Highlights

संवाद और परिचर्चा

श्री संतोष दूधी, थाना प्रभारी - लसूडिया

  • 15 Sep 2022

DGR @ एल.एन.उग्र (PRO )

थाना क्षेत्र में आम सुरक्षा पर क्या कहेंगे ?
यह एक अच्छा विषय है, क्योंकि आम सुरक्षा पुलिस का दायित्व है । इस पर पूरी जिम्मेदारी से लसुड़िया थाना स्टाफ काम करता है।  हो यह रहा है कि क्षेत्र में आसपास कई टाउनशिप बन गई है । और बन भी रही है । लेकिन कालोनाइजर के द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए जाते हैं । ऐसी स्थिति में अपराध होने पर पुलिस को कार्यवाही करना होती है । सूचना मिलने पर तत्काल सुरक्षा के लिए यहां पर प्रयास किए जाते हैं।  सफलता भी मिलती है  । सुरक्षा के नाम पर औपचारिकता पूरी की जाती है, सुरक्षा गार्ड के नाम पर घटिया स्तर के रखे गए हैं।  चोरी की वारदातों में गार्ड भी  शामिल निकले हैं। अतः अब इस स्तर पर भी सख्त और जागरूकता से काम किया जा रहा है ।

क्षेत्रफल की दृष्टि से लसूडिया थाना की स्थिति क्या है ?
इंदौर स्थित लसूडिया थाना क्षेत्रफल की दृष्टि से देखा जाए तो, जहां तक मैं समझता हूं यह थाना 35 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है । तमाम औद्योगिक क्षेत्र एवं व्यवसायिक गतिविधियों के लिए क्षेत्र है।  सारे क्षेत्र की पहचान कर निगाह रखी जाती है।  मेरी नजर में इंदौर में क्षेत्रफल की दृष्टि से संभवत लसुड़िया सबसे बड़ा थाना क्षेत्र है। 

लसुड़िया थाना क्षेत्र में अपराध के बारे में कुछ कहिए ?
लसूडिया थाना क्षेत्र में घटित होने वाले जो अपराध है , उनमें यह क्षेत्र आवागमन के दृष्टिकोण से और व्यवसाय क्षेत्र होने से ,  थाना क्षेत्र में तरह तरह के अपराध घटित होते हैं। चोरी, छेड़ खानी, छीन झपटी जैसे  अपराध बड़े चालाकी से अपराधी करता है, परंतु फिर भी वह पुलिस की निगाह से बच नहीं पाता है । 

इतना बड़ा एरिया होने के अनुपात में नियंत्रण करने के लिए बल के बारे में बतावें ?
यह बात सही है कि थाना क्षेत्र काफी फैला हुआ है।  अपराध होने की स्थिति में विवेचना अधिकारी एवं स्टाफ की काफी कमी है ।  यह व्यावहारिक  कठिनाई आती है, स्टाफ की कमी होने से कई बार जांच आदि में अधिक समय लग जाता है । लसूडिया थाना क्षेत्र में लगभग 25% स्टाफ की कमी है, इसके बावजूद कोशिश होती है कि अपराध पर नियंत्रण हो पूरे क्षेत्र को कवर कर रहे हैं ।

किस तरह के अपराध में थाने को सफलता मिली है ?
देखिए जैसा मैंने बताया कि लसुड़िया काफी फैला हुआ है, स्टाफ की कमी है।  फिर भी संपत्ति संबंधी जो अपराध घटित हो रहे हैं,उनमें सफलता यह है कि  इस प्रकार के अपराधों  में काफी अच्छी मात्रा में बरामदगी हो रही है । यह हमारे कर्मचारियों की तत्परता से ही सफलता मिली है।  इसलिए हम कह सकते हैं कि  संपत्ति संबंधी अपराध हैं उनमें काफी बरामदगी हो रही है ,यही एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जाता है।

लसूडिया थाना क्षेत्र में सुरक्षा तंत्र कैसे काम करता है ?
लसुड़िया थाना क्षेत्र फैला होने से परेशानी तो है, फिर भी पूरी योजना से काम किया जाता है।  पूरे क्षेत्र में सुरक्षा हेतु हेतु चार मोबाइल टीम लगातार सतत रूप से कार्य कर रही है, तथा 8 मोटरसाइकिल पार्टी है जो 24 घंटे सुरक्षा हेतु पूरे क्षेत्र में निगाह रखती है । अपराध होने की स्थिति में तत्परता से काम करती है, जिससे अपराध को रोके जाने में बड़ी मदद मिलती है । 

लम्बित अपराध निपटाने में थाने की भूमिका ?
जी हां लसुडिया थाने में  वर्षों से लंबित अपराध जो 420 के हैं, धोखाधड़ी के पड़े थे, उन पर भी हमारे द्वारा गिरफ्तारियां करवाई है।  लगातार उन पर काम किया है, तेजी से इस पर बहुत काम हुआ है और कई सफलता भी मिली है । स्टाफ के पूरे सहयोग से यह संभव हो सका है। 

स्टाफ के काम का मैनेजमेंट कैसे किया जाता है ?
यहां को यहां का जो भी स्टाफ है उन सभी को दक्षता एवं योग्यता के मान से कार्य कर का बंटवारा करके, उनको काम पर लगाया जाता है  । सभी ने पूरी ईमानदारी से कार्य में सहयोग किया है । लसुड़िया एक अच्छे थाने के रूप में जाना जाता है। 

पिछले वर्ष की तुलना में लसुड़िया थाने  क्षेत्र के अपराध का ग्राफ कैसा है ?
लसूड़िया थाना क्षेत्र के गत वर्ष और इस वर्ष के अपराध के ग्राफ के बारे में हम यह कह सकते हैं कि, तुलनात्मक रूप से इस वर्ष के सभी तरह के अपराधों के ग्राफ में कमी आई है।  अज्ञात मर्डर या अज्ञात डकैती जैसे अपराध हमारे यहां लंबित नहीं है।  जो भी छोटी मोटी चोरी वगैरह की घटनाएं हुई हैं उनमें से अधिकतर मामलों में वारदातों में हमने पर्दाफाश किया है।  तो अपराध का ग्राफ कम है और अपराधियों पर सख्त कार्यवाही की है।  

हमारे "सतर्क रहें सजग रहें अभियान" पर आपकी टिप्पणी !
लसूडिया थाना क्षेत्र की कार्यप्रणाली इसी तरह की है और सभी सफलताएं मिलती है । यह तो बहुत ही अहम बात है। हम सभी को चालाकी और फ्रॉड करने वाले की चतुरता से बचने के लिए न केवल पुलिस को, पत्रकारों को, बल्कि आम नागरिक को सतर्क रहना है । तभी सुरक्षित रह पाएंगे।  आपके अखबार का सूत्र वाक्य " सतर्क रहें  सजग रहें अभियान" सराहनीय सूत्र वाक्य है। सफल हो ऐसी हमारी शुभकामना है।