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इंदौर

अपने ही निकले मासूमों के  कातिल

  • 19 Jun 2023


जिनके हाथों में बच्चों का लालन-पोषण उन्होंने ही ले ली जान
इंदौर। शहर में पिछले कुछ माह में ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें जिनके हाथों में बच्चों के लालन-पोषण की जिममेदारी थी, उन्होंने ही अपने कलेजों के टुकड़ों को मौत के घाट उतार दिया और सबसे ताज्जुब की बात यह है कि खौफनाक घटनाओं को अंजाम देने के बाद इन दरिंदों के चेहरे पर शिकन दिखाई नहीं दी। हालांकि पुलिस ने इन दरिंदों को जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया है और अब सख्त से सख्त सजा दिलाने की तैयारी की जा रही है।
पिता ने की दोबारा दुष्कर्म की कोशिश, विरोध किया कर दिया कत्ल
मई 2022 में 52 साल के पिता ने रिश्ते को कलंकित करने वाला मामला सामने आया था। आरोपी पिता ने अपनी ही 16 साल की बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी। एक साल पूर्व इसी बेटी से दुष्कर्म कर चुका दरिंदा दोबारा दुष्कर्म की कोशिश करना चाहता था। वारदात शिप्रा थाना क्षेत्र के मांगलिया की है। न्यू बजरंग नगर में रहने वाला आरोपी पेशे से ट्रक ड्राइवर है। जिसने अपनी बेटी की हत्या कर दी। मामले में पुलिस ने इस अंधेकत्ल की गुत्थी सुलऌााते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
हैवान पिता ने किया रेप
जुलाई 2022 लसूडिय़ा थाना क्षेत्र में 13 साल की नाबालिग के साथ उसके पिता ने ही दुष्कर्म किया। अपनी मां को पिता की हरकत बताने के बाद नाबिलग बेटी ने अपनी मां के साथ लसूडिय़ा थाने पर जाकर इसकी शिकायत की। मिली जानकारी के अनुसार आरोपी पिता अपनी 13 साल की बेटी के साथ पिछले कई दिनों से दुष्कर्म कर रहा था। पुलिस ने बलात्कार की धारा में मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया।
पिता बना बेटे का कातिल
14 मई 2023 को तेजाजी नगर थाना क्षेत्र के लिम्बोदी में हुए 7 साल के मासूम प्रतीक मुंडे की उसके ही पिता शिशुपाल मुुंडें ने बेरहमी से गला घोंटकर हत्या कर दी और फरार हो गया। दिल दहला देने वाले इस हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने 14 घंटे में ही सुलऌााते हुए कातिल पिता को गिरफ्तार कर जब सख्ती से पूछताछ की तो चौंकानेवाला खुलासा हुआ। जिसके बाद पुलिस ने उसकी तीसरी पत्नी को भी गिरफ्त में ले लिया। दरअसल, शिशुपाल मुंडे ने तीन विवाह किये थे। उसकी पहली पत्नी का बेटा प्रतीक था। तीसरी पत्नी ममता प्रतीक को पसंद नहीं करती थी। शिशुपाल ने मदर्स डे पर प्रतीक की एक फोटो ममता के साथ अपने वॉट्सएप स्टेटस पर अपलोड कर दी थी। इस बात पर ममता ने शिशुपाल से जमकर विवाद किया था। उसने विवाद के बाद शिशुपाल से कहा था कि अब वह तय कर ले कि उसे क्या करना है। अब इस घर में या प्रतीक रहेगा या ममता रहेगी, उसे प्रतीक का जो भी करना है कर दे, उसे रस्ते से हटाए, मारे या फेंके। प्रतीक जब घर से हट जाएगा, उसके बाद ही वह घर पर