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इंदौर

इंदौर की आलू-प्याज मंडी में 50 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित

  • 28 Aug 2021

इंदौर। आलू प्याज मंडी में ट्रांसपोर्टरों के रुख के कारण शुक्रवार को भी कामकाज प्रभावित हुआ। ट्रांसपोर्टरों के गाड़ी भेजने से इन्कार के बाद सिर्फ छोटे खेरची कारोबारियों की खरीदी ही हुई। इस बीच माल की आवक भी घट गई है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि अगर 150 से 200 गाडिय़ों का व्यापार भी प्रभावित होता है तो हर दिन मंडी के कारोबार में 50 से 60 करोड़ का नुकसान हो रहा है। व्यापारी आरोप लगा रहे हैं कि ट्रांसपोर्टरों के अडिय़ल रवैये के कारण किसानों और व्यापारियों का नुकसान हो रहा है। इस बीच इंदौर मंडी में कामकाज रुकने का असर यह हुआ कि आसपास के शहरों में यहां का व्यापार शिफ्ट हो रहा है। शुक्रवार को कई व्यापारियों ने उज्जैन मंडी का रुख कर लिया। उज्जैन व अन्य शहरों की मंडी में ट्रांसपोर्टरों ने काम बंद नहीं किया है न वहां कोई विवाद है। ऐसे में माल तुलवाने और भरवाने के लिए व्यापारी उज्जैन व अन्य शहरों की मंडी जा रहे हैं। व्यापारियों ने तो रास्ता निकाल लिया है, लेकिन इस विवाद में किसानों का नुकसान हो रहा है। इस बीच व्यापारियों ने ट्रांसपोर्टरों पर मनमानी का आरोप लगाया है।
आलू-प्याज व्यापारी संघ के अध्यक्ष ओमप्रकाश गर्ग के अनुसार हम्माली तय करने का अधिकार मंडी प्रशासन का होता है। यदि ट्रांसपोर्टरों को हम्माली से परेशानी है तो उन्हें मंडी समिति से बात करनी चाहिए। यदि वे भाड़ा बढ़ाना चाहते हैं तो उन्हें सीधे बोलना चाहिए था। उसमें तो किसी ने इन्कार नहीं किया था। इसी बीच खबरें आ रही है कि शनिवार को आलू प्याज व्यापारी और ट्रांसपोटरों के बीच एक बैठक होगी। बैठक में मुद्दे पर हल निकाला जाएगा। हालांकि चोइथराम मंडी की घटना से अब अनाज मंडी व अन्य मंडियों में भी व्यापारी डरे हुए हैं। कारोबारियों का कहना है कि आज एक मंडी में विवाद हुआ है तो कल दूसरी मंडी में भी विषय आएगा ही। इस बीच मंडी सचिव नरेश परमार ने कहा कि इस मुद्दे पर अब तक किसी ट्रांसपोर्टर ने मंडी प्रशासन से संपर्क नहीं किया है। यदि ट्रांसपोर्टर्स को कोई परेशानी हो तो उन्हें बताना चाहिए। ये तो तरीका नहीं हुआ कि वे ड्रायवरों को रोकें, कागज छीनें या उनसे मारपीट करें। शुक्रवार को मंडी सचिव परमार ने कर्मचारियों की बैठक ली। निर्देश दिए कि असामाजिक तत्वों का मंडी में प्रवेश रोका जाए। कुछ लोग वसूली या बिना वजह मंडी में आ रहे हैं। उन्हें रोकें, यदि कोई दबाव आता है तो डरें नहीं मुझे बताएं। इधर शुक्रवार को मंडी में आलूप्याज की आवक प्रभावित हुई। प्याज की सिर्फ 10 से 20 हजार बोरी आवक हुई। आलू के पांच से छह हजार और लहसुन के एक से डेढ़ हजार कट्टे ही मंडी में पहुंचे। खेरची वालों की खरीदी हुई। भाव में मंदी रही। प्याज सुपर 1700 रुपये से ऊपर नहीं बिका। आलू भी 800 से 900 रुपये तक बिका। प्याज सुपर 1500 से 1700, एवरेज 1400 से 1500, गोल्टा 1300 से 1400, गोल्टी 1100 से 1200, आलू चिप्स 900 से 1000, राशन 700 से 800, लहसुन ऊंटी सुपर बोल्ड 6000 से 6700, बोल्ड 5500 से 5700, एवरेज 2500 से 3000 रुपये क्विंटल बिका।