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इंदौर

आयुर्वेद कॉलेज में छात्रों की अनिश्चितकालीन हड़ताल

  • 25 Feb 2022

आयुर्वेद विश्वविद्यालय और स्टायपंड के लिए 80 पत्र लिखे, फिर भी मांगें नहीं मानी
इंदौर। इंदौर के आष्टांग आयुर्वेदिक कॉलेज के स्टूडेंट अपनी 5 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए। काफी वक्त से कोशिश करने के बाद भी उनकी डिमांड पूरी नहीं हो रही है। गुरुवार को स्टूडेंट्स कॉलेज कैंपस के अंदर ही हाथों में बैनर पोस्टर लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए और जमकर नारेबाजी की।
स्टूडेंट्स अपनी मांगों को लेकर आयुष विभाग को 80 बार लेटर लिख चुके है। यहां तक की संबंधित अधिकारियों से भी मिल चुके है। मगर कुछ हल नहीं निकला। जिसके चलते उन्हें यह कदम उठाना पड़ा। हाथों में अलग-अलग स्लोगन लिखे स्टूडेंट्स कॉलेज कैंपस के अंदर ही अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे। पोस्टरों पर स्टूडेंट्स ने लिखा आयुर्वेद का परचम पूरे विश्व में लहरा रहा फिर क्यों ये शासन आयुर्वेद को ठुकरा रहा? हक से लड़ेंगे हक के लिए दे रहे हम भी जीवन दान फिर क्यों न मिले वहीं सम्मान। अनिश्चितकालीन हड़ताल पर फस्र्ट ईयर से लेकर फाइनल ईयर तक के स्टूडेंट्स साथ में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे है। इस दौरान स्टूडेंट्स क्लास में भी मौजूद नहीं रहे। कॉलेज की फस्र्ट ईयर की छात्रा जूही श्रीवास्तव ने कहा कि स्टूडेंट्स अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती उनकी ये हड़ताल जारी रहेगी।
ये है स्टूडेंट्स की डिमांड
- एमबीबीएस के बराबर उन्हें भी स्टायपेंड दिया जाए।
- आयुर्वेद यूनिवर्सिटी जबलपुर से आयुष शाखा को अलग कर भोपाल में बनाया जाए और भविष्य में अलग से आयुष यूनिवर्सिटी बनाई जाए।
- लोक सेवा आयोग द्वारा आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी की भर्ती हर साल निकाली जाए। इस वर्ष आयोजित होने वाली एग्जाम से संविदा कर्मियों को जिया जाने वाला 15त्न अंक को हटाया जाए।
- जन संकल्प 2013 में घोषित एक हजार आयुष औषधालयों को जल्द खोला जाए।
- आयुर्वेद स्टूडेंट्स को भी सशर्त इमरजेंसी चिकित्सा का अधिकार मिले।