भजन ऐसा हो कि दुनिया को पता ना लगे
कि उसकी साधना क्या है...
मैं अपने अनुभव से कहूं कि जितने महापुरुषों के हमने दर्शन किए हैं... जिनके बारे में सुना हो...तो मैं कह सकता हूँ कि सही में बुद्ध पुरुष की साधना क्या है कोई माई का लाल जान ही नहीं पाता.......
क्योंकि उसका सोना भी साधना है... जागना भी साधना है ...बैठना भी साधना है... उठना भी साधना है... पीना भी साधना है ....बातें करना भी साधना है ...मौन रहना भी साधना है ....विनोद भी साधना है ....विवेक भी साधना है ....
प्रतिपल जिसकी साधनामय जिंदगी है.... पता ही
नहीं लगता कि करता क्या है.....
चिंतन और संवाद
मोरारी बापू : भजन ऐसा हो कि दुनिया को पता ना लगे ...
- 06 Sep 2020