डिवाइडर से टकराई बाइक, दो पुलिसकर्मियों के बेटों की मौत
बैतूल/इंदौर। इंदौर और बैतूल में गुरुवार की रात दो दर्दनाक हादसे हुए। इन दो हादसों में 13 लोगों की मौत हो गई। बैतूल में अपने घर लौट रहे 11 मजदूरों की एक साथ मौत हो गई। वे सभी कार में सवार थे। जिंदा बचे कार ड्राइवर ने बताया कि उसे झपकी आई, तभी बस से भीषण टक्कर हो गई। वहीं इंदौर में बीती रात परदेशीपुरा थाना क्षेत्र में बाइक डिवाईडर से टकराने के कारण उस पर दो युवकों की मौत हो गई। दोनों के पिता पुलिस विभाग में पदस्थ हैं।
बैतूल-अमरावती स्टेट हाईवे पर भीषण हादसा हो गया। गुरुवार रात करीब 2 बजे खाली यात्री बस और टवेरा कार की टक्कर हो गई। कार सवार 11 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 6 पुरुष, 3 महिलाएं और 2 बच्चे शामिल हैं। सभी शवों को झल्लार के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया है, जहां उनका पोस्टमॉर्टम करवाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, बस बैतूल की तरफ आ रही थी, जबकि कार मजदूरों को लेकर परतवाड़ा की ओर से आ रही थी। झल्लार गांव से करीब एक किलोमीटर दूर बस पहुंची ही थी कि दोनों में सीधी टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार सवार सभी 11 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने लोगों की मदद से 11 में से 7 शव निकाल लिए। बाकी 4 शव कार काटकर निकाले।
सोयाबीन काटने गए थे मजदूर
झल्लार थाना टीआई दीपक पराशर ने बताया कि रात पौने 2 बजे हादसे की सूचना डायल-100 से मिली थी। कार अमरावती जिले से सोयाबीन काटने वाले मजदूरों को लेकर झल्लार की ओर आ रही थी। वहीं, बस खेड़ी से गुदगांव की तरफ जा रही थी। टवेरा में 11 लोग सवार थे, सभी बुरी तरह से फंसे हुए थे। मृतकों में एक डेढ़ साल का बच्चा और 5 साल की बच्ची भी शामिल है।
प्रत्यक्षदर्शी मनीष का कहना है कि मौके पर पहुंचे तो सभी की मौत हो चुकी थी। पहले तो जेसीबी की मदद से बस और कार को अलग करवाया। इसके बाद कार की बॉडी को काटकर शवों को बाहर निकाला गया।
ड्राइवर बोला- झपकी आ गई थी
एसपी सिमाला प्रसाद ने बताया कि झल्लार गांव के मजदूर 20 दिन पहले अमरावती के कलमता गांव गए हुए थे। गुरुवार रात 9 बजे कार से वहां से निकले थे। रात करीब सवा 2 बजे ये झल्लार गांव से एक किमी दूर थे, तभी हादसा हुआ। कार ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि उसे झपकी आ गई थी, जिससे टवेरा सीधे बस से टकरा गई। मृतकों के परिजन को सहायता राशि दिलवाने का प्रयास किया जाएगा।
मृतकों के परिवारों को मुआवजा
कलेक्टर अमनवीर सिंह बैंस ने बताया कि कार सवार सभी 11 लोगों की मौत हो गई है। इनमें 2 बच्चे भी शामिल हैं। तत्काल पोस्टमॉर्टम के लिए निर्देशित किया गया है। बॉडी को उनके गांव पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। अंत्येष्टि राशि के लिए भी कार्रवाई कर दी गई है। ट्रैफिक एक्सीडेंट में जो मुआवजा राशि का प्रावधान है, वह भी परिवार को तत्काल स्वीकृत करने के लिए कहा है।
मजदूरों से भरी बस पलटी:एक दर्जन से अधिक मजदूर घायल, गुना से ट्रेन से ग्वालियर पहुंचे थे, बस में भरकर मजदूरी करने गोहद जा रहे थे
ग्वालियर
ग्वालियर के महाराजपुरा थाना क्षेत्र के आलू अनुसंधान केन्द्र के पास बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात करीब एक बजे मजदूरों को भरकर तेज रफ्तार बस अनियंत्रित होकर पलट गई। बस पलटने का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और बस के नीचे दबे मजदूरों को क्रेन की मदद से बस को हटवाकर निकलवाया। हादसे में करीब एक दर्जन से ज्यादा मजदूर घायल हो गए। घायल मजदूरों को पुलिस वाहन व एंबूलेंस की मदद से उपचार के लिए जयारोग अस्पताल पहुंचाया। जहां पर दो से तीन मजदूरों गंभीर चोट आई थी जिनका इलाज करा कर डिस्चार्ज कर दिया गया।
