Highlights

चिंतन और संवाद

मोरारी बापू : समाधि का अर्थ  हैं....

  • 12 Sep 2020

समाधि का अर्थ  हैं.....
'स' का अर्थ है... समता.....बुद्ध पुरुष जगत में आता है लोकमंगल के कार्य में... लोकसंग्रह में लगते हैं... लेकिन सपने में भी उसकी समता ना टूटे.....
'मा' का अर्थ है... मार्ग.. मेरी व्यक्तिगत दृष्टि में ...अथवा तो मार्गी...जो समता के मार्ग पर...ऐसा मार्ग उसने पकड़ा है जहां विषमता किसी के प्रति, किसी का त्याग, किसी के प्रति द्वेष, कुछ नहीं  
और 'धि'..में रस्व करो तो अर्थ बदल जाएगा संस्कृत में.. लेकिन दीर्घ भी तुलसी ने उपयोग में लिया है.तो 'धि' में दीर्घ आए तो... प्रज्ञा.. 
जिसकी प्रज्ञा समता के मार्ग पर निरंतर चले ....वो  चलती फिरती समाधि है .....कभी जिसकी प्रज्ञा विषम ना हो....