आरोपी ने साथियों के साथ मिलकर गला घोंटा, चेहरा पत्थर से कुचला
उज्जैन। उज्जैन में 2.5 लाख रुपए उधार लेने वाले युवक ने बैंककर्मी की हत्या कर दी। वह रकम नहीं लौटाना चाहता था। बैंककर्मी को सुनसान जगह ले जाकर उसने बातों में उलझाया। यहां पहले से छिपे बैठे दो साथियों को बैंककर्मी के गले में रस्सी का फंदा डालने का इशारा किया, इसके बाद गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। बाद में तीनों ने चेहरा पत्थरों से कुचल दिया।
मामला घट्टिया थाना क्षेत्र के बिछड़ोद का है। यहां गुरुवार को यूको बैंक के अस्थायी कर्मचारी लखन राठौर (26) का शव मां भवानी मंदिर के पास सूलिया मार्ग पर नाले के किनारे मिला था। पुलिस ने इस मामले में शुक्रवार को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों की उम्र 18 से 23 साल के बीच है।
घट्टिया थाना पुलिस के मुताबिक, बैंककर्मी के गले पर निशान और सिर में गंभीर चोट थी। हत्या का केस दर्ज कर पड़ताल शुरू की। पता चला कि बुधवार रात लखन, गांव के ही अजय उर्फ भूरा बैरागी के साथ बाइक से उज्जैन रोड की ओर गया था। कुछ समय बाद वह घर आया और मोबाइल चार्ज पर लगाकर नाग मंदिर की ओर चला गया। घटना में अजय की कोई इन्वॉल्वमेंट नहीं मिली।
पैसे लौटाने की बात कहकर साथ ले गया
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि पूछताछ आगे बढ़ाई तो पता चला कि लखन के घर के पास ही रहने वाले जितेंद्र उर्फ कालू बैरागी से उसका पैसे का लेनदेन था। जितेंद्र के साथी सुमित बोडना और राजू मारू से अलग-अलग पूछताछ की गई। सख्ती पर तीनों टूट गए। उन्होंने बताया कि लखन, जितेंद्र को उधार लौटाने के लिए टोक रहा था। जितेंद्र ने सुमित और राजू के साथ हत्या की साजिश रची।
प्लान के मुताबिक बुधवार रात 9 बजे जितेंद्र, लखन को उसके घर से कुछ दूरी से पैसे लौटाने की बात कहकर बाइक से ले गया। उसने लखन को बातचीत में उलझाया, दोनों साथियों को लखन के गले में रस्सी का फंदा डालने का इशारा किया, गला घोंटने के बाद आरोपियों ने पत्थरों से उसका चेहरा बिगाड़ दिया।
युवक की पहचान करना आसान नहीं था
शव की शिनाख्त करने में ग्रामीणों को बड़ी मशक्कत करना पड़ी थी, क्योंकि युवक के सिर पर पत्थर से चोट के कारण चेहरा साफ दिखाई नहीं दे रहा था। फिर कुछ युवाओं ने कहा कि ये लखन जैसा दिखाई दे रहा है। इसके बाद लखन के बारे में तलाश की तो पता चला कि शव लखन का ही है।
व्यापारियों और ग्रामीणों ने किया था चक्काजाम
गुरुवार को पोस्टमॉर्टम के बाद जब एंबुलेंस से बैंककर्मी का शव बिछड़ोद पहुंचा तो उसे मुख्य मार्ग पर ही रोक लिया गया था। लोगों ने शव एंबुलेंस से बाहर नहीं निकाला। नगर बंद कर मुख्य मार्ग पर चक्काजाम कर दिया था। जब काफी देर तक पुलिस प्रशासन मौके पर नहीं पहुंचा तो ग्रामीणों ने पुलिस मुदार्बाद के नारे लगाए।
एडिशनल एसपी नीतेश भार्गव, डीएसपी भारत सिंह यादव, भविष्य भास्कर सहित थाना घट्टिया, राघवी, तराना का पुलिस बल मौके पर पहुंचा। एएसपी के आश्वासन के बाद लोगों ने चक्काजाम हटाया था। व्यापारियों और ग्रामीणों ने चेतावनी दी थी कि 48 घंटे में अगर आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया तो नेशनल हाईवे उज्जैन-कोटा मार्ग पर चक्काजाम करेंगे।
उज्जैन
उधारी नहीं चुकाना पड़े, इसलिए बैंककर्मी की हत्या
- 25 May 2024