Highlights

इंदौर

शराब तस्करी की बड़ी गैंग पकड़ाई, कार में 4 तस्कर 50 पेटी शराब रखकर जा रहे थे

  • 01 Jun 2021

इंदौर। 100 रुपए पर पेटी कमीशन लेकर शराब की व्यवस्था कर सप्लाई करवाने वाले तस्कर समेमत पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से पुलिस ने करीब 2 लाख रुपए कीमत की 50 पेटी शराब पकड़ी है, जो यह बड़वानी के ठीकरी से दो कार में लेकर आ रहे थे। पुलिस की मानें, तो यह प्रतिदिन 100 पेटी माल खपा रहे थे। यह पूरा खेल रात में हो रहा था। शराब देने वाले दोनों आरोपी अभी पुलिस गिरफ्त से दूर हैं।
एएसपी पुनीत गेहलोत ने बताया, सूचना मिली थी कि कुछ तस्कर दो कार में अवैध शराब भरकर पीथमपुर तरफ से महू आ रहे हैं। इस पर टीम ने धारनाका बड़ी पुलिया के पास घेराबंदी कर पीथमपुर की ओर से आ रही दोनों कार को रोक लिया। कार चालक ने अपना नाम कैलाश पिता राम भरोसे सोनी (45) निवासी 228 बाबू मुरई कॉलोनी एरोड्रम रोड इंदौर और दूसरे ने सुनील पिता सुभाष झोपे (34) निवासी 379 प्रजापत नगर चंदन नगर इंदौर का होना बताया।
वहीं, दूसरी कार चालक ने अपना नाम अनुज (35) पिता तेजबहादुर सिंह पवार निवासी सी 9 छत्रछाया कॉलोनी पीथमपुर और दूसरे ने अमन उर्फ अम्मू (28) पिता सुनील यादव निवासी काली माता मंदिर के पास सुतारखेड़ी का होना बताया। तलाशी में एक कार से 30 पेटी देसी शराब मिली। 270 लीटर शराब की कीमत 1 लाख 14 हजार 750 रुपए आंकी गई। वहीं, दूसरी कार से 20 पेटी देशी मदिरा प्लेन शराब मिली। इस 180 लीटर शराब की कीमत 76 हजार 500 रुपए आंकी गई। इस प्रकार से पुलिस ने इनके कब्जे से कुज 450 लीटर शराब शराब जब्त की, जिसकी कीमत 1 लाख 91 हजार 250 रुपए के साथ ही करीब 7 लाख रुपए कीमत की दो कार जब्त की।
पूछताछ के आरोपियों ने बताया, उक्त शराब अजय पिता मांगीलाल जायसवाल निवासी पुनर्वास कॉलोनी धरमपुरी धार और बंटी पिता श्रीकृष्ण जायसवाल निवासी धरमपुरी धार ने दी है। पुलिस ने इनके खिलाफ महू थाने पर केस दर्ज करवाया। पुलिस ने बताया, दो आरोपी बंटी और अजय फरार हैं। बंटी और अजय जायसवाल शराब तस्कर हैं। वे इंदौर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी लगातार शराब सप्लाई करवाते रहे हैं। वहीं, गिरफ्त में आए चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगा गया।
50 से 100 रुपए कमीशन में करता था काम
एएसपी के मुताबिक आरोपी इंदौर के आसपास के जिलों के सप्लायर से संपर्क में रहते हैं। तस्करी का खेल 4 लिंक के जरिए होता था। पहला प्रोवाइडर, ऑर्डर लेने वाला, ट्रांसपोर्टर और चौथा खरीदार। इस प्रकार से इन सबके 50 से 100 रुपए पर पेटी कमीशन होता है। ये सबसे पहले कमीशन एजेंट को कॉल कर जरूरत के हिसाब से माल का ऑर्डर करते हैं। वह कहीं ना कहीं से मैनेज कर इन्हें कॉल करता है। इसके बाद ट्रांसपोर्टर माल लेने जाता है। यहां से वह माल लाकर उक्त स्थानों पर पहुंचाता है। हमें करीब 10 दिन पहले सूचना मिली थी कि कुछ लोग देहात से शराब की सप्लाई शहर में कर रहे हैं। इस पर एक टीम उनके पीछे लगी थी। इसी आधार पर नाकाबंदी कर पकड़ा तो दो कार से 50 पेटी शराब जब्त हुई। पूछताछ के बाद जो माल दिलवाता था। उसे भी पकड़ लिया गया है। माल सप्लाई करने वाला अभी गिरफ्त से दूर हैं। खरीदार बहुत सारे हैं, जिनके बारे में पता किया जा रहा है। अभी जो माल पकड़ाया है, ये बड़वानी के ठीकरी से लेकर आए थे। इन्हें पीथमपुर के रहने वाले अनुज ने यह माल दिलवाया था। इस काम के लिए अनुज 100 रुपए पर पेटी कमीशन लेता है। ये हर दिन 100 पेटी सप्लाई करवा रहा था। यह पूरा खेल रात में किया करते थे।