इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में स्कूल शिक्षा विभाग के आयुक्त ने एक आदेश जारी किया है, जिसके मुताबिक अब बच्चों को भूख लगने पर स्कूल में गुड़ और चना दिया जाएगा। कोरोना वायरस की वजह से स्कूलों में मिड-डे मील की सुविधा को अस्थायी रुप से बंद कर दिया है, जिसके विकल्प के तौर पर अब बच्चों को गुड़-चना दिया जाएगा।
कोर्स पूरा करने के लिए लगेंगी अतिरिक्त कक्षाएं
विभाग की मिड-डे मील की तैयारियां कोरोना के मद्देनजर लगाए गए लॉकडाउन की वजह से प्रभावी हुई। लॉकडाउन की वजह से बच्चों की स्कूली शिक्षा भी पूरी नहीं हुई। बच्चों के कोर्स को पूरा करने के लिए शिक्षा विभाग ने अतिरिक्त कक्षाएं लगाने के भी आदेश दिए हैं।
सुबह 9-5 बजे तक खुलेंगे स्कूल
वहीं छुट्टियों में भी बच्चों की कक्षाएं लगाई जाएंगी। इधर, शिक्षा विभाग ने सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक स्कूल खोलने के निर्देश दिए हैं ताकि शिक्षण कार्य को लंबा किया जा सके। ऐसी परिस्थितियों में बच्चों को काफी परेशानी हो रही है। बच्चों का पेट नहीं भर पा रहा है, उन्हें खाना नहीं मिल रहा है।
परीक्षाओं तक बच्चों को मिलेगा गुड़-चना
कुछ बच्चों के माता-पिता काम पर जाते हैं, जिस वजह से वो उनका खाने का डिब्बा नहीं तैयार कर पाते। यही कारण है कि कई बच्चे स्कूल में भूखे रह जाते हैं। इसके परिणामस्वरुप बच्चे अपनी पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पाते और अपनी कमजोर महसूस करते हैं। बच्चों की ये हालत देखते हुए शिक्षा विभाग ने स्कूल में बच्चों को गुड़-चना देने के निर्देश दिए हैं। ये सिस्टम परीक्षाओं तक सभी स्कूलों में लागू किया जाएगा।
credit- Amar Ujala
इंदौर
शिक्षा विभाग का फैसला : इंदौर में स्कूलों में अब बच्चों को मिलेगा गुड़-चना
- 26 Mar 2021