जनता को है नए महापौर और पार्षदों से ढेरों उम्मीदें
प्रथम नागरिक और उनकी टीम के सामने हैं कई चुनौतियां
इंदौर। नगर निगम चुनाव को लेकर काफी समय तक शहरवासियों को काफी समय तक इंतजार करना पड़ा। उनका इंतजामर बीती 6 जुलाई को खत्म हो गया और इस चुनाव के लिए मतदान के बाद 17 जुलाई को यह भी साफ हो गया कि शहर सरकार के चुनाव में महापौर का ताज भाजपा के पुष्यमित्र भार्गव ने पहना है। कल यानि 5 अगस्त शुक्रवार को भार्गव ने अपनी पार्टी के पार्षदों के साथ महापौर पद की शपथ ली और इसी केसाथ शहर सरकार का सफर शुरू हो गया। इसके पहले करीब ढाई साल तक नगर निगम के अफसरों ने राज किया और अपनी मनमर्जी से सारा कामकाज किया। अब नई सरकार के राज में शहर के नए प्रथम नागरिक के रूप ें महापौर पुष्यमित्र भार्गव और विजयी पार्षदों से शहर की जनता को काफी उम्मीदें हैं। शहर के विकास और नई गति देने और नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए ही जनता ने भाजपा के पक्ष में अपना फैसला दिया है। आने वाले पांच सालों में पता चल जाएगा कि शहर का कितना विकास हुआ है।
शहर के 85 वार्ड पार्षदों के साथ महापौर की भी ताजपोशी हो गई हैै। शुक्रवार की शाम को रेसकोर्स रोड स्थित अभय खेल प्रशाल में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में कलेक्टर मनीष सिंह ने सबसे पहले नवनिर्वाचित महापौर पुष्यमित्र भार्गव को शपथ दिलाई। पुष्यमित्र भार्गव ने 24 वें महापौर के रुप में शपथ ली। इसके बाद कलेक्टर ने विधानसभावाइज चुने गए वार्ड पार्षदों को शपथ दिलाई। कांग्रेस के चुने गए 18 पार्षद समारोह में शामिल नहीं हुए। ये सभी पार्षद आज यानि 6 अगस्त को कलेक्टोरेट में शपथ लेंगे। समारोह में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह, उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव , मंत्री तुलसी सिलावट समेत कई नेता मौजूद थे । प्रदेश के नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री भूपेन्द्र सिंह तथा सांसद वी.डी. शर्मा की विशेष उपस्थिति में महापौर तथा पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह सम्पन्न हुआ।
चुनौतियां भी कम नहीं
नए महापौर के सामने चुनौतियां भी कम नहीं है। एक ओर जहां शहर के विकास कार्यों को रफ्तार देते हुए जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना है तो वहीं संगठन के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी साधकर चलना होगा। महापौर को भाजपा के उन नेताओं को भी साधना पड़ेगा जो अभी तक टिकिट न दिए जाने से नाराज है। पार्टी में टिकिट का मसला सुलझा नहीं है। इसी कारण पार्टी में भीषण गुटबाजी बनी हुई है। गुटबाजी को खत्म करना, महापौर के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। निगम को नेताओं-रसूखदारों से बचाने की चुनौती भी कम नहीं रहेगी। सवा साल बाद विधानसभा चुनाव होने है ,और इसी को देखकर उन्हें काम करना होगा। इसी को जोडऩा भी इसी रणनीति का हिस्सा भी होगा। नगर निगम से आम जनता को सबसे अधिक उम्मीदें इसलिए रहती है कि सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक की अधिकांश सुविधाएं-समस्याएं निगम से ही जुड़ी रहती हैं। सड़क, ड्रैनेज, पानी, प्रकाश, साफ-सफाई से लेकर तमाम सुविधाएं निगम को ही मुहैया करवाना पड़ती है।
अंतिम पंक्ति के शख्स के लिए संघर्ष करता रहूंगा
