इंदौर। बाणगंगा पुलिस ने भले ही तस्लीम को जेल भेज दिया हो। लेकिन उसके गांव से मिली जानकारी के बाद इंदौर के दो विभाग अलर्ट पर है। वह यहां तस्लीम के गांव के लोगों की जानकारी जुटा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक दोनों पूरे मामले में गोपनीयता बरती जा रही है। शहर में सांप्रदायिता, किसी धार्मिक मामले या बड़े अपराध के बाद होने वाली प्रतिक्रिया को लेकर जिले के एसबी ओर डीएसबी विभाग सक्रिय रहते है। शहर में लगातार हुई पांच घटनाओं के बाद दोनो विभाग अलर्ट पर है। तस्लीम के मामले में जब बाणगंगा पुलिस की टीम उसके घर उतरप्रदेश के हरदोई पहुंची तो यहां आधार कार्ड गलत बनने की बात सामने आई। लेकिन एक बाद जो गांव से पुलिस को पता चली वह चौकाने वाली थी। जांच में यह पता चला कि तस्लीम के ही गांव के करीब दो दर्जन से अधिक युवा इंदौर में है। जो अलग अलग फेरी का काम कर रहे है। वह रोजगार की तलाश में इंदौर आकर बस गए। वर्तमान में दोनो विभाग अब उन युवाओं की जानकारी जुटाने में लगे है। ताकि दस्तावेज फर्जीं होने ओर किसी तरह की अन्य गतिविधी में उनके शामिल होने की जानकारी गृह विभाग तक पहुंचा सके। फिलहाल इस मामले में दोनो विभाग के अधिकारी सीधे तौर पर बात नही कर रहे। लेकिन बाणगंगा पुलिस के पास इस विभाग के अधिकारी थाने जानकारी लेने पहुंचे थे। पूर्व में शहर में घटी तेजाजी नगर ,राजबाड़ा मामला,बंबई बाजार की घटना,छत्रीपुरा दो समुदाय का विवाद ओर तस्लीम की पिटाई के बाद पूरे शहर में हुए घटनाक्रम को लेकर डीएसपी ओर एसबी गृह विभाग तक जानकारी संलग्न करवा रहा है। तस्लीम के गांव से मिली जानकारी के साथ गुरूवार को सीएम की सुरक्षा पर हिंदूवादियों के विरोध प्रदर्शन को लेकर भी उन्हें अलर्ट पर रखा गया था।
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इंदौर के दो विभाग अलर्ट पर, तस्लीम के घर से लौटने के बाद अलर्ट पर दो विभाग
- 27 Aug 2021