जहरीली शराब से हुई मौतों का मामला
पुलिस और आबकारी विभाग अलग-अलग कर रहा जांच पड़ताल
इंदौर। पिछले दिनों इंदौर शहर में हुए जहरीली शराब कांड के मामले को लेकर आबकारी विभाग इस नतीजे पर लगभग पहुंच चुका है कि शराब जहरीली नहीं थी। बल्कि शराब संबंधित कंपनी और शासकीय ठेके से ही खरीदी गई होना बताई जा रही है। हालांकि इस मामले में जांच पड़ताल अभी जारी है।
इंदौर ही नहीं पूरे मध्यप्रदेश में यह गूंज रहा है कि इंदौर शहर में भी जहरीली शराब कांड हुआ है। जिसमें 6 लोगों की मौत हुई है हालांकि इस मामले में पुलिस और आबकारी विभाग की अलग-अलग टीमें जांच पड़ताल कर रही है। आबकारी विभाग के डिप्टी कमिश्नर संजय तिवारी के नेतृत्व में आबकारी विभाग की टीम जांच पड़ताल कर रही है सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार आबकारी विभाग इस नतीजे पर पहुंच चुका है कि जिस शराब का सेवन संबंधित दिनांक को मृतकों ने किया था उस शराब की बोतलों के सैंपल के साथ ही संबंधित जिस दुकान से यह शराब खरीदी गई थी वहां के सैंपल दोनों की ही जांच के बाद यह बात स्पष्ट हुई है कि शराब जहरीले नहीं थी बल्कि कंपनी से ही आयातित की गई थी जिसे लायसेंसी शराब ठेकेदार की दुकान से पैराडाइज बार में सप्लाई किया गया था हालांकि अभी आधिकारिक तौर पर आबकारी विभाग के अधिकारी इस मामले में कुछ कहने को तैयार नहीं है।
सहायक आयुक्त आबकारी राजनारायण सोनी के अनुसार सोशल मीडिया में इंदौर में ज़हरीली शराब से मृत्यु की ख़बर सही नहीं है। श्री सोनी ने बताया है कि इस संबंध में पुलिस द्वारा विस्तृत जाँच की जा रही है। उन्होंने बताया कि पिछले शुक्रवार की रात छोटी बाँगड़दा में पैराडाइज़ बार नामक स्थान पर 15 व्यक्तियों ने खाना खाया था एवं विदेशी मदिरा का सेवन भी किया था। उस रात पैराडाइज़ बार में लगभग सौ अन्य लोगों ने भी खाना खाया था एवं मदिरा का सेवन किया था। इनमें से कुछ लोगों के बीमार होने और दो व्यक्तियों की मृत्यु होने की ख़बर प्राप्त हुई थी। शुक्रवार से लेकर मृत्यु उपरांत की अवधि के दौरान इनके द्वारा अन्य कहाँ पर भोजन अथवा मदिरा का सेवन किया गया है, यह जाँच की जा रही है और हिस्ट्री खंगाली जा रही है।
बेच नंबर और स्टॉक मिला सही
शराब जहरीली है या नहीं या जहरीली शराब से ही उक्त युवकों की मौत हुई है फिलहाल इस मामले में तो पुलिस जांच पड़ताल कर ही रही है लेकिन आपकारी विभाग ने भी घटना के बाद इस विषय को लेकर जांच की थी कि शराब कहां से खरीदी गई पैराडाइज बार से आबकारी विभाग ने 16 बोतल शराब की जप्त कर उसके बेच नंबर के आधार पर संबंधित शराब ठेकेदार के यहां का स्टॉक रजिस्टर चेक करने के साथ ही शराब कंपनी का भी रिकॉर्ड चेक किया दोनों ही जगह बेच नंबर सही पाया गया इस बात से स्पष्ट है कि शराब में जहर नहीं थी इस बात की जांच पड़ताल आबकारी विभाग के डिप्टी कमिश्नर संजय तिवारी कर रहे हैं जो संभवत अपनी रिपोर्ट कलेक्टर को ही सोपेगे या सीधे शासन को भी भेज सकते हैं।
DGR विशेष
आबकारी विभाग की जांच में मामला जहरीली शराब का नहीं
- 30 Jul 2021