Highlights

खेल

आईपीएल खेलने के लिए किसी ने जबरदस्ती नहीं की- बीसीसीआई

  • 09 Nov 2021

दुबई। टी-20 विश्व कप में भारत के ग्रुप स्टेज से ही बाहर होने पर काफी आलोचना हो रही है। विश्व कप के दौरान जसप्रीत बुमराह और गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आराम देने को लेकर बात कही थी। यह बयान भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को नागवार गुजरा है। बोर्ड ने इसको लेकर जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि आईपीएल 2021 खेलने के लिए किसी ने जबरदस्ती नहीं की थी। जिन्हें आराम चाहिए था, वो आराम ले सकते थे।
भारत अरुण ने शनिवार को कहा था कि टीम इंडिया पिछले छह महीने से लगातार यात्रा कर रही है। उन्हें एक बायो-बबल से दूसरे बायो-बबल में जाना पड़ रहा है। अगर आईपीएल 2021 और टी-20 विश्व कप के शेड्यूल के बीच में खिलाड़ियों को समय मिलता और आराम कर पाते तो टीम को इससे मदद मिलती। 
वहीं बुमराह ने कहा था कि लगातार हो रहे क्रिकेट मैचों के बीच निश्चित तौर पर कुछ समय के लिए ब्रेक जरूरी है। इस दौरान परिवार की भी कमी महसूस होती है। टीम इंडिया के खिलाड़ी पिछले छह महीने से यात्रा कर रहे हैं। तो थकान आपके दिमाग में भी चल रहा होता है। हालांकि, जब आप मैदान पर उतारते हैं तो ये सब भूल जाते हैं। कई चीजें आपके नियंत्रण से बाहर होती हैं।
बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने स्पोर्ट्स वेबसाइट इनसाइड स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा कि आईपीएल खेलने के लिए किसी पर दबाव नहीं डाला जाता है। अगर किसी खिलाड़ी को लगता है कि टी-20 विश्व कप ज्यादा महत्वपूर्ण है तो उसे आईपीएल से अपना नाम वापस लेने की इजाजत है। हम उन्हें हर सुविधा मुहैया करवाते हैं। इतना ही नहीं परिवार को भी साथ रखने की इजाजत दी। हम सभी कोरोना के मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं। 
अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ मिली हार का कारण थकान नहीं था। अगर आप आईपीएल और टी-20 विश्व कप के शेड्यूल को देखें तो पाकिस्तान के खिलाफ मैच से पहले खिलाड़ियों को एक हफ्ते का ब्रेक मिला था। 15 अक्तूबर को हुए आईपीएल फाइनल में कुछ ही भारतीय खिलाड़ी खेल रहे थे। ज्यादातर खिलाड़ी उससे पहले ही बाहर हो चुके थे। उन सब को काफी समय मिला था। 
अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान के बाद न्यूजीलैंड मैच से भी पहले खिलाड़ियों को सात दिन का ब्रेक मिला। ऐसे में थकान को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। भारतीय खिलाड़ियों के पास आराम का पूरा समय था। अगर आप श्रीलंका और बांग्लादेश जैसी टीमों की बात करें तो वो तो लगातार क्रिकेट खेल रही हैं। वर्कलोड को मैनेज करना हमारी प्राथमिकता रही है और आने वाले समय में हम कई महत्वपूर्ण फैसले ले सकते हैं।