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इंदौर

आज  संसाधनों से भरपूर मीडिया का रोल अत्यंत संकुचित है

  • 11 May 2023

देवर्षि नारद जयंती कार्यक्रम एसजीएसआयटीएस के सभागार में आयोजित
इंदौर। विश्व संवाद केंद्र मालवा, प्रेस क्लब इन्दौर तथा पत्रकारिता विभाग देवी अहिल्या विवि  द्वारा देवर्षि नारद जी के सच्चरित्र को समाज के सम्मुख प्रस्तुत करने हेतु हर वर्ष सृष्टि के सर्वप्रथम संवाददाता देवर्षि नारद जयंती कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।
इसी क्रम मे इस वर्ष यह कार्यक्रम आज एसजीएसआयटीएस के गोल्डन जुबली सभागार में आयोजित हुआ । इंदौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष अरविंद तिवारी  ने गत वर्ष में पत्रकारिता जगत के वे स्तंभ जिनका निधन हुआ,उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित की। मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति के प्रधानमंत्री अरविंद जवलेकर ने कार्यक्रम के अध्यक्ष के रूप में प्रस्तावना रखते हुए कहा कि नारद जी का संचार का उद्देश्य लोक मंगल था। उन्होंने देव और असुरों के मध्य भी संवाद किया, ताकि समाज को उसका लाभ प्राप्त हों जाए। स्वतंत्रता संग्राम के पूर्व, पत्रकारिता का उद्देश्य देश की स्वतंत्रता था किंतु अब पत्रकारिता अपने उद्देश्य से दूर होती दिखती है। मुख्य वक्ता के रूप के उपस्थित मध्यप्रदेश के सूचना आयुक्त और वरिष्ठ पत्रकार विजय मनोहर तिवारी ने अपने संबोधन में कहा कि पत्रकारों का उद्देश्य मात्र समाचारों का प्रेषण करना नहीं है, बल्कि सम्पूर्ण इतिहास को जानना है । श्री तिवारी ने उदाहरण देते हुए कहा कि भोजशाला का जब विवाद चल रहा था तब उस विषय को कवरेज करने वाले पत्रकारों को भी भोजशाला के इतिहास के विषय में पता नहीं था, वे केवल कवरेज के बारे में ही सोच रहें थे, यह ऐसा कार्य है कि आप दिन भर खुदाई करें और आपको कुछ भी प्राप्त न हो।
पुराने समय में पत्रकारों ने विषम परिस्थितियों में भी भारत की संस्कृति का व्यापक प्रचार प्रसार सीमित संसाधनों के बावजूद किया परंतु आज की संसाधनो से भरपूर मीडिया का रोल अत्यंत संकुचित ही रह गया है । उन्होंने ध्यान कराया कि विगत हजार वर्ष हमारी गुलामी के 1000 वर्ष नहीं वरन हमारे संगठित संघर्ष का गौरवशाली  इतिहास है । पत्रकारिता को भारत की संस्कृति को बचाने का हर संभव उपक्रम करना आज की आवश्यकता है । परिसंवाद मे नईदुनिया के प्रान्त संपादक  ईश्वर  शर्मा ने श्रोताओं के मन मे उमड़ते प्रश्न मुख्य वक्ता के सम्मुख रखे । विश्व संवाद केन्द्र के अध्यक्ष श्री दिनेश जी गुप्ता ने आभार प्रकट किया । कार्यक्रम का संचालन मातृभाषा उन्नयन संस्था के अर्पण जैन ने किया ।