आएगी। ममता डिलीवरी के बाद से अपने मायके राजगढ़ में ही रह रही थी। ममता से विवाद के बाद शिशुपाल ने उस रात ही कुछ बड़ा करने की ठान ली थी। अक्सर प्रतीक अपनी दादी के साथ नीचे सोता था। उस रात शिशुपाल ने प्रतीक को अपने साथ कूलर में सुलाने का लालच दिया और अपने साथ ऊपर ले गया। शिशुपाल ने अपने कमरे में पलंग के सहारे मोबाइल का वीडियो कैमरा चालू करके रखा और वीडियो बनाता रहा। बाप से हत्यारे बने पिता शिशुपाल ने बच्चे से पूछा कि उसे उसकी मां ( ममता) प्यार करती है या नहीं, दुलार करती है या नहीं ? इस पर बच्चे ने मना कर दिया? इसके बाद उसने बच्चे को जान से खत्म करने का मन बना लिया और उसकेसाथ खेलते हुए बेरहमी से उसकी हत्या कर दी। आरोपी ने बच्चे का गला तब तक दबाकर रखा, जब तक उसके शरीर में छटपटाहट थी।
हैवान पिता ने मासूम बेटी को मार डाला
शहर में दरिंदे पिता की हैवानियत का एक और मामला  3 जून 2023 को सामने आया। द्वारकापुरी थाना क्षेत्र के ऋषि पैलेस इलाके में रहने वाली 8 साल की मासमू संध्या की उसके पिता राकेश काजलिया ने पटक-पटककर जान ले ली। दरिंदे पिता को पुलिस ने घटना केतत्काल बाद ही गिरफ्तार कर लिया। आरोपी उस समय होश में नहीं थी। दूसरे दिन जब होश आया तो कहा कि बच्ची से परेशान हो गया था, इसलिए पटक-पटककर हत्या कर दी। उसने बताया कि पत्नी तीन साल पूर्व छोड़ कर चली गई थी। चकला-बेलन बनाकर गुजारा चला रहा था। संध्या भी साथ में काम करती थी। वह बार-बार परेशान करती थी। बाहर ले जाने की जिद करती थी। शाम को ठान लिया था कि अब उसको खत्म कर देना है। पहले पानी पतासे खिलाने के लिए ले गया। बाद में कोल्ड ड्रिंक दिलाने के बहाने सिरपुर तालाब की तरफ ले गया। गुरुशंकर नगर में खाली प्लाट मिल गया। वहां पत्थर और फशिंर्यां पड़ी थीं। बच्ची को फर्शियों पर ही पटक-पटक मार दिया। संध्या की हत्या के बाद द्वारकापुरी पुलिस जब उसके घर पहुंची तो दादी नर्मदा बाई ने बताया कि उनकी आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है। संध्या कपड़ा, खाना और खिलौने मांगती थी। उसका पिता उसे मारने की धमकी देता था। पुलिस ने वास्तविकता के लिए घर की तलाशी ली तो घर में आटा भी नहीं था। डिब्बे भी सड़ चुके थे। दादी नर्मदा ने बताया कि राकेश की गिरफ्तारी के बाद उसके पास पौती के अंतिम संस्कार के लिए भी पैसे नहीं है। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने खुद उसकी मदद की।
4 साल के मासूम का हत्यारा परनाना
शिप्रा थाना क्षेत्र में 8 अप्रैल को हुई 4 साल के मासूम श्रेयांस चौधरी की हत्या की गुत्थी सुलऌााने में पुलिस को खासी मशक्कत करना पड़ी, लेकिन जब इस मामले का खुलासा किया तो सभी चौंक गए। 85 साल के परनाना मासूम बच्चे का हत्या निकाला। मामला शिप्रा थाने के कदावली गांव का है। 