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ग्वालियर

आयुष्मान कार्ड-प्रदेश में सबसे ज्यादा फर्जीवाड़ा!

  • 27 Oct 2021

अब  तकहो चुके हैं 1,45, 258 कार्ड अमान्य, सबसे ज्यादा 12,407 ग्वालियर में निरस्त
इंदौर में हुआ था फर्जी कार्ड और प्रमाण-पत्र बनाने का खुलासा
इंदौर/ग्वालियर। शहर में गत दिनों बाणगंगा थाना क्षेत्र में गत दिनों पुलिस ने एक ऑनलाइन सेंटर पर दबिश देकर यहां से फर्जी दस्तावेज बनाने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनसे हुई पूछताछ में खुलासा हुआ था कि यह फर्जी दस्तावेज, आधार कार्ड, पेन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, आय-जाति प्रमाण पत्र आदि बनाते हैं। इसी तरह मामला आयुष्मान कार्डों को लेकर प्रदेश के अन्य जिलों में भी सामने आया, जिसके चलते प्रदेश में 1,45, 258 कार्ड अमान्य किए जा चुके हैं। इनमें सबसे अधिक ग्वालियर में जिले में 12,407 फर्जी आयुष्मान कार्ड 30 दिन में निरस्त हो चुके हैं। देखा तो जाए तो प्रदेश में संभवत: मध्यप्रदेश में आयुष्मान कार्डों में सबसे अधिक फर्जीवाड़ा हुआ हे।
दरअसल इन दिनों कुछ ऑनलाइन सुविधा देने वाले सेंटरों पर फर्जी आधार, वोटर कार्ड, जन्म व मृत्यु प्रमाण-पत्रों की तरह अब आयुष्मान कार्ड भी बनने लगे हैं। बाणगंगा थाना पुलिस के अलावा द्वारकापुरी पुलिस ने भी शासकीय दस्तावेजों में अवैधानिक तरीके से नाम, पता, मोबाइल नंबर आदि करेक्शन करने वालों को पकड़ा था। बाणगंगा के जो आरोपी पकड़ाए थे उनसे हुई पूछताछ के बाद कलेक्टर आफिस के एक दलाल और समाधान केंद्र के कर्मचारियों को भी पुलिस ने पकड़ा था। सभी पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि आरोपी केवल कार्ड ही नहीं बल्कि मार्कशीट भी फर्जी बनाते थे। दोनों ही मामलों में पता चला कि यह सारा काम पोर्टल के जरिए होता था।
उधर, एक सप्ताह पहले ग्वालियर पहुंचे आयुष्मान निरामय भारत के सीईओ अनुराग चौधरी फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने वालों के खिलाफ जिलाबदर और जेल भेजे जाने की कार्रवाई के निर्देश दे चुके हैं। प्रदेश में कुछ दिन पहले 1 लाख 45 हजार 258 फर्जी आयुष्मान कार्ड निरस्त किए गए हैं। इनमें सर्वाधिक ग्वालियर जिले के हैं।
जन्म-मृत्यु प्रमाण-पत्र में भी फर्जीवाड़ा
आयुष्मान कार्ड की तरह कुछ दिन पहले ग्वालियर के मुरार अस्पताल की आईडी से जारी 51 जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र भी फर्जी मिले थे। इन्हें किसी शरारती व्यक्ति ने मुरार अस्पताल की आईडी हैक कर जारी किया था। इसके बाद सिविल सर्जन ने सारे 51 प्रमाण पत्र पुलिस को भेजकर उन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आग्रह किया जिनके नाम पर प्रमाण पत्र जारी हुए हैं। अभी तक जिले में 12,407 आयुष्मान कार्ड निरस्त हो चुके हैं। सीईओ ने कुछ दिन पहले समीक्षा कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।