45 नवजातों का क्या था कसूर, तडपता छोडने वाले अब तक नहीं मिले
इंदौर। स्वच्छता में तीन बार पहले पायदान में आने वाला इंदौर के लिए यह आंकड़े वाले चैंकाने वाले हैं कि जिंदगी शुरू होने से पहले ही पांच साल में 45 नवजातों को उनके जन्मदाताओं ने ही ममता का आंचल हटा दिया। इनमें से कुछ तो असमय ही काल के गाल में समां गए, तो कुछ माता-पिता के होते हुए भी लावारिस हैं। पड़़ताल में यह चैकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। मिले आंकड़े वर्ष 2016 के दिसंबर से लेकर फरवरी 2020 तक के हैं। इन आंकड़ों के अनुसार इन वर्षों में सबसे अधिक वर्ष 2018 में 12 अज्ञात नवजात मिले; वहीं सबसे कम वर्ष 2019 में 9 नवजात मिले, जबकि वर्ष 2020 में तीन माह में ही तीन नवजात अब तक मिल चुके हैं। इनमें सबसे अधिक बेटियां है, जिससे साफ पता चलता है कि अभी भी बेटों की चाह रखने वाले अधिकांश लोग हैं, जो बेटियां होते ही उन्हें तड़पता छोड़ देते हैं।
एक मां अपने कलेजे के टुकड़े को केसे छोड़ सकती है। कैसे उसका दिल गवाह दे गया। निर्दयता की हद तो उस समय हो गई, जब रोते बिलखते तड़पते नवजातों के लिए उनका दिल भी नहीं पसीजा। ऐसे एक नहीं अनेक मामले पड़ताल में सामने आए है। लक्ष्मी कहलाने वाली बेटी और फुल जैसे मासुम बेटे कहां है किसी हाल में है अधिकांश ने तो यह जानने की कोशिश भी नहीं की। इनमें से कई मासूम तो मौत का शिकार भी हो गए है। जिन नवजातों ने अभी पुरी तरह अपनी आंखें भी नहीं खोली थी और दुनिया को देखा तक नहीं था, उस दुनिया में उन्हें जन्म देने वाले उसके ही जन्मदाताओं ने छोड़ दिया। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर उसका क्या दोष था या क्यों उसे छोड़ गया। इन्हीं सवालों के जवाब तलाशने के लिए जब पुलिस ने नवजातों को छोडऩे वालों की तलाश की तो कुछ भी हाथ नहीं लगा। एक दो मामलों को छोड़ दिया जाए तो लगभग इस तरह के सभी मामले पुलिस के लिए चुनौती बने हुए हैं। ठ्ठ शेष पेज 3 पर
डायल 100 ने बचाई कई जान
अपराधों पर अंकुश लगाने और दुर्घटनाओं में घायल पीडि़तों को तत्काल मदद पहुंचाने के लिए शुरू की गई डायल 100 ने नवजातों के लावारिस मिलने के बाद सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर इन नवजातों को बचाने के लिए सारे प्रयास करते हुए अस्पताल पहुंचाकर इनकी जान बचाई है।
नवजातों में अधिकांश लक्ष्मी
पूर्व की शिवराज सरकार के साथ ही कमलनाथ सरकार भी बेटियों को बचाने के लिए नई नई योजनाएं चला रही है, लेकिन इसके बाद भी कुछ लोग नहीं चाहते कीउनके यहां बेटियां हो। पऋिका की पड़ताल में आंकड़ों से पता चलता है कि जो नवजात मिले हैं, उनमें अधिकांश बेटियां है। कभी शिवराज सरकार के राज में इन बेटियों को लाड़ली लक्ष्मी कहा जाता था, लेकिन उनके कार्यकाल में भी अधिकांश बेटियों को ही नकारा गया और उन्हें लावारिस छोड़ दिया गया। यह बीते वर्शों के आंकड़ों से पता चलता है।