समारोह के बाद भार्गव ने अपने संबोधन में कहा कि वे देवी अहिल्या के आदर्शों से प्रेरणा लेते हैं और अंतिम पंक्ति के शख्स के लिए संघर्ष करता रहूंगा। उन्होंने अपने गुरुजनोंं और वरिष्ठ नेताओं का भी उल्लेख किया। पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर के साथ भाजपा के वरिष्ठ नेता समारोह में मौजूद थे। पुष्यमित्र बोले इंदौर को बंगलुरू और हैदराबाद से आगे ले जाने का प्रयास करूंगा। दुनिया का ऐसा शहर बनाएंगे जहां तकनीक, ग्रीनरी, हाई टेक और स्मार्ट सिटी में इंदौर की विश्व में चर्चा हो । तीन माह में जो काम करने हैं उसके संकल्प को जारी करेंगे। सब मिलकर इंदौर का विकास करेंगे।
इंदौर के विकास में कमी नहीं रखी जाएगी
मंत्री तुलसी सिलावट ने समारोह को संबोधित करते हुए भार्गव को शुभकामनाएं दी। मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि वे मुख्यमंत्रीजी की ओर से शहर की जनता का अभिनंदन करता हूं। उन्होंने कहा कि मैं सीएम की ओर से इंदौर की जनता को आश्वस्त करता हूं कि इंदौर के विकास के लिए मप्र सरकार की ओर से कोई कमी नहीं रखी जाएगी।
इंदौर ने अपना नाम कमाया है
समारोह को संबोधित करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि पूरे देश में इंदौर ने अपना नाम कमाया है। अमृत महोत्सव वर्ष पर इंदौर आज तिरंगामय है। उन्होंने सभी से भारत माता की जयकार लगवाई। उन्होंने कहा कि यह शहर देवी अहिल्याबाई की नगरी है। आदरणीय सुमित्रा ताई ने लोकसभा अध्यक्ष रहते इस शहर को संवारा है। इंदौर को भारत का सर्वश्रेष्ठ शहर बनाने में सबने भूमिका निभाई है। इंदौर के विकास को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार अपने एजेंडे में रखते हैं। यह सीएम शिवराज के सपनों का शहर है।उम्मीद है भार्गव इंदौर के विकास को नया स्वरूप देंगे।
कांग्रेस के 18 पार्षद आज लेंगे शपथ
अभय प्रशाल में आयोजित समारोह में चुने गए 85 पार्षदों में से कांग्रेसी पार्षद शपथ समारोह में शामिल नहीं हुए। वे 6 अगस्त को कलेक्टोरेट में शपथ लेंगे। भाजपा के 64 और 2 निर्दलीय पार्षद समेत 66 पार्षदों ने शपथ ली।
ये नेता शामिल नहीं हो सके
शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री समेत कई बड़े नेता शामिल नहीं हो सके। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय विदेश में होने के कारण शामिल नहीं हो सके। मुख्यमंत्री भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। सांसद शंकर लालवानी भी लोकसभा सत्र के चलते इन दिनों दिल्ली में है।
किन्नरों ने किया महापौर का स्वागत
कार्यक्रम में किन्नरों ने महापौर भार्गव व अन्य अतिथियों का स्वागत किया। सबसे पहले पुष्यमित्र भार्गव ने मेयर पद की शपथ ली। उन्होंने सबसे पहले सफाई कर्मियों का अभिवादन किया। इसके बाद वरिष्ठ नेताओं के पैर छुए और गले भी मिले।
हाल में तिरंगा ही तिरंगा
अभय प्रशाल में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में खुलकर राष्ट्र प्रेम दिखा। नेताओं, कार्यकर्ताओं से खचाखच भरे हाल में तिरंगा ही तिरंगा लहरा रहा था। कार्यकर्ता अपने पार्षदों के साथ जुलूस बनाकर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। हाथों में तिरंगा झंडे लेकर कार्यकर्ता भारत माता की जयकारे भी लगा रहे थे। कई पार्षदों ने राजवाड़ा पर अहिल्याबाई की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे।
मेयर हाउस में रहेंगे महापौर
महापौर के लिए मेयर हाउस तैयार हो चुका है। ऐसा बताया गया है की महापौर मेयर हाउस में ही रहेंगे। उनका ऐसा मानना है की महापौर बनने के बाद समस्याओं को लेकर सुबह से ही लोगों का आना जाना शुरु हो जाएगा। ऐसी स्थिति में घर- परिवार की व्यवस्थाएं प्रभावित होगी। इसी को ध्यान में रखते हुए महापौर मेयर हाउस पर ही रहेंगे।
इंदौर
अफसरों ने ढाई साल तक किया राज ... शुरू हुआ नई शहर सरकार का सफर
- 06 Aug 2022