्त हुई हैं जिसमें 1662 शिकायतों का निराकरण किया जा चुका है। भविष्य में शहरी मार्गों को बार-बार क्षतिग्रस्त होने से बचाने के उदेश्य से व्हाइट टॉपिग से काॅन्क्रीट की पतली लेयर डालकर उन्नयन करने की योजना है ताकि वर्षा ऋतु में पर्याप्त जल निकासी के अभाव में भी सड़कें सुरक्षित रहे।
पेच रिपेयर के लिए यह तकनीक अपना रहे
पेच रिपेयर के लिए नई तकनीक जेट पेचर, वेलोसिटी पेचर और इन्फ्रारेड का उपयोग किया जा रहा है। जिसके तहत 600 किमी की लंबाई में मार्गों का मेंटेंनेंस (Comprehensive Maintenance) किया जा रहा है। इसमें ठेकेदार को गड्ढों के मरम्मत के साथ-साथ पुल-पुलियों की मरम्मत, रंगाई, पुताई, शोल्डर, रोड फर्नीचर की मरम्मत का कार्य भी किया जाता है। इन तकनीकों में वेलोसिटी पेचर मशीन का उपयोग रायसेन, सीहोर, सागर संभाग में 222 किमी में किया जा रहा है। भोपाल संभाग में 186 किमी में जेट पेचर तकनीक तथा इन्फ्रारेड का उपयोग भिंड, मुरैना, दतिया, ग्वालियर में लगभग 211 किमी में किया जा रहा है।
भोपाल
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- 08 Aug 2024