इंदौर। भोपाल के हमीदिया अस्पताल के एनआईसीयू में लगी आग में चार बच्चों की जलने से मौत के मामले में एक बार फिर शहर के सबसे बड़े एमवाय अस्पताल के एनआईसीयू सहित सात मंजिलों पर एडमिट मरीजों की सुरक्षा पर भी सवाल उठे हैं। दरअसल, चार साल पहले एमवाय की तीसरी मंजिल स्थित एनआईसीयू में भी आग लगी थी। जिस समय आग लगी थी तब वहां 47 बच्चे एडमिट थे। आग लगते ही अस्पताल की लाइट बंद हो गई और पूरे वार्ड में धुआं भर गया था। बमुश्किल परिजन व स्टाफ व बच्चों को लेकर बाहर निकले थे। यह आग छत पर लगे एसी में शार्ट सर्किट से लगी थी। बहरहाल, इस केस के बाद एमवाय के एनआईसीयू, पीडियाट्रिक यूनिट सहित सभी मंजिलों की हर यूनिट व वार्ड में हाईटेक हाइड्रोलिक सिस्टम इंस्टाल हैं। इसके अलावा पूरे अस्पताल में हर मंजिल व यूनिट में आग बुझाने के पर्याप्त उपकरण हैं।
वैसे 2017 में ही एक रात में 4 नवजात सहित 9 लोगों की मौत को लेकर हंगामा खड़ा हो गया था। इसे लेकर कारण बताया गया था कि ऑक्सीजन सप्लाय बंद होने से इनकी जान गई। तब तत्कालीन कमिश्रर संजय दुबे ने हर नवजात व मरीजों की मौत के कारणों का पता चला कि अलग-अलग कारणों से मौत हुई थी जबकि ऑक्सीजन सप्लाय बंद होने जैसी कोई बात सामने नहीं आई थी। इसके बाद सिर्फ एमवाय ही नहीं बल्कि चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय, एमटीएच आदि में ऑक्सीजन सिस्टम के साथ फायर सेफ्टी को लेकर भी कसावट की गई। खास तौर पर एमवाय में हाइड्रोलिक सिस्टम इंस्टाल किया गया तथा हर मंजिल के प्रत्येक वार्ड, यूनिट में पर्याप्त आग बुझाने के उपकरण लगाए गए। हालांकि इसे पूरा करने में करीब डेढ़ साल लगा और अब फायर सेफ्टी काफी मजबूत हो गई है।
हर विभाग को कर रहे दुरूस्त
व्यवस्था के तहत ऑपरेशन थिएटर, लेबर रूम, पीडियाट्रिक, आईसीयू , एनआईसीयू सहित सभी मंजिलों पर पूरी सुरक्षा है। टेंडर शर्तों के तहत फायर बुझाने के उपकरणों की एक्सायरी डेट के पहले रिफिलिंग की जाती है। ऐसे ही एमटीएच, एमआरटीबी, चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय, बाद में बने पीसी सेठी अस्पताल, सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाय और फायर सेफ्टी को लेकर विशेष ध्यान देकर व्यवस्था चाक चौबंद की गई है। सुपरिटेंडेंट डॉ. पीएस ठाकुर ने बताया कि अस्पताल में 2017 में आग लगने की जो घटना हुई थी, उसके बाद हाई कोर्ट द्वारा फायर फाइटिंग सिस्टम लगाने के आदेश हुए थे। इसके तहत पूरे अस्पताल में हाईड्रोलिक सिस्टम लग चुका है।
इंदौर
आग की घटना के बाद अब एमवाय में कड़ी सुरक्षा, सात मंजिलों पर हाइड्रोलिक सिस्टम, आग बुझाने के उपकरण भी पर्याप्त
- 10 Nov 2021