एक नजर पांच साल के आकडों पर
वर्ष 2016
पहला मामला
थाना: द्वारकापुरी समय
घटना: लालबाउंडरी के पास तीन दिन का नवजात मिला था।
वर्ष 2017
पहला मामला
तारीख: 31 जनवरी 2017, समय दोपहर एक बजे
थाना: सदरबाजार
घटना: सिकंदराबाद पुल पर कुत्ता नवजात को लेकर आया था
दूसरा मामला
तारीख: 18 जनवरी 2017, समय
थाना: लसूडिया
घटना: स्कीमं नंबर 78 देवासनाके पास एक नवजात लडकी मिली थी।
तीसरा मामला
तारीख: 19 जनवरी 2017, समय रात को साढे नो बजे
थाना: आजाद नगर
घटना: विराट नगर मेन रोड स्थित कचरे के डब्बे में नवजात मिला। बच्चे को मां ने फेंका था।
चौथा मामला
तारीख: 21 फरवरी 2017, शाम चार बजे
थाना: संयोगितागंज
घटना: एमवाय अस्पताल के पीछे एक से दो घंटे की बच्ची को सुअर घसीटते हुए लाए थे। कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई।
पांचवा मामला
तारीख: 30मार्च 2017 , समय सुबह 11 बजके 17 मिनट
थाना: रावजी बाजार
घटना: लुनियापुरा कब्रिस्तान के पास नवजात मत अवस्था में मिला था।
छटवा मामला
तारीख: 4 मई 2017, समय: सुबह 9 बजकर 54 मिनट
थाना: संयोगितागंज
घटना: चार माह का बच्चा मिला था। डायल 100 ने सुरक्षित माता पिता तक पहुंचाया।
सातवा मामला
तारीख: समय शाम साढे 4 बजे
थाना: बेटमा
घटना: सागौरकुटी पेटोल पंप के पास चार से पांच दिन का नवजात कचरें में मिला था।
आठवा मामला
तारीख: 30 अक्टुबर 2017, समय सुबह 10 बज कर 38 मिनट पर
थाना: राउ
घटना: रंगवासा पंचायत के पास एक दिन का बच्चा मिला था। जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
नौवा मामला
तारीख: 15 दिसम्बर 2017, समय रात आठ बजे
थाना: भंवरकुआ
घटना: शिव पावर्ती नगर में सात से आठ दिन का बच्चा एक महिला मत अवस्था में छोड़ कर गई थी।
दसवा मामला
तारीख: 18 दिसंबर, समय सुबह 10 बज कर 15 मिनट
थाना: कनाडिया
घटना: बिचोली हप्सी रोड स्थित भूरी टेकरी के पास नवजात लड़की का शव मिला था।
वर्ष 2018
पहला मामला
तारीख: 6 जनवरी 2018
थाना: विजय नगर
घटना: भमौरी प्लाजा राम मंदिर के पास नाली में एक बच्चा मत अवस्था में मिला था।
दूसरा मामला
तारीख: 14 अप्रैल 2018, समय सुबह साढ़े आठ बजे
घटना: सुखनिवास गांव स्थित हनुमान मंदिर के पास सात से आठ दिन का बच्चा मिला था। जिसे एमवाय अस्पताल पहुंचाया।
तीसरा मामला
तारीख: 20 अप्रैल 2018, समय रात को 12 बज कर 58 मिनट
थाना: एमजी थाना
घटना: राजवाडा के के पीछे शिवविलास पैलेस में आठ महा की बच्ची मत अवस्था में मिली थी।
चौथा मामला
तारीख: 2 अगस्त 2018, समय रात को 11 बजकर 58
थाना: किशनगंज
घटना: एक दिन की बच्ची हरनिखेड़ी गांव में मिली थी। बच्ची स्वस्थ थी उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया था।
पंाचवा मामला
तारीख: 28 सितंबर 2019, सुबह 6 बज कर 23 मिनट
थाना: बाणगंगा
घटना: लक्ष्मीबाई रेल्वे स्टेशन पर एक दिन की नवजात मिली थी। उसे उपचार के लिए एमवाय अस्पताल भेजा गया।
छटवा मामला
तारीख: 5 अक्टूबर 2018, समय नौ बज कर 37 मिनट
थाना: छोटी ग्वालटोली
घटना: रेल्वे स्टेशन के पास सात से आठ दिन का नवजाद मिला था, जिसे उपचार के लिए एमवाय अस्पताल भेजा गया।
सातवा मामला
तारीख: 25 अक्टुबर 2018, समय: चार बज कर चार मिनट
थाना: संयोगितागंज
घटना: चिड़ीयाघर के बाहर चार से 15 दिन का नवजात मिला था। इलाज के लिए उसे एमवाय अस्पताल भेजा गया था।
आठवा मामला
तारीख: 14 दिसंबर , समय चार बज कर 37 मिनट
थाना: आजाद नगर
घटना: मूसाखेड़ी मेन रोड पर दो से तीन दिन का नवजात मिला, उपचार के लिए एमवाय अस्पताल भेजा था।
नौवा मामला
तारीख: 14 दिसंबर 2018 , समय चार बज के 51 मिनट
थाना: आजाद नगर
घटना: आकशवाणी के आफिस के पास एक दिन का नवजात घायल अवस्था में मिला था, जिसे कुत्तों ने निचैड़ा था। डायल 100 उसे तत्तकाल एमवाय लेकर पहुंची जिससे उसकी जान बच गई।
वर्ष 2019
पहला मामला
तारीख: 3 जनवरी 2019, समय दोपहर दो बजे
थाना: खुडैल
घटना: खुडैल रोड पर नवजात मिला था।
दूसरा मामला
तारीख:
थाना: चंदन नगर
घटना: दरबार वि मंदिर के पास रहने वाले एक युवक के घर पर रखी अलमारी के अंदर एक दिन का नवजात मिला था।
तीसरा मामला
तारीख: 21 फरवरी 2019, नौ बजकर 21 मिनट
थाना: खजराना
घटना: ममता नगर कालोनी में दो से तीन दिन की नवजात मिली थी।
चौथा मामला
तारीख: 27 फरवरी 2019, सुबह छह बजे
थाना: आजाद नगर
घटना: पवनपूरी स्थीत चैधरी कॉम्पलेक्स में एक दिन की बच्ची मिली थी, जिसे उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया था।
पांचवा मामला
तारीख: पांच अगस्त 2019
थाना: चंदन नगर
घटना:स्कीम नंबर 78 में गंभीर हालत में घायल नवजात मिली थी जिसे उपचार के लिए 108 की मदद से एमवाय अस्पताल भेजा गया था।
छटवा मामला
तारीख:5 अगस्त 2019, समय सुबह 7 बजकर 45 मिनट
थाना: रावजी बाजार
घटना: हरिजन कॉलोनी में नवजात मत अवस्था में मिला था।
सातवा मामला
तारीख: 30 अगस्त 2019, शाम को 6 बजे
थाना: बडग़ौंदा
घटना: राम नगर पुलिया के पास दो से तीन दिन का बच्चा नाले में मिला था।
आठवा मामला
तारीख: 20 नवंबर 2019, समय सुबह सात बजे
थाना: भंवर कुआ
घटना: आईआईटी चैराहे के पास सात से आठ महिने का नवजात मिला था।
वर्ष 2020
पहला मामला
तारीख: 11 जनवरी 2020, दो बज कर 49 मिनट
थाना: आजाद नगर
घटना: मूसाखैड़ी स्थित एक ग्राउंड में मत अवस्था में नवजात मिला था।
दूसरा मामला
तारीख: 11 फरवरी 2020, सुबह 11 बज कर 28 मिनट
थाना: संयोगितागंज
घटना: भोले मंदिर के पास कुछ महिने का बच्चा मिला था।
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