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मंदसौर

आठ दिन में दूसरी बार हुआ मंदसौर के पशुपतिनाथ महादेव का पूर्ण जलाभिषेक

  • 23 Aug 2022

मंदसौर। सोमवार से चल रहे वर्षा के दौर के चलते एक बार फिर मंदसौर जिले के नदी-नाले उफान पर आ गए है। जिले में शिवना, तुम्बड़, सोमली, रेतम सहित सभी नदियां उफान पर है। इधर मंगलवार सुबह शिवना ने श्री पशुपतिनाथ महादेव का पूर्ण जलाभिषेक कर दिया है। आठ दिन में दूसरी बार पानी मंदिर के गर्भगृह में पहुंचा है। इधर कलेक्टर गौतमसिंह ने 23 अगस्त को सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है।
मंगलवार को सुबह 9.15 मिनट पर गांधीसागर बांध के सभी गेट खुले। वर्तमान जलस्तर 1308.32 फीट। बांध में पानी की आवक 9 लाख 21 हजार 922 क्यूसेक हो रही है। निकासी 4 लाख 21 हजार 619 क्यूसेक की जा रही है। इससे पहले सुबह 8:30 बजे तक गांधीसागर बांध के कुल नौ बड़े और नौ छोटे गेट खोल दिए गए थे। सोमवार रात से हो रही अनवरत बारिश के चलते मंदसौर की कुछ कॉलोनियों सहित निचली बस्तियों में भी पानी घुस गया है। अभिनंदन नगर क्षेत्र में स्थित अपना परिसर कॉलोनी में घरों के अंदर घुटनों तक पानी भर गया है। शनि विहार कालोनी, अशोक नगर,राजीव नगर में भी पानी घुस गया है। रेवास-देवड़ा मार्ग स्थित ऋषियानन्द कुटिया के समीप वाली पुलिया का पानी रोड पर बह रहा है। फतेहगढ़ में सोमली नदी का पानी गांव में घुसा।
शिवना में पानी की तेज आवक के चलते कालाभाटा डेम के चार गेट 10-10 फ़ीट और एक गेट पांच फ़ीट तक खोला गया है। नये पंप की गति बहुत कम होने की से शहर में भरा पानी बाहर नहीं निकल पा रहा है।
जावरा में तीन लोग मंदिर में फंसे
जावरा के नया माली पुरा रपट मंदिर के ऊपर तीन लोग फंसे हुए हैं। इसमें एक बालिका एक महिला पुरुष मंदिर के ऊपर छत पर बैठे हैं। प्रशासन उन्हें बचाने के लिए उतरा। मंदिर के पास स्थित होटल से सामान हटाने गए थे तो वहीं फंस गए।
रतलाम जिले में भी 24 घंटे में करीब आठ इंच वर्षा
रतलाम जिले में सोमवार रात से शुरू हुआ तेज वर्षा का दौर मंगलवार सुबह तक जारी है। जिले के सैलाना पिपलौदा कालूखेड़ा लूनी सहित कई अन्य क्षेत्रों में मार्ग बाधित हुए हैं। ग्राम लूनी में नदी का पानी गांव में घुसने से प्रभावित इलाकों के लोगों को पंचायत भवन में ठहराया गया। रेलवे स्टेशन पर पटरियां पानी में डूबी। प्लेटफार्म से धीमी गति से ट्रेनों का निकाला गया। बीते 24 घंटे में रतलाम जिले में औसत करीब 8 इंच वर्षा । 173 मिलीमीटर पानी बरसा। आलोट विकासखंड में सर्वाधिक 223 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।