Highlights

विविध क्षेत्र

इंदौर दो... क्या कायम रहेगा रमेश जी का जलवा...?

  • 15 Nov 2023

एल एन उग्र
चुनावी सर गर्मी में...सारे मध्य प्रदेश के साथ-साथ... इंदौर पर भी गहरा रंग छाया हुआ है... चुनाव का रंग अपने शराब पर है... यूं लग रहा है... लोकतंत्र का त्यौहार है... आने वाली 17 तारीख को...मध्य प्रदेशमें आने वाली सरकार...आकार लेने के लिए तैयार होगी... मतदान होगा... भाग्य होगा पेटी में बंद...और पिटारा खुलेगा 3 दिसंबर को...।
हमारी श्रृंखला में...जो देख रहे हैं... महसूस कर रहे हैं...वह लिखने का प्रयास हम कर रहे हैं... इसी श्रृंखला में इंदौर दो से... भाजपा के उम्मीदवार... श्री रमेश मेंदोला जी ने... परंपरागत उम्मीदवारी की है... मतलब ताल ठोकी है...यह वह क्षेत्र है... जहां एक दौर था... जब कांग्रेस के अलावा किसी ने... फतह के बारे में सोचा नहीं था... सोचना ही बंद कर दिया था... आज इसके उल्टा है...कैलाश जी ने जो रंग जमाया... तो वह अभी तक गहरा ही होता गया...शहर की राजनीति की... दिशा और दशा दोनों पर...दो नंबर ने राजनीति का प्रभाव छोड़ा है... और होता है... रमेश जी ने यहां से... जीतने का रिकॉर्ड बनाया... अब बात यह हो रही है कि... क्या रमेश जी खुद के रिकॉर्ड को तोड़ेंगे... मेंदोला जी के बारे में यह कहा जाता है कि... वह भोजन भंडारे के लिए जाने जाते हैं... परंतु व्यवस्थाएं कहां से होती हैं... उस पर आम धारणा यह है कि... देने वाले सहयोग करते हैं... हम तो माध्यम मात्र हैं... ऐसा उनके भाव प्रकट होते हैं...। संपर्क के दौरान हमने महसूस किया कि... उनसे मिलने वाले लोग... महिला हो या पुरुष...बच्चे हो या बड़े... ऐसा लगता है जैसे... वह सभी को जानते हैं... और सभी लोग भी उन्हें...परिवार के सदस्य की तरह ही देख सुन रहे थे...। जीवंत संपर्क का भी अनुभव हमें हुआ... जनसंपर्क तो यूं लग रहा था जैसे... औपचारिकता मात्र है... क्योंकि रमेश जी का दरबार... सदाबहार प्रतिदिन... सुबह ही लग जाता है...जो लोग समस्या लेकर आते हैं... वह निजात पाकर ही जाते हैं...। संपर्क के साथ ही यह भी चर्चा में आया कि... आपके विधानसभा क्षेत्र के विपक्षी... यह कहते हैं कि...विकास कहां हुआ है...? दिखाई तो देता ही नहीं है...? तो रमेश जी कहते हैं कि... जब किसी ने आंखों पर पट्टी बांध रखी हो... कोई विकास देखना नहीं चाहता हो... तो क्या कर सकते हैं... युवाओं के आइकॉन भी वह नजर आए... रमेश जी ने दो नंबर को... धर्म क्षेत्र भी बनाया है... मित्रता निभाने की बात पर उनके कई समर्थक... कहते हैं कि... वह दोस्तों के दोस्त हैं... जनसंपर्क के बीच... ज्यादा चर्चा के बजाय... हमने यह महसूस करने का काम किया कि... उनके साथ घूमने पर... काफी कुछ महसूस किया है... किसी जानकारी में उनसे सुनने को यह भी मिला है कि... वह जीत के लिए कोई योजना नहीं बनाते हैं... वे तो काम करते हैं...यही योजना है... विकास की बात पर उनका कहना था कि...खूब विकास किया है...।
स्कूल, कॉलेज, बेरोजगारों के लिए कार्य किया है...मेट्रो आ रही है, पांच तारा होटल हमारे क्षेत्र में है, अस्पताल यहां हैं, सुरक्षित वातावरण है, सनातन धर्म कभी खत्म नहीं होगा... और कोई कभी नहीं सकता है... सनातन को कोई खत्म कर भी नहीं सकता है... यह भी उनका कहना है कि... दो नंबर से मैं चुनाव नहीं लड़ता हूं... हमारे कार्यकर्ता और जनता यहां का चुनाव लड़ती है... वही जीत का रिकॉर्ड तय करती है...।
चुनाव परिणाम से पता चलेगा... इस बार पिछला रिकॉर्ड टूटेगा... या नहीं ...।
खैर चुनाव चर्चा में रमेश जी... जीत के प्रति ही नहीं...खुद का रिकॉर्ड टूटने के प्रति भी...आशा से भरे नजर आए...हमने जो देखा... जो महसूस किया... अनुभवों के आधार पर... वही कथन हमने किया...।