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इंदौर

अब अतिक्रमण करने वाले बड़े व्यापारियों की होगी वीडियोग्राफी, खुद ने नहीं हटाया तो नगर निगम हटा देगी

  • 16 Sep 2021

इंदौर। राजबाड़ा और उसके आसपास के क्षेत्रों में ठेकेदार प्रथा के तहत सड़क की जमीन को रोजाना 400 से 1000 रु. किराए पर देने के मामले में अब जिला प्रशासन अतिक्रमण करने वाले बड़े व्यापारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा। इसके लिए नगर निगम गुरुवार से पूरे बाजारों की वीडियोग्राफी कर उसमें अतिक्रमण करने वाले व्यापारियों की दुकानों को चिन्हित करेगा। फिर उनसे खुद हटाने को कहेगा और अगर नहीं हटाए तो नगर निगम द्वारा उसे हटा दिया जाएगा। इसे लेकर बुधवार को हुई बैठक में निगम अधिकारियों ने व्यापारियों को सख्त रूप से चेतावनी दी।
 करीब एक हफ्ते से नगर निगम की गाड़ियां यहां लगातार पेट्रोलिंग कर रही है और सारे बाजारों से सड़कों पर व्यवसाय करने वालों, ठेले व फेरी वालों को हटा दिया गया है। अब बाजारों की तस्वीर बिल्कुल बदल गई है। राजबाड़ा से लेकर शीतलामाता, मल्हारगंज तक सड़कें खुली और खाली हैं। इससे लोगों को आवाजाही में काफी सुविधा हो गई है और वे आसानी से सभी बाजारों में जा रहे हैं। इधर, छोटे व्यवसायियों पर हुई कार्रवाई के बाद ठेला व पथ विक्रेता महासंघ ने सभी बाजारों में बड़े व्यापारियों द्वारा किए गए अतिक्रमण की वीडियो रिकॉर्डिंग नगर निगम को उपलब्ध कराई थी। इस पर निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल ने तब व्यापारियों को चेतावनी दी थी और फिर बुधवार दोपहर सभी व्याापरिक एसोसिएशन के पदाधिकारियों की बैठक बुलाई। बैठक में अपर कमिश्नर देवेंद्रसिंह, डिप्टी कमिश्नर लता अग्रवाल समेत अधिकारी व व्यापारिक संघों के पदाधिकारी उपस्थित थे। अधिकारियों ने व्यापारिक एसोसिएशन के पदाधिकारियों से कहा कि राजबाड़ा व्यवसायिक क्षेत्र को आदर्श बनाना है, जिसे व्यापारियों, नगर निगम, पुलिस, प्रशासन व ट्रैफिक पुलिस की खास भूमिका है। ऐसे में व्यापारियों को चाहिए कि वे व्यवसायिक प्रतिस्पर्धा में अपने दायरे से बाहर न आएं।
शटर सीमा के बाहर चाट-पकौडे़ भी नहीं बेचेंगे
बैठक में अपर कमिश्नर देवेंद्रसिंह ने व्यापारियों को कहा खासकर पिपली बाजार, सराफा, मावा बाजार आदि को लेकर कि कई दुकानदार दुकान की शटर सीमा से बाहर जाकर कब्जा करते हैं और चाट-पकौड़े, मावा आदि बेचते हैं। अब ऐसा नहीं चलेगा। वे अपनी दुकान सीमा में ही व्यवसाय करें अन्यथा कार्रवाई होगी। सड़कें सिर्फ पैदल चलने वालों के लिए है। इधर, एसोसिएशन ने प्रशासन को भरोसा दिलाया कि गाइड लाइन अगर कोई दुकानदार करेगा तो उसके लिए एसोसिएशन तरफदारी नहीं करेगा।
इधर, छोटे व्यवसायियों को हटाए जाने को लेकर उनमें काफी आक्रोश है, क्योंकि उन्हें वैकल्पिक रूप में हॉकर्स जोन उपलब्ध नहीं कराया है। दूसरा यह कि नगर निगम द्वारा बड़े व्यापारियों के खिलाफ अभी तक कार्रवाई नहीं की गई है। इसे लेकर दोपहर में ये लोग राजबाड़ा क्षेत्र में पहुंचे तो पुलिस ने समझाइश देकर रवाना किया। इसके बाद ये नगर निगम पहुंचे, जहां व्यापारियों की बैठक खत्म ही हुई थी। छोटे व्यवसायियों ने अधिकारियों से बड़े व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस पर उन्हें बताया गया कि गुरुवार से सख्त कार्रवाई की जाएगी।