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भोपाल

"उपराष्ट्रपति के बयान से साबित हुआ,शिवराज झूठ बोलते हैं"

  • 05 Dec 2024

जीतू पटवारी बोले- केंद्रीय कृषि मंत्री अपने पद से तत्काल इस्तीफा दें
भोपाल। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से किसानों की स्थिति और किसान आंदोलन पर कई सवाल किए। उपराष्ट्रपति के बयान के बाद मप्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का इस्तीफा मांगा है।
उपराष्ट्रपति ने कहा- शिवराज झूठ बोलते हैं
भोपाल में अपने आवास पर पटवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, “भारत के संविधान में दूसरी सबसे बड़ी पोस्ट पर विराजित उपराष्ट्रपति जी ने केंद्रीय कृषि मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कहा कि आप झूठ बोलते हो। उन्होंने देश की सरकार को आइना दिखाया। अगर गूगल पर सर्च करके देखो तो देश में सबसे ज्यादा झूठ बोलने वाले राजनेताओं में शिवराज सिंह चौहान का नाम आता है।”
पटवारी ने कहा, “कांग्रेस पार्टी लगातार यह बात कहती रही है कि शिवराज सिंह चौहान जनता से भी झूठ बोलते हैं और व्यवस्था से भी झूठ बोलते हैं। पिछले 12 मंगलवार गुजर गए, मैंने उनसे समय मांगा कि मैं भी एक पार्टी का अध्यक्ष हूं। कांग्रेस पार्टी मुख्य विपक्ष की भूमिका निभाती है, आप ही के शासन में। मैं किसानों के हक और अधिकार पर आपसे बात करना चाहता हूं, लेकिन आपने समय देना उचित नहीं समझा। यह मेरा व्यक्तिगत अपमान नहीं है, यह व्यवस्था का अपमान है।”
राजनीतिक मर्यादा बची हो तो शिवराज इस्तीफा दें
पटवारी ने कहा, “अगर शिवराज सिंह चौहान में राजनीतिक रूप से थोड़ी सी भी मर्यादा बची हो, तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। देश के उपराष्ट्रपति ने आपके काम के तरीके पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पूछा है कि आप कर क्या रहे हो? किसान कितने सालों से फसलों के दाम मांग रहे हैं और आप मौन हो। आपने क्या प्रयास किया? उसी समय संसद में शिवराज बोले कि समर्थन मूल्य लागत से डबल नरेंद्र मोदी की सरकार देती है। यह तीन दिन पहले संसद में शिवराज सिंह चौहान ने वक्तव्य दिया। इसका मतलब है, या तो धनखड़ साहब की भावना गलत थी या शिवराज सिंह चौहान ने संसद के अंदर झूठ बोला।”
उपराष्ट्रपति का अभिनंदन करेंगे पटवारी
पीसीसी चीफ ने कहा- “मैं धनखड़ साहब को साधुवाद देता हूं। उनका हम नागरिक अभिनंदन करेंगे कि उन्होंने किसानों के हितों और अधिकारों की बात कही।"
"मैं उनसे व्यक्तिगत रूप से मिलूंगा और आग्रह करूंगा कि आपने हिम्मत से अपनी सरकार को आइना दिखाया। नरेंद्र मोदी और शिवराज सिंह चौहान को आइना दिखाया।"
"यही बात वह संसद की आसंदी पर बैठकर निर्णय लें और सरकार को आईना दिखाएं। देश के प्रधानमंत्री को मैं पत्र लिखूंगा और ट्विटर के माध्यम से आग्रह करूंगा। शिवराज सिंह चौहान ने एक साल पहले कहा था कि 3100 रुपए धान का दाम मिलना चाहिए। आज 2300 रुपए में धान की खरीदी हो रही है। यह झूठ सिर चढ़कर बोल रहा है।”
पटवारी ने इन मुद्दों पर भी बात की
राइस मिलर्स का पेमेंट किया जाए
पटवारी ने कहा, “मुख्यमंत्री मोहन यादव विदेश गए कि नया इन्वेस्ट आए और प्रदेश का विकास हो। लेकिन मप्र के राइस मिलर्स को दो सालों से पैसे नहीं मिले।
उन्होंने विभागीय अधिकारियों को ज्ञापन दिया और मिलों का ताला लगाकर चाबियां सौंप दीं। वे अपनी मिलों पर ताला लगा रहे हैं और सरकार उस पर ध्यान नहीं दे रही है।
यह प्रदेश को कर्ज में डालकर पैसों का दुरुपयोग किया जा रहा है। मुख्यमंत्री विदेश गए और तेज गाड़ी में बैठकर आनंद लिया। उनकी मानसिकता अभी भी वहीं अटकी हुई है। उन्हें यह देखना चाहिए कि राइस मिलर्स को पैसे क्यों नहीं मिल रहे हैं। इस वजह से मिलों में ताले लग गए हैं।”
सोयाबीन के दाम नहीं मिल रहे
पटवारी ने कहा, “सोया स्टेट के किसानों ने आंदोलन किया और उन्हें गुमराह किया गया। अलग-अलग इवेंट किए गए, लेकिन आज भी ₹4000 के आसपास सोयाबीन खरीदी जा रही है।
वहीं, भारत सरकार ने करीब ₹4300 में खरीदी करने का एमएसपी तय किया है। आप लगातार झूठ बोलते हैं। यह बात अकेले विपक्ष नहीं, बल्कि देश के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति भी बोलते हैं।
हम यह बात 16 तारीख को 1 लाख 20 हजार लोगों के बीच कहेंगे कि शिवराज सिंह चौहान को पद पर रहने का अधिकार नहीं है।”
बांग्लादेश के विरोध में प्रदर्शन कांग्रेस की विचारधारा का समर्थन
पटवारी ने कहा, “आज पूरे मध्य प्रदेश में बांग्लादेश की घटना को लेकर लोग सड़कों पर उतरे। यह संदेश कांग्रेस की विचारधारा का समर्थन था कि दुनिया में कहीं भी अगर अल्पसंख्यक हैं, तो उनकी रक्षा सरकार को करनी चाहिए।
हमारे एक सांसद इमरान मसूद ने संसद में एक नोटिस दिया और कहा कि बांग्लादेश के अल्पसंख्यक भाइयों की रक्षा होनी चाहिए। इसके लिए भारत सरकार को दबाव बनाना चाहिए। राजनीतिक रूप से कूटनीति या डिप्लोमेसी के माध्यम से यह मुद्दा उठाना चाहिए।
व्यापार और व्यवसाय की दृष्टि से भी सरकार को उन पर दबाव बनाना चाहिए। हमारी ट्रेनें जो वहां जाती हैं, उन पर रोक लगाई जाए। बांग्लादेश में हिंदू धर्म के मंदिर और हिंदू समाज के लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इसके पीछे अगर किसी की विफलता है, तो वह नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्रालय की है।
हम सरकार से मांग करते हैं कि जो अल्पसंख्यक आसपास के देशों जैसे बांग्लादेश, पाकिस्तान या अन्य देशों में हैं, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। कनाडा में भी इस तरह के हमले हुए, अमेरिका में भी ऐसी घटनाएं हुईं। लेकिन नरेंद्र मोदी मौन क्यों रहते हैं? हमारे देश के रहमों करम पर बांग्लादेश बना। वहां हमारे लोगों की रक्षा नहीं होती, तो इसका मतलब है कि यह सरकार की नाकामी है।”