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शिवपुरी

आरटीआई से मिली 9 हजार पन्नों की जानकारी, बैंड बाजों के साथ बैलगाड़ी से लेने पहुंचा एक्टिविस्ट

  • 05 Nov 2022

शिवपुरी।  आरटीआई एक्टिविस्ट ने पीएम आवास को लेकर जानकारी मांगी थी। नगर परिषद ने 8.5 हजार से ज्यादा पेजों की जानकारी थामी दी। इसके बाद एक्टिविस्ट उसे लेने दोस्तों और बैंड बाजों के साथ बैलगाड़ी लेकर पहुंच गया। जानकारी के लिए एक्टिविस्ट ने कर्ज लेकर 24 हजार रुपए जमा भी कराए।
शिवपुरी जिले में सूचना के अधिकार (आरटीआइ) से जानकारी लेने का एक रोचक मामला सामने आया। यहां बैराड़ नगर परिषद ने आरटीआई एक्टिविस्ट को 8,820 पेज की जानकारी थमा दी। करीब दो महीने बाद मिली जानकारी लेने के लिए एक्टिविस्ट माखन बैलगाड़ी और बाजे लेकर कार्यालय पहुंचा। कागज मिलने पर उसने कहा कि अभी भी यह जानकारी अधूरी है।
आरटीआई एक्टिविस्ट बैराड़ नगर परिषद कार्यालय से क्करू आवास योजना में निर्माण संबंधी जानकारी मांगी थी। इस पर कार्यालय से उन्हें कागजों का पुलिंदा थमा दिया। माखन शुक्रवार को अपने चार दोस्तों के साथ बैलगाड़ी और बाजे लेकर बैराड़ नगर परिषद कार्यालय पहुंचे। माखन यहां से जानकारी का पुलिंदा लेकर चले तो हर कोई उन्हें देखने लगा। पहले तो लोगों को समझ नहीं आया कि बाजे क्यों बज रहे हैं। कुछ देर बाद उनके दोस्तों ने बताया तब पूरा मामला क्लियर हुआ।
पीएम आवास योजना में हुआ भ्रष्टाचार
माखन का कहना है कि क्षेत्र में पीएम आवास योजना के काम में भ्रष्टाचार हुआ है। इसकी जानकारी मांगने पर पहले तो नगर परिषद के अफसर टहलाते रहे। जब आरटीआई में जानकारी मांगी तो उन्होंने पेज ज्यादा होने का बोलकर 23,884 रुपए जमा करने के लिए कहा। शुल्क जमा करने के बाद भी जानकारी नहीं दी। इसके बाद संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन ग्वालियर में शिकायत की, तब जाकर जानकारी उपलब्ध कराई गई है।
यह जानकारी मांगी
आरटीआई में नगर परिषद बैराड़ के वार्ड 1 से 15 तक के 2015 से 2022 तक भवन सर्वे रजिस्टर की प्रमाणित छायाप्रति मांगी थी। इसमें उन्होंने सभी भवनों की एनओसी एवं उनके भवन भूमि स्वामित्व के दस्तावेज, नोटशीट और भूमि-भवन संपत्ति कर की रसीदों की प्रमाणित छायाप्रति भी मांगी गई थी। माखन धाकड़ का कहना है कि उन्हें 12,222 पेज मुहैया कराए जाने थे, लेकिन नगर परिषद बैराड़ की ओर से 8,820 पेज की जानकारी दी गई है। इसके बदले में उन्होंने 23,884 रुपए का भुगतान भी किया।
कर्ज लेकर जमा किए 23,884 रुपए
माखन ने बताया कि करीब 9 हजार पेज की जानकारी के लिए उनसे 23,884 रुपए नप में जमा कराए हैं। इतने पैसे की व्यवस्था नहीं होने पर कर्ज लेकर रुपए जमा कराए। इतने संघर्ष के बाद खाली जेब होने का दर्द तो था, लेकिन जानकारी मिलने की खुशी भी थी। इसलिए सेलिब्रेशन का मन किया। माखन नगर परिषद बैराड़ कार्यालय बैलगाड़ी से पहुंचे। साथ में ढोल और बाजे ले गए।
चार दोस्तों ने दो घंटे में गिने पेज
जानकारी में मिले पेजों की गिनती के लिए वे अपने चार मित्रों को साथ ले गए। उन्हें जानकारी के पेज गिनने में करीब दो घंटे लग गए। इसके बाद माखन ने सिर पर कागजों का पुलिंदा उठाकर उसे बैलगाड़ी में रखा। ढोल-बाजों के साथ वो कार्यालय से घर के लिए रवाना हुए।
कॉपी कराने में लगे 5 दिन
नगर परिषद बैराड़ के सीएमओ जयनारायण पारा का कहना है कि उन्होंने अगस्त में नगर परिषद सीएमओ का चार्ज संभाला है। माखन यादव ने पहले से जानकारी मांगी थी, जो उन्हें मुहैया करा दी गई है। इस जानकारी को इकठ्ठा करने में नगर परिषद चार कर्मचारियों को काफी दस्तावेजों को खंगालना पड़े। इसके बाद जानकारी की प्रति सौंपी गई है। इनकी कॉपी कराने में ही 5 दिन लगे।