इंदौर। इंदौर में कांग्रेस द्वारा निकाली गई मौन रैली के मामले में दर्ज हुए केस के विरोध में कांग्रेसियों ने डीआईजी के बाद अब आईजी से गुहार लगाई है। कांग्रेसियों का कहना है कि उन पर झूठे केस दर्ज किए गए हैं। इसे लेकर कांग्रेसियों ने आईजी को ज्ञापन भी सौंपा।
शुक्रवार को शहर कांग्रेस का एक प्रतिनिधि मंडल विधायक संजय शुक्ला के नेतृत्व में आईजी ऑफिस पहुंचा। कांग्रेसियों ने आईजी हरिनारायणाचारी मिश्र से कहा कि 25 अगस्त को कांग्रेसी मौन रैली निकालकर आगामी त्योंहारों को मनाने और कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति मांगने कलेक्टर ऑफिस पहुंचे थे लेकिन वहां पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज और वाटर केनन का प्रयोग किय। इसमें कई कांग्रेस कार्यकर्ता चोटिल हुए। इसके बाद पुलिस ने कांग्रेसियों पर धारा 144, 188 और 353 की धारा में झूठे केस दर्ज कर दिए। आईजी हरिनारायणाचारी मिश्र ने उन्हें जांच का आश्वासन दिया है।
भाजपा दोगली सरकार है
मामले में विधायक संजय शुक्ला का कहना है कि पुलिस ने उन पर धारा 353 (सरकारी काम में बाधा) लगाई है, उसका कोई आधार ही नहीं है, यह पुलिस की तानाशाही है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार धर्म का ढ़ोंग करती है और दूसरी तरफ धार्मिक स्वतंत्रता का हनन करती है। यह दोगली सरकार है। ज्ञापन देने वालों में राजेश चौकसे, सुरजीतसिंह चड्?डा, चिंटू चौकसे, संजय बाकलीवाल, पिंटू जोशी, शैलेष गर्ग सहित कई कांग्रेसी शामिल थे।
इंदौर
अब कांग्रेसियों ने आईजी से लगाई गुहार, मौन रैली में कांग्रेसजनों पर लगे झूठे केस वापस लेने की मांग
- 28 Aug 2021