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इंदौर

इंडस्ट्री हाउस अग्निकांड - मेंटनेंस में लापरवाही या साजिश ... डिटेक्टिव ग्रुप रिपोर्ट   का मुख्य कार्यालय भी आग में हुआ खाक

  • 14 Mar 2024
  • एसी डक्ट में स्पार्किंग की संभावना ...जबकि  ऑफिस तीन दिन से था बंद
  • बिल्डिंग का फायर सेफ्टी सिस्टम पूरी तरह से खराब
  • आग लगने पर न तो अलार्म बजा, न ही पाइप से पानी फेंका जा सका
  • तीसरे और 8 वें फ्लोर की सीढिय़ों को प्लाय से बंद कर रखा था


इंदौर। बुधवार की शाम शहर के एबी रोड स्थित इंडस्ट्रीज हाउस में भीषण आग लगने की घटना से हडक़ंप मच गया। इस आग में डिटेक्टिव ग्रुप रिपोर्ट समाचार पत्र का आफिस भी आग की चपेट में आ गया। इस भीषण अग्निकांड में बिल्डिंग मेंटनेंस में लापरवाही भी सामने आई है, वहीं आग को लेकर साजिश का भी शक है। हालांकि यह पुलिस पूरा सच पुलिस की जांच में उजागर होगा। फिलहाल  तो आग में किन कारणों से लगी और इसमें कितना नुकसान हुआ है इसका आंकलन किया जा रहा है, लेकिन बिल्डिंग मेंटनेंस की अनेक खामियां इस अग्निकांड में उजागर हो गई है, जो यह बताता है कि यदि समय रहते रेस्क्यू टीम लोगों की जान नहीं बचाती तो बड़ी जनहानि हो सकती थी।
फायर ब्रिगेड एसपी शशिकांत कनकने ने बताया कि इंडस्ट्री हाउस की चौथी मंजिल पर डिटेक्टिव ग्रुप रिपोर्ट का आफिस तीन दिन से बंद होने की जानकारी सामने आई है। यहां एसी डक्ट में स्पार्किंग के बाद आग फैली और बिजली के तारों का संपर्क होने के बाद आग ने धीरे-धीरे फैलते हुए भीषण रूप ले लिया, जिससे कई आफिस चपेट में आ गए और यहां पर काम करने वाले लोग ऊपर की मंजिलों पर फंस गए।
इंडस्ट्री हाउए बिल्डिंग 27 साल पुरानी है। इस बिल्डिंग में जहां नीचे की ओर बैंक संचालित होता है तो वहीं उपर की मंजिलों पर कई कंपनियों के आफिस हैं। कुछ लोगों का कहना है कि बिल्डिंग का मेंटनेंस नहीं किया जाता है। कई बार शिकायत के बाद भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जाता। कल हुई घटना में इस बात का पता चला कि बिल्डिंग का फायर सेफ्टी सिस्टम पूरी तरह से खराब था। आग लगने पर न तो अलार्म बजा, न ही पाइप से पानी फेंका जा सका। वेंटिलेशन तक नहीं था। तीसरे और 8 वें फ्लोर की सीढिय़ों को प्लाय से बंद कर रखा था।
दिवारें तक हो गई गर्म
शुरुआत चौथी मंजिल के डिटेक्टिव आफिस से हुई, लेकिन बाद में तीसरे और पांचवीं मंजिल के आफिस भी चपेट में आ गए थे। आग इतनी भीषण थी कि अंदर की दीवारें तक गर्म हो गई। फायरकर्मियों ने करीब एक घंटे तक पानी डाला और दीवारों को ठंडा किया। बाद में एयरपोर्ट अथारिटी से बात कर जेट प्रेशर वाहन बुलाया गया।
फोरेंसिक एक्सपर्ट करेंगे जांच
पुलिस ने इमारत को सील कर दिया। गुरुवार को एमपीईबी, फोरेंसिक एक्सपर्ट और पुलिस टीम जांच करेगी। एसपी (फायर) शशिकांत कनकने से मुताबिक घटना गंभीर है। फायर सेफ्टी और आग के कारणों की पड़ताल की जाएगी।
सीढिय़ों पर धुआं और अंधेरा
घटना के दौरान इमारत के अग्निशमन उपकरण काम नहीं आए और इमारत के पास बने निजी अस्पताल से पाइप डालकर आग बुझाने की कोशिश की गई। फर्नीचर के कारण आग नियंत्रण से बाहर हो चुकी थी। युवक-युवतियां पांचवीं और सातवीं मंजिल पर ही रुक गए। सीढिय़ों पर धुआं और अंधेरा हो चुका था। कई का दम घुटने लगा तो एक-दूसरे को ढांढस बंधाया और रूमाल गीला कर मुंह पर बांधा। दो युवक तो इतना घबराए कि पांचवीं मंजिल से खिडक़ी तोडक़र पाइप और लोहे की सीढिय़ों के सहारे नीचे उतर गए। युवकों ने पुलिसकर्मियों को बताया अंदर करीब सौ लोग फंसे हैं। फायरकर्मियों के आने पर लोग खिड़कियों से झांक कर मदद मांगते रहे।
हैवी ट्रैफिक का करना पड़ा सामना
उधर, रोजर फायर पेंथर फायर सर्विस के सीनियर मैनेजर पीयूष यादव ने कहा रास्ते में हैवी ट्रैफिक का सामना करना पड़ा। सायरन बजाते रहे लेकिन जनता सुनने का नाम नहीं ले रही थी। साइड देने की बजाय बार बार पीछे पलट-पलट कर देखते रहे कि क्या हो रहा है।