तीन घंटे की मशक्कत से निकले घायल
हादसा रात एक बजे हुआ था और पुलिस को हादसे में घायल मजदूरों को निकालने में करीब तीन घंटे का समय लगा, क्योंकि बगैर क्रेन की मदद से बस को हटाया नहीं जा सकता था और क्रेन आने में काफी समय लगा।
वहीं घायल गोहद निवासी 42 वर्षीय ठेकेदार कालीचरण कुशवाह ने बताया कि वह बुलाते 40 मजदूरों को गुना से खेत में मजदूरी कराने के लिए कल शाम ग्वालियर स्टेशन ट्रेन से पहुंचे थे और एक अन्य ठेकेदार भी अपने साथ 20 मजदूर खेत में मजदूरी कराने के लिए लाए थे। रात्रि करीब 1 बजे वह मजदूरों को भरकर गोहद ले जा रहे थे तभी ग्वालियर के महाराजपुरा थाने के पास कृषि आलू अनुसंधान केन्द्र के पास बस अनियंत्रित होकर पलट गई जिसमें दबने के कारण 1 दर्जन से अधिक मजदूर घायल हो गए जिनके सर, हाथ, पैरों में चोट आई है। जिनका इलाज किया जा रहा है। बस चालक अधिक गति से बस चला रहा था।
बस चालक की तलाश में जुटी पुलिस
घटना की जानकारी देते हुए महाराजपुरा थाना क्षेत्र के सीएसपी रवि भदौरिया ने बताया कि रात को फोन पर सूचना मिली थी कि मजदूरों से भरकर गोहद जा रही एक बस अनियंत्रित होकर हाईवे में पलट गई। बस के नीचे दबने से कई मजदूर घायल हो गए सूचना मिलने पर पुलिस बल मौके पर पहुंचा था। जहा क्रेन की मदद से बस को हटाकर मजदूरों को निकालकर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है वही मौका पाकर बस चालक फरार हो गया जिसकी तलाश की जा रही है।
एसएएफ के कंपनी कमांडर और एसआइ के बेटों की मौत
परदेशीपुरा थाना क्षेत्र में गुरुवार देर रात बाइक सवार दो युवकों की सड़क हादसे में मौत हो गई। दोनों युवक बुलैट मोटर साइकिल से जा रहे थे। मृतकों में एक युवक विशेष सशस्त्र पुलिस बल (एसएएफ) के कंपनी कमांडर का बेटा है। परदेशीपुरा पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है। मौके पर क्षतिग्रस्त अवस्था में बाइक मिली है। घटना परदेशीपुरा थाना क्षेत्र स्थित एमआर-4 की है। पुलिस रात्री गश्त कर रही थी। तभी सूचना मिली कि बुलैट सवार दो युवक डिवाइडर से टकराने के कारण गंभीर घायल हुए है। दोनों को तुरंत एमवाय अस्पताल में रैफर कर दिया गया। पुलिस अधिकारी एमवाय अस्पताल पहुंचे लेकिन तब तक दोनों की मृत्यु हो चुकी थी। एसीपी के मुताबिक मृतकों की पहचान मयंक तोमर पुत्र रेवसिंह तोमर और मयंक पुत्र बाबलिया अजनारे के रुप में हुई। सूचना मिलते ही मृतकों के स्वजन भी अस्पताल पहुंच गए। रेवसिंह तोमर ने पुलिस को वह विशेष सशस्त्र बल 15वीं बटालियन में कंपनी कमांडर (इंस्पेक्टर) है। बाबलिया भी एसआइ के पद पर है। रेवसिंह तोमर के मुताबिक उन्हें रात में छोटे बेटे के पास काल आया था कि मयंक का एक्सीडेंट हो गया है। काल करने वाले ने आखिरी काल नंबर देखकर काल किया था। जब मैं वहां पहुंचा तो उसकी आखिरी सांस चल रही थी। डाक्टर उसे सीपीआर दे रहे थे, लेकिन जब ईसीजी की तो मृत घोषित कर दिया। रेवसिंह के मुताबिक बेटा पहले एम्बुलेंस पर काम करता था। उस वक्त उसे मना किया था। अभी वह सिटी बस पर चलने लगा था। रात को वह देर तक घर नहीं लौटा था। परदेशीपुरा पुलिस के मुताबिक फिलहाल मर्ग कायम कर लिया है। शुक्रवार को दोनों के शवों का पीएम करवाया जाएगा। घटनास्थल से सीसीटीवी फुटेज निकाले जा रहे है।