देवास। देश की आजादी के इतिहास को अदनी सी महिला, जिसकी महात्मा गांधी के आगे क्या हैसियत है। महान आंदोलन को एक शब्द में कलंकित कर रही हो, शर्म आना चाहिए। ये कहती हैं 1947 की आजादी तो भीख में मिली है, असली आजादी 2014 में मिली है। जिसे इतिहास की ्रक्चष्टष्ठ नहीं पता। कंगना तुम मोदी के चरण चाट लो... पर हमारे इतिहास को कलंकित मत करो। ये तीखे शब्द थे पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के, जिन्होंने अभिनेत्री कंगना रनौत के आजादी वाले बयान की निंदा की।
देवास में बांग्लादेश मुक्ति युद्ध एवं विजय दिवस के सैनिक सम्मान कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कृषि कानून के साथ ही कैप्टन अमरिंदर सिंह पर भी निशाना साधा। कृषि कानून को लेकर कहा कि तानाशाह सरकार के आगे किसानों की जीत हुई है। सालभर से यह आंदोलन चल रहा है। सरकार से लड़ाई लडऩे लाखों किसान अपनी खेती छोड़कर दिल्ली के बॉर्डर पर बैठे रहे। 600 किसानों की कुर्बानी के बाद सरकार जागी है।
प्रधानमंत्री किसानों को अन्नदाता कहते हैं, लेकिन जब वह हक के लिए आंदोलन करता है तो सालभर बाद वे जागते हैं। सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं। यह 100 प्रतिशत अन्नदाता किसानों की जीत है। लोग जीत का जश्न मना रहे हैं। आपने किसान कानून वापस ले लिया तो क्या किसान 600 साथियों की मौत भूल जाएगा। ऐसा कभी नहीं होगा। चुनाव आने दीजिए, किसान भरा बैठा है। राजनीतिक लाभ के लिए यह किया गया प्रयास सफल नहीं होगा।
क्या 82 साल की उम्र में राष्ट्रपति बनोगे
कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा क्करू की तारीफ किए जाने पर बोले वर्मा- कांग्रेस महासमुद्र है, विश्व की पुरानी और बड़ी पार्टी है। इसमें कई आए- कई चले गए। कांग्रेस को कभी फर्क नहीं पड़ा, यदि पड़ा है तो उन्हें ही पड़ा है। उन्हीं का अस्तित्व इस देश में खत्म हुआ है। 82 साल की उम्र में क्या अमरिंदर सिंह अब राष्ट्रपति बनेगे।
देवास
आजादी वाले बयान पर थम नहीं रहा विवाद
- 20 Nov 2021