वर्तमान में इंदौर जिले में कोरोना संक्रमण काफी हद तक कवर कर लिया गया है। नए रोगी की संख्या नाम मात्र रह गई है शासन और प्रशासन दोनों ही इस मामले को लेकर व्यापक तैयारी कर रहे हैं। आशंका है कि अक्टूबर माह के दरमियान इंदौर सहित प्रदेश भर में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर अपना असर दिखा सकती है।हालांकि भविष्य की चिंता को कम करने के लिए शासन प्रशासन स्तर पर काफी कुछ प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन आम नागरिक का योगदान इसमें काफी महत्वपूर्ण सिद्ध होगा। इसीलिए उन्हें भी
अपनी जवाबदारी इमानदारी से निभानी होगी।
इसी को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने व्यापक तैयारियां की है उक्त मामले को लेकर इंदौर के चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय के अधीक्षक वरिष्ठ चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ हेमंत जैन से डिटेक्टिव ग्रुप रिपोर्ट की टीम ने विशेष चर्चा कर जानकारी हासिल की है।
जिसमें उन्होंने बताया कि डब्ल्यूएचओ सहित अन्य ने कोरोना की तीसरी संभावित लहर की आशंका व्यक्त की है। जिसमें इस बार यह संक्रमण बच्चों को टारगेट कर सकता है। इसी को देखते हुए व्यापक इंतजाम किए गए हैं डॉ हेमंत जैन बताते हैं कि पहले हमारे पास आई सी यू और एन आई सी यू के लगभग 500 बेड ही उपलब्धि थे। जिनकी संख्या बढ़ाकर अब 2 हजार कर दी गई है। आॅक्सीजन की भी काफी कमी थी जिसके लिए व्यापक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं अनेक अस्पतालों में आॅक्सीजन प्लांट स्थापित कर दिए गए हैं।
सुरक्षा यंत्र और मेडिसिन
डॉ हेमंत जैन ने चर्चा में बताया कि सुरक्षा यंत्र के अलावा पर्याप्त मात्रा में मेडिसिन भी उपलब्ध हो चुकी है देवी अहिल्या विश्वविद्यालय और शासन को पत्र लिखे जा चुके हैं। ताकि वे इस मामले में सावधानी व अन्य आवश्यक दिशा निर्देश जारी करें। वर्तमान में चाचा नेहरू चिकित्सालय में अलग-अलग वर्कशॉप के माध्यम से डॉक्टर नर्स को प्रशिक्षण दिया जा रहा है इसी के साथ मास्टर ट्रेनर भी तैयार किए जा रहे हैं। ताकि वे अन्य चिकित्सालयों में जाकर टीम को दिशा निर्देश देकर तैयारियां करवा सकते हैं। चाचा नेहरू चिकित्सालय में सुबह 9:30 से शाम 4:30 बजे तक अलग-अलग वर्कशॉप आयोजित की जा रही है अब तक 8 वर्कशॉप आयोजित हो चुकी है प्रत्येक वर्कशॉप में 15 डॉक्टर और 40 नर्स सम्मिलित किए जा रहे हैं।
कहां कहां दी जा
चुकी है ट्रेनिंग
डॉ. हेमंत जैन बताते हैं कि अब तक जिला चिकित्सालय पीसी सेठी अस्पताल हुकमचंद पॉलीक्लिनिक सांवेर हातोद सहित सभी सरकारी अस्पतालों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है इसके अलावा प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टरों को भी ट्रेनिंग दी जा रही है।
विविध क्षेत्र
संवाद- परिचर्चा : हम चाहे तो रोक सकते हैं कोरोना संक्रमण की थर्ड लहर...? ख्यात चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ हेमंत जैन
- 22 Jul 2021