8 अप्रैल को श्रेयांश की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई थी। शुरूआत में बच्चे की मौत हार्ट अटैक से होने की जानकारी सामने आई थी। लेकिन शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में डॉ. जितेंद्र ने पुलिस को दम घुटने से मौत होने की जानकारी दी। इस मामले में पुलिस ने पहले दिन से ही परिवार वालों पर नजर रखी। ग्रामीण एसपी हितिका वासल ने बताया कि 24 साल की नीतू की शादी देवास के सुतारखेडी में सुमित चौधरी से हुई थी। श्रेयांश के जन्म के करीब ढाई साल बाद सुमित और नीतू अलग हो गए थे। तब से ही वह अपने मायके में रह रही थी। वह पीएससी की तैयारी में जुटी थी। नीतू के दादा यानी श्रेयांश के परनाना शोभाराम को लगता था कि श्रेयांश के कारण नीतू ना तो ठीक से पढ़ाई कर पा रही है और ना ही उसकी दूसरी शादी हो पा रही है। वह जब कोचिंग जाती थी, तब भी श्रेयांश को संभालने की जिम्मेदारी परनाना शोभाराम पर होती थी। आरोपी को यह भी लगता था कि श्रेयांश बड़ा होकर प्रॉपर्टी में हिस्सा मांगेगा। घटना वाली रात नीतू कमरे में पढ़ाई कर रही थी और श्रेयांश मोबाइल में कार्टून देख रहा था। कार्टून देखते-देखते वो सो गया। करीब साढ़े दस बजे के आसपास नीतू ने देखा कि बेटा सो गया है। वह बेटे को अपने कमरे से लेकर नीचे पहुंची और परनाना शोभाराम के पास सुला दिया। यहीं पर शोभाराम ने मासूम की कपड़े से मुंह दबाकर हत्या कर दी थी।
तीनों गंभीर अपराध, सख्त सजा की तैयारी
तीनों ही गंभीर अपराध हैं। पुलिस ने आरोपियों को सख्त सजा दिलवाने की तैयारी की है। शिप्रा टीआई गिरिजाशंकर महोबिया जांच के सारे सबूतों को जुटाने के बाद जल्द ही चालान पेश करने की तैयारी में हैं। तेजाजी नगर टीआई आरडी कानवा ने प्रतीक की हत्या के मामले में सारे सबूत पहले दिन ही इक_ा कर लिए थे। चुराए गए जेवर से लेकर घर में जो वस्तुएं मिली थीं, वो शामिल हैं। द्वारकापुरी टीआई अलका मेनिया ने भी करीब डेढ़ सौ सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखने के बाद गवाह और मौके से जो जब्त हुआ है उसी आधार पर जल्दी सजा दिलवाने का दावा किया है। माना जा रहा है कि दो महीने में ही इसमें चालान पेश कर दिया जाएगा।
यह गुस्सा नहीं, बीमारी है
तीनों गंभीर अपराधों को लेकर मनोचिकित्सकों का कहना है कि यह अपराध नॉर्मल गुस्से में नहीं किए गए हैं, एक तरह की बीमारी है, जिसे सायकोटिक बिहेवियर कहा जाता है। जिसमें दिमाग में केमिकल इ्बैलेंस होने से कोई भी व्यक्ति इस तरह का व्यवहार करता है। कोई भी व्यक्ति नॉर्मल स्थिति में इस तरह का नहीं होता है। उनके दिमाग में जो चल रहा होता है, उस पर काबू नहीं होने से मरने-मारने पर उतारू हो जाते हैं।
पिता की दरिंदगी की कई मासूम हुई शिकार
इन गंभीर हत्याओं के अलावा शहर में पिता की दरिदंगी की कई मासूम बालिकाएं भी शिकार हो चुकी है। हाल में ही ऐरोड्रम पुलिस ने  चार साल की मासूम बच्ची के साथ गंदी हरकत करने वाले पिता के खिलाफ केस दर्ज कर उसे हिरासत में लेकर कार्रवाई की।इसी तरह अन्य और भी खौफनाक घटनाएं हैं, जिनमें मासूमों के साथ उनके पिता या किसी अपने ने ही दरिंदगी की। हालांकि सभी मामलों में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तर कर लिया।