इंदौर में पकड़ा गया तो उज्जैन में जमा दी दुकान
इंदौर। लोगों में भय और डर का वातावरण बनाकर उनके साथ ठगी करने वाले बदमाश को इंदौर में पुलिस ने पकड़ा तो वह जेल से छूटने के बाद उज्जैन में अपनी दुकान चलाने लगा। इस बीच कथित तांत्रिक ने इंदौर के मां बेटे को ठग लिया तो एक बार फिर उसका अंधविश्वासी कारोबार उजागर हो गया। इस बार भी तांत्रिक पुलिस क ो चकमा नहीं दे पाया और वह साथियों के साथ सलाखों के पीछे चला गया।
तांत्रिक क्रिया के नाम पर लोगों के साथ ठगी करने वाले कथित तांत्रिक भैरूनाथ ने इंदौर में तीन मकान और पांच से अधिक दुकाने तैयार कर अच्छा कारोबार करने के साथ लोगों को गुमराह कर डराने और भय दिखा कर तात्रिक क्रिया करने का झांसा देता रहा। तात्रिक क्रिया के नाम पर काली कमाई करने वाले भैरूनाथ को करीब एक साल पहले भिचौली मर्दाना से पुलिस ने जाल बिछाकर पकड़ा था। तात्रिक भैरूनाथ के जेल जाने के बाद कुछ दिनों तक तांत्रिक क्रिया का कारोबार ठप्प था मगर इंदौर में कारनामा उजागर होने के बाद भैरूनाथ ने अपना नया ठिकाना उज्जैन बना लिया।
उज्जैन में ठगी की वारदातों को अंजाम देने वाले भैरूनाथ को एक बार फिर इंदौर के ही एक परिवार ने पुलिस के हत्थे चढाया। तांत्रिक ने इंदौर के बिचौली मर्दाना के ही रहने वाले अजय चौहान और उसकी मां को घर के सदस्य की मृत्यु का भय दिखाकर सात तोला वजनी सोने के हार लेकर उज्जैन बुलाया था। और तात्रिंक क्रिया करने के बहाने वह सोने का हार लेकर फरार हो गया। इंदौर के अजय चौहान की रिपोर्ट पर पुलिस ने तांत्रिक भैरूनाथ उसके बेटे अजय कालबेलिया निवासी कुंदननगर इंदौर और साथी विजयनाथ कालबेलिया निवासी सादलपुर धार को गिरफ्तार तो कर लिया है मगर अभी कितनी ठगी की है इसका खुलासा नहीं हुआ है।
तांत्रिक भैरूनाथ उसके बेटे अजय कालबेलिया निवासी कुंदननगर इंदौर और साथी विजयनाथ कालबेलिया निवासी सादलपुर धार ने बताया कि 29 जनवरी को निनौरा क्षेत्र में फरियादी के परिवार को पूजन के लिए बुलाया था और फिर साथियों के माध्यम से सात तोले का हार लेकर फरार हो गया था।
तांत्रिक की गैंग ने इन्हें भी ठगा है
तांत्रिक भैरूनाथ कई सालों से ठगी करता आ रहा है इसी से उसने लाखों की संपत्ति अर्जित की। दो साल पहले खाचरौद में भी तांत्रिक ने नोटों की बारिश करने का झांसा देकर पुनीत कुमार सोनी से 11.76 लाख रुपए की ठगी की थी। आरोपी उक्त घटना में पकड़ा गए थे लेकिन जेल से छूटने के बाद फिर से ठगी करना शुरू कर दी। नोटों की बारिश करने वाले तात्रिक के दो साथी अभी फरार है।