500 से अधिक सेंपल लिए, आधे से अधिक मिलावटी व अमानक
मिलावटी सामग्री बेचने वालों के विरूद्ध प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे अभियान शुद्ध के लिए युद्ध के तहत लगातार कार्रवाई की जा रही है। इस अभियान के तहत अब तक सवा पांच सौ से अधिक नमूने लिए गए जिनमें अधिकांश खाद्य सामग्री मिलावटी अथवा अमानक निकली। इस अभियान के तहत पूरे प्रदेश में बड़ी संख्या में मिलावटखोरों पर कार्रवाई की गई। इंदौर में भी दो मिलावटियों पर रासुका की कार्रवाई की गई।
इंदौर। शहर में शुद्ध घी और मसालों सहित खाने के अधिकांश सामान में मिलावट हो रही है। खाने की वस्तुओं को मिलावटखोरों से मुक्त करने के लिए ऐसे ही मिलावटियों के खिलाफ सरकार ने अभियान छेड़ रखा है। खाद्य सामग्रियों में मिलावट रोकने के लिए सरकार ने शुद्ध के लिए युद्ध अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत अब तक शहर में करीब सवा पांच सौ खाद्य सामग्रियों के नमूने लिए गए। इनमें कइ्र ऐसे नमूने पाए गए जो मिलावटी अथवा अमानक थे। हांलाकि अभी शतप्रतिशत नमूनों की रिपोर्ट नहीं आई है। सैकड़ों नमूने लेने के बावजूद अब तक केवल गिनेचुने लोगों पर ही कार्रवाई हो सकी है।
एसोसिएशन ने की जांच की मांग
मिलावटियों पर लगाम लगाने के लिए सियागंज व्यापारी एसोसिएशन ने कलेक्टर को पत्र लिखकर घी, तेल, मसाले, ड्रायफ्रूट तथा अन्य खाद्य वस्तुओं में मिलावट होने की जानकारी देते हुए लिखा था कि सियागंज को मिलावट मुक्त करने के लिए प्रतिदिन 20 से अधिक नमूने लिए जाना चाहिए। हांलाकि व्यापारी एसोसिएशन के पत्र के बाद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
फलों की गुणवत्ता में हुआ सुधार
शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के बावजूद सियागंज जैसे थोक किराना बाजार में मिलावटियों की भरमार है हांलाकि इस अभियान का असर केला, चीकू तथा अन्य फलों पर अवश्य दिखाई दे रहा है।
इन वस्तुओं में मिलावट अधिक
सरकार के इस अभियान के बावजूद शहर में मिलावट खोरों द्वारा वनस्पति घी को शुद्ध घी बनाकर बेचने के अलावा मूंगफली एवं तिल के तेल, ड्रायफू्रट की कतरन, बेसन, काली मिर्च, सौंफ, जीरा से लेकर खाने की अधिकांश वस्तुओं में मिलावट हो रही है।
इंदौर
शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत लगातार हो रही कार्रवाई

- 10 Jan 2020