इंदौर। देपालपुर में गत दिवस 8 जनवरी 2022 को पुलिस प्रशासन द्वारा 60 वर्षो से रह रहे दलित आदिवासी मजदूर परिवारो को अवैधानिक रूप से मकान तोडऩे की प्रक्रिया शुरू की थी कार्यवाही के दौरान लगभग 15 से अधिक मकान तोड़ दिए गए थे । उक्त कार्यवाही आज भी होना थी ।
घटना के पश्चात् पीडि़त परिवारो ने अखिल भारतीय बलाई महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज परमार से मुलाकात कर अपनी व्यथा सुनाई । और मदद की गुहार लगाई । परमार ने प्रदेश अध्यक्ष डॉ लता मालवीय और जिलाध्यक्ष नवीन राठौर के साथ तत्काल अपने पदाधिकारियों के लेकर देपालपुर की ओर रुख किया ।
पीडि़त परिवारों के साथ सैकड़ों लोगों की संख्या में देपालपुर में रहने वाले दलित आदिवासी समाज ने गरीबों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई । रैली के रूप में नारे लगाते हुए सभी समाजजन एसडीएम कार्यालय पहुंचे । भारी पुलिस बल के बीच एसडीएम रविकुमार सिंह आन्दोलनकारियों से मिलने बाहर आए । परमार ने ज्ञापन का वाचन करते हुए कहा कि पीडि़त परिवारों को जब तक रहने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जाती तब तक इन्हें वहीं रहने दिया जाए तथा बिना किसी नोटिस या सूचना पत्र के कार्यवाही को अनुचित ठहराते हुए जो मकान तोड़े गए हैं उनकी नुकसान भरपाई की जाए । साथ ही *भूमाफिया कालोनीनाइजर शब्बीर हुसैन* से साठगांठ कर उक्त कार्यवाही को अंजाम देने वाले दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए । भूमाफिया शब्बीर हुसैन पर भी कानूनी कार्रवाई की जावे ।
उक्त मांगो से सहमत होकर एसडीएम ने आश्वस्त किया कि अब किसी भी दलित आदिवासी परिवार का घर नहीं टूटेगा एवं एसडीएम महोदय ने आश्वासन दिया कि जो गरीब मज़दूर परिवार वहाँ पीढिय़ों से रह रहे हैं वो परिवार वहीं रहेंगे । प्रशासन उनके मकानों पर कोई कार्यवाही नहीं करेगा । इस आश्वासन के पश्चात् आन्दोलनकारियो ने अपना धरना प्रदर्शन समाप्त किया ।
इंदौर
आदिवासी मज़दूर परिवारों को मिला न्याय
- 11 Jan 2022