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इंदौर

अब डेंगू का प्रकोप, लगातार मिल रहे हैं मरीज

  • 27 Aug 2021

इंदौर।  अब शहर में डेंगू का प्रकोप बढऩे लगा है। इस बीमारी के मरीज लगातार मिल रहे हैं। कल भी शहर में डेंगू के पांच नए मरीज मिले। ये मरीज अहीरखेड़ी, भंवरकुआं, न्यू द्वारकापुरी, बर्फानी धाम के पास सुंदर नगर व मंगल नगर के रहने वाले हैं। शहर में अब तक डेंगू के 50 मरीज मिल चुके हैं। जहां डेंगू के मरीज मिले। वहां स्वास्थ्य विभाग की टीमें उनके आसपास के घरों में भी सर्वे करने पहुंची।
गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की 14 टीमों ने 468 घरों का सर्वे किया, जिसमें तीन-चार स्थानों पर लार्वा मिला। इंदौर में अभी तक 215 घरों में लार्वा मिल चुका है। वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग के पास लार्वा को खोजकर नष्ट करने वाली टीमें कम हैं। इस वजह से अभी वृहद स्तर पर जांच अभियान नहीं चल पा रहा है। इसके अलावा निगम की टीमों द्वारा जोनल स्तर पर फागिंग मशीनों से धुएं व एंटी लार्वा नाशक दवाओं का छिड़काव भी कराया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक डेंगू से बचाव के लिए लोग पूरी बांह ढके हुए कपड़े पहनें। अपने घरों के आसपास व छत पर पानी जमा नहीं होने दें। डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है। इस वजह से घरों में पानी को ढंककर रखें।
यदि किसी मरीज को डेंगू हो तो खून की जांच से ही उसका पता किया जाता है। यदि किसी मरीज को डेंगू पहली बार हो तो यह सामान्य बुखार की तरह होकर ठीक हो जाता है। यदि डेंगू बार-बार होता है तो उसके कारण गंभीरता बढ़ती जाती है। डेंगू के मरीजों के ब्लड प्रेशर की मानीटरिंग एवं पीसीबी मानीटरिंग से बीमारी की गंभीरता को पकड़ा जाता है। ये बातें एमजीएम मेडिकल कालेज के मेडिसीन विभाग के एचओडी डा. वीपी पांडे गुरुवार को एसोसिएशन आफ फिजिशियन व मेडिकल कालेज के मेडिसीन विभाग द्वारा डेंगू के मरीज व उनके उपचार आनलाइन हुए वेबिनार में बनाए। इस वेबिनार में डा. सुमित कुमार, डा. ऐश्वर्य जैन और डा. सदिया ने डेंगू बीमारी के सभी पहलूओं की जानकारी दी। डा. पांडे ने बताया कि यदि किसी डेंगू संक्रमित मरीज के शरीर में अंदरुनी रक्त स्त्राव (हेमरेज) नहीं हो रहा हो और उसके प्लेटलेट्स 10 हजार से कम नहीं हो तो ऐसे मरीज को प्लेटलेट्स चढ़ाने की जरुरत नहीं होती है। कोविड के दौर में हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि डेंगू मच्छर से फैलने वाली बीमारी है और यह बारिश के दिनों में होती ही है। ऐसे में इस मौसम में मच्छरों से बचाव व सुरक्षा के लिए सभी को प्रयास करना चाहिए।