भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून भले ही सात दिन लेट आया, लेकिन जून में सामान्य से 13% पानी ज्यादा बरस चुका है। नरसिंहपुर, निवाड़ी, भिंड, मुरैना समेत प्रदेश के 29 जिलों में सामान्य या इससे ज्यादा बारिश हो चुकी है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो जुलाई में भी अच्छी बारिश की संभावना है।
मानसून प्रदेश में 24 जून को एक्टिव हुआ था और 25 जून को पूरे राज्य को कवर कर लिया था। इसके बाद तेज बारिश का सिलसिला शुरू हुआ। जून में सामान्य तौर पर 5.5 इंच बारिश होनी चाहिए थी जबकि 6.2 इंच पानी बरस गया है। सीनियर मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि 4 जुलाई से नया सिस्टम एक्टिव हो रहा है। इस कारण आने वाले दिनों में भी अच्छी बारिश होने का अनुमान है।
इन जिलों में सबसे ज्यादा बारिश-
नरसिंहपुर, निवाड़ी, मुरैना, भिंड, जबलपुर, सागर, सिवनी, उमरिया, गुना, ग्वालियर, इंदौर, नीमच, विदिशा समेत प्रदेश के 29 जिले ऐसे हैं, जहां अब तक सामान्य से ज्यादा पानी बरसा है। वहीं, बालाघाट, रीवा, सिंगरौली, टीकमगढ़, आगर-मालवा, अशोकनगर, बैतूल, धार, खंडवा, खरगोन, मंदसौर, नर्मदापुरम, बड़वानी, उज्जैन समेत 23 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है।
किसानों का कहना है कि कई जिलों में अभी धान के लिए पर्याप्त बारिश नहीं हुई है, जिस कारण पौधे नहीं रोपे गए हैं। हालांकि, नर्मदापुरम और जबलपुर में धान के लायक बारिश हो जाने के बाद कई गांवों में रोपनी शुरू हो गई है।
श्योपुर में इस सीजन में पहली बार बंजारा डैम छलक उठा। ये डैम सीप नदी पर बना है। कराहल विकासखंड से निकली यह नदी श्योपुर जिला मुख्यालय सहित जिलेभर के 100 गांव की जीवनदायिनी है। इसमें उफान कराहल के जंगल में अच्छी बारिश होने के बाद ही आता है।
भोपाल
अब जमकर भीगेगा प्रदेश, कल से नया सिस्टम
- 03 Jul 2023