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भोपाल

इलेक्शन मोड में नेता; अब लाइट, साउंड, कैमरे के साथ

  • 31 Oct 2022

भोपाल। मप्र में बड़े नेता अब इलेक्शन मोड में आ गए हैं। विधानसभा चुनाव के लिए अब सिर्फ 11 माह का समय बचा है, ऐसे में नेता भी चाहते हैं कि कम समय में उनकी बात ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच जाए। इसी कड़ी में पहली बार मप्र के मुख्यमंत्री निवास में हाईटेक स्टूडियो तैयार हुआ है। करीब 50 लोगों की क्षमता के इस स्टूडियो से सीएम प्रदेश की जनता को सीधे संबोधित कर सकेंगे। साउंड और पिक्चर की क्वालिटी अच्छी रहे, इसके लिए स्टूडियो में तमाम व्यवस्थाएं की गई हैं। सीएम निवास में बने नए ऑफिस भवन में स्टूडियो ग्राउंड फ्लोर बनाया गया है।
सीएम किसी भी मंत्री व संगठन के नेता से इसी स्टूडियो से बात कर पाएंगे। स्टूडियो में हाईटेक उपकरण लगे हैं। कंटेंट, कट और रीटेक जैसे आधुनिक संसाधनों वाले उपकरण भी होंगे। जल्द ही इस स्टूडियो का शुभारंभ होगा। इसके बाद ही शिवराज सिंह विधिवत नई बिल्डिंग में बैठने लगेंगे। सीएम के संबोधन का प्रसारण लिंक के जरिए सीधे किया जा सकेगा। कार्यालयीन काम और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग भी बिना किसी रुकावट के होगी। यह पहली बार होगा, जब इस तरह का स्टूडियो सीएम हाउस में बना है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निवास पर भी इलेक्शन वॉर रूम तैयार है। इन तैयारियों से साफ है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जंग इस बार रोचक हो सकती है।
जवाबी हमलों के लिए एक्सपर्ट तैनात
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के निवास पर भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए स्टूडियो तैयार है। मंत्री नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह और विश्वास सारंग के भी दफ्तरों को भी हाईटेक तरीके से तैयार कराया गया है। लाइट, साउंड और बैकग्राउंड पर खासा काम हुआ है। भूपेंद्र सिंह के बंगले पर अलग से कक्ष बन चुका है। इसमें आईटी एक्सपर्ट की टीम सारा दिन तैनात रहती है। यहीं से सोशल मीडिया पर होने वाले मामलों पर नजर रखी जाती है। चुनाव तक के लिए छोटा स्टूडियो बनने वाला है।
पहले से बेहतर क्वालिटी
सीएम निवास का दफ्तर भी नई बिल्डिंग में शिफ्ट हो रहा है। यानी सीएम जब चाहें सीएमओ के अधिकारियों के साथ प्रशासन-पुलिस के अफसरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर सकेंगे। इसकी क्वालिटी पहले से कई गुना बेहतर होगी। नए साउंड सिस्टम लगाए गए हैं। आवाज गूंजेेगी नहीं। लाइट का फोकस सीएम के चेहरे पर होगा।
कांग्रेस भी हाईटेक अंदाज में पीछे नहीं
कमलनाथ के बंगले पर अलग से दफ्तर बनकर तैयार है। वे यहीं से अपनी रणनीति वाली बैठकें करते हैं। यहां ऐसे इंतजाम है कि वे प्रदेश के किसी भी कांग्रेस नेता से कनेक्ट हो सकते हैं। यहीं सोशल मीडिया की टीम दिनभर सक्रिय रहती है। प्रोफेशनल्स का भी उपयोग